मनीष गोधा, JAIPUR. राजस्थान में इस बार चुनाव में बड़ी मात्रा में अवैध धनराशि और सामग्री बरामद की जा रही है। राजस्थान पुलिस ने आदर्श आचार संहिता के पहले 13 दिनों में जब्ती के आंकड़े का कीर्तिमान ध्वस्त कर दिया है। इन 13 दिनों में अब तक 111 करोड़ की अवैध सामग्री जब्त की जा चुकी है। जबकि पिछले विधानसभा चुनाव में 60 दिन में 65 करोड़ का अवैध माल जब्त किया गया था।
पिछले विभानसभा चुनाव की तुलना में कई गुना अधिक जब्ती
व्यय अनुवीक्षण प्रकोष्ठ के प्रभारी महानिरीक्षक पुलिस विकास कुमार ने बताया कि पिछले चुनावों की तुलना में इस वर्ष कई गुना अधिक जब्ती हो सकती है। अब तक करीब 15 करोड़ की अवैध शराब पकड़ी गई जबकि 38 करोड़ के मादक पदार्थ पुलिस ने जब्त किए हैं। साथ ही नकदी के अवैध लेनदेन पर भी प्रभावी शिकंजा कस करीब 15 करोड़ रुपए की राशि अब तक जब्त की जा चुकी है।
14 करोड़ का सोना-चांदी जब्त
आईजी ने बताया कि हथियारों और सोना चांदी के अवैध धंधे पर भी पुलिस पैनी नजर बनाए हुए है। अब तक करीब 14 करोड़ रुपए कीमत का सोना- चांदी जब्त किया गया है।
सीमाओं पर 250 से ज्यादा नाके, 2000 उड़नदस्ते तैनात
चुनाव आयोग के निर्देशों के तहत करीब 2000 उड़नदस्ते लगाए गए हैं। इन उड़नदस्तों ने अब तक करीब 8 करोड़ की धरपकड़ की गई है। कुल 650 नाके लगाए गए हैं। इनमें राजस्थान से लगती अन्य राज्यों की सीमाओं पर 250 से ज्यादा नाके लगाकर उन्हें सीसीटीवी से लेस भी किया गया है। उन्होंने बताया कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे तथा अमृतसर जामनगर भारतमाला सड़क के हर निकास पर पुलिस पिकेट लगाया गया है। भारत माता सड़क राजस्थान में करीब 600 किलोमीटर और एक्सप्रेस-वे करीब 350 किलोमीटर में है।
जोधपुर समेत 5 जिलों को प्रभावी कार्रवाई
जिले की विशेष टीमें, थानों तथा एसओजी, स्टेट क्राइम ब्रांच द्वारा भी इसमें सहयोग दिया जा रहा है। धर पकड़ की कार्रवाई में बांसवाड़ा, बाड़मेर, जोधपुर, भीलवाड़ा और अलवर इत्यादि जिले का प्रदर्शन उच्च स्तरीय रहा है। प्रत्येक जिले के दैनिक प्रदर्शन का विश्लेषण कर उन्हें निर्देश दिए जा रहे हैं।
धनबल का दुरुपयोग रोकने ये की हैं तैयारियां
आईजी कुमार ने बताया कि उन्होंने चुनाव में धनबल के दुरुपयोग को रोकने कई सारे नवाचार किए हैं। राज्य में पहली बार समस्त नाकों की आठ अंकीय यूनिक कोडिंग की गई। जिससे निगरानी, उत्तरदायित्व निर्धारण और विश्वसनीयता कायम हुई है। पुलिस मुख्यालय से दिन रात एक विशेष टीम मॉनिटरिंग कर रही है। तकनीकी एप के माध्यम से समस्त जब्ती की पल-पल की सूचना प्रकोष्ठ तक पहुंच रही है। सभी राज्य स्तरीय और केंद्रीय एजेंसी के साथ निकट समन्वय का भी प्रकोष्ठ कार्य देख रहा है। संयुक्त दलों के माध्यम से कार्रवाई की जा रही है।