Nitish Kumar and Bihar Politics: बिहार की सियासत में आज यानी रविवार का 'सुपर संडे' साबित होगा। बिहार में सत्ता पलट गई है। सीएम नीतीश कुमार 9वीं बार मुख्यमंत्री की बीजेपी के सहयोग से शपथ लेंगे। नीतीश ने जिस तरह से पलटी मारी है उससे पूरा विपक्ष भी हैरान है। सब की जुबान पर एक ही सवाल है नीतीश कुमार ने ऐसा क्यों कर रहे हैं? दूसरी तरफ लालू यादव और तेजस्वी यादव कह रहे हैं कि नीतीश कुमार ने जो सियासत चली है, उसमें उनको आसानी से कामयाब नहीं होने देंगे। तेजस्वी ने कहा की बिहार में अभी खेल होना बाकी है।
नीतीश कुमार के साथ 2 डिप्टी सीएम और 6 कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह आज शाम 5 बजे होगा। बीजेपी से सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा और डॉ. प्रेम कुमार, जदयू से विजय चौधरी, विजेंद्र यादव और श्रवण कुमार, हम (HAM) से जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय सुमित सिंह मंत्री पद की शपथ लेंगे।
नीतीश कुमार ने गवर्नर से मुलाकात के बाद 128 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा है। जिसमें BJP के 78, JDU के 45, हम के चार और एक निर्दलीय शामिल है। सूत्रों के मुताबिक शाम 4 बजे नीतीश कुमार एक बार फिर नए सीएम पद की शपथ लेंगे।
इस सब के बीच रविवार को नीतीश कुमार ने करीब 11 बजे राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया। साथ ही नीतीश कुमार ने बीजेपी का समर्थन पत्र देकर सरकार बनाने की बात कही। इससे पहले सीएम हाउस में नीतीश की पार्टी सांसदों और विधायकों के साथ बैठक हुई थी। यहां नीतीश ने अपने इस्तीफे का ऐलान किया। जानकारी के मुताबिक, आज शाम को ही शपथ ग्रहण हो सकता है।
बीजेपी ने सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता चुना, विजय सिन्हा उपनेता बनाया। दोनों बन सकते हैं डिप्टी CM
जानकारी के मुताबिक, जेडीयू-भाजपा से 3-3 विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। शपथ समारोह में और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हो सकते हैं। नड्डा 3 बजे पटना पहुंच रहे हैं।
नीतीश बोले- RJD से अलग हो गए, वो कुछ काम ही नहीं कर रहे थे
नीतीश ने मीडिया से कहा कि आज हमने इस्तीफा दे दिया है। जो सरकार थी, उसको समाप्त करने का हमने गवर्नर साहब को बोल दिया। चारों तरफ से राय आ रही थी। इसी को हमने सुन लिया। अब पहले के गठबंधन को छोड़कर नया गठबंधन बनाया है। आज हम (JDU) लोग उनसे (RJD) अलग हो गए। जितना काम हम कर रहे थे, वो कुछ काम ही नहीं कर रहे थे। लोगों को तकलीफ थी, हमने बोलना छोड़ दिया।
गिरिराज ने कहा- जंगलराज से मुक्ति के लिए नीतीश को बनाया मुख्यमंत्री
बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार जी को मैं धन्यवाद देता हूं। बिहार में डेढ़ साल में जंगलराज पार्ट 2 की हालत आ गई थी। लालू जी की अगर ताजपोशी हो जाती तो बड़ी कठिनाई होती। जंगलराज से मुक्ति मिलने के लिए नीतीश जी को हमने मुख्यमंत्री बनाया। बीजेपी लालू की ताजपोशी नहीं होने देगी और न ही जंगलराज होने देगी।
नीतीश कुमार राज्यपाल से मिले, बीजेपी के समर्थन की बात की
बिहार के सीएम नीतीश कुमार रविवार की सुबह राजभवन पहुंचे और राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात की। सूत्र बताते हैं कि नीतीश कुमार ने अपना इस्तीफा गवर्नर को सौंप दिया है। इसके बाद नीतीश कुमार ने राज्यपाल से बीजेपी के समर्थन की भी बात कही। उन्होंने राज्यपाल से बीजेपी के समर्थन से दोबारा सरकार बनाने का दावा भी पेश किया। नीतीश कुमारा करीब 40 मिनट तक राजभवन में रुके। इसके बाद बिहार की सियासत में हलचल मच गई है।
यह हो सकता है नीतीश की नई सरकार का गणित
सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार 2 डिप्टी सीएम के साथ शपथ लेंगे। ये दोनों डिप्टी सीएम बीजेपी से हो सकते हैं। बीजेपी-जेडीयू की तरफ से 14-14 मंत्री शपथ ले सकते हैं। जीतन राम मांझी की पार्टी ने भी 2 मंत्री पद की मांग की है। शपथ समारोह में गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हो सकते हैं।
पूर्णिया में आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक
इधर, पटना में राजद की बैठक के दौरान तेजस्वी ने दावा किया कि असली खेला बाकी है। नीतीश हमारे आदरणीय थे और रहेंगे। जो काम दो दशकों में नहीं हुआ, वह हमने कम समय में कर दिखाया। लालू ने अपने मंत्रियों से कहा-इस्तीफा नहीं दें। पूर्णिया में आज कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक होगी।
नीतीश और NDA के साथ का गणित
यदि नीतीश कुमार एनडीए के साथ जाते हैं तो उनके पास 128 के आंकड़े का बहुमत होगा। जिसमें JDU-45, BJP-78,हम-04, निर्दलीय-1 मिलाकर कुल 128 विधायक हो रहे हैं,जबकि विपक्ष में RJD-79,लेफ्ट-16 और कांग्रेस-19 और AIMIM-01 को मिलाकर 115 का आंकड़ा हो रहा है। बिहार विधानसभा में कुल सीटें 243 हैं जबकि बहुमत के लिए 122 सीट की जरूरत है।
बिहार में मौजूदा समीकरण
बिहार की वर्तमान सरकार में RJD-79,JDU-45, कांग्रेस-19, लेफ्ट-16, निर्दलीय-1 मिलाकर कुल 160 विधायक है,जबकि विपक्ष में BJP-78,हम-04 और AIMIM-01 को जोड़कर कुल 83 सीट।
मोदी के पीएम उम्मीदवार बनाने पर नीतीश ने तोड़ लिया था संबंध
यहां बता दें, पिछले दशक में कुछ ही राजनेताओं ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जितने यू-टर्न लिए हैं। नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश करने के बीजेपी के फैसले के विरोध में उन्होंने 2013 में एनडीए के साथ एक दशक से अधिक पुराना संबंध तोड़ दिया।
कांग्रेस की रणनीति में चूक कहां - JDU
JDU के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हैं, ये अच्छी बात है। अभी वे पश्चिम बंगाल पहुंचे तो ममता बनर्जी दूर हो गई। बिहार में आने वाले हैं तो यहां का घटनाक्रम बदल रहा है। कांग्रेस को ये सोचना चाहिए कि रणनीति में चूक कहां है। जहां राहुल जाते हैं, वहां सहयोगी दरकिनार हो जाते हैं।
जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि हम डेढ़ साल से I.N.D.I.A अलांयस में लगे थे, लेकिन दूसरी पार्टियां गंभीर नहीं थीं। सभी यही कह रहे थे कि अभी इतनी जल्दी क्या है।
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फिर हो सकते हैं NDA में शामिल
2014 की हार के बाद, उन्होंने जीतन राम मांझी को सीएम बनाया, लेकिन उन्हें हटाकर फिर से सीएम बन गए। 2015 में, उन्होंने RJD और कांग्रेस के साथ मिलकर महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा, लेकिन दो साल बाद ही उन्होंने उनसे किनारा कर लिया। वह फिर से NDA में शामिल हो गए और नरेंद्र मोदी का नेतृत्व स्वीकार कर लिया। फिर 2022 में उन्होंने फिर से एनडीए को छोड़ दिया और महागठबंधन में शामिल हो गए। अब, जनवरी 2024 में, ऐसी अफवाहें हैं कि वह NDA में वापस जा सकते हैं।