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संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर की नौ विधानसभा सीटों के लिए फाइनल वोटिंग आंकड़ा 73.79 फीसदी हो गया है, जो बीते चुनाव 2018 से एक फीसदी अधिक है। (हालांकि जिला प्रशासन 2018 में वोटिंग प्रतिशत 71.45 फीसदी बताते हुए इस बार दो फीसदी अधिक बता रहा है लेकिन आयोग के 2018 के अनुसार जिले में वोटिंग प्रतिशत 71.75 फीसदी था। इन सीटों पर सभी की नजरें सीएम शिवराज सिंह चौहान के ब्रह्मास्त्र लाड़ली बहना योजना पर है। इंदौर जिले की बात करें तो बीते चुनाव से इस बार 1.39 लाख महिलाओं ने अधिक वोट डाले हैं, उनका वोट प्रतिशत ओवरऑल दो फीसदी बढ़ा है। हालांकि जिस तुलना में जिले की कुल वोटिंग प्रतिशत बढ़ी, पुरूषों और महिलाओं की भी उसी अनुपात में महिलाओं की वोटिंग प्रतिशत बढ़ी है। जिन विधानसभाओं देपालपुर, सांवेर, महू में वोटिंग प्रतिशत कम हुआ वहां महिलाओं की भी वोटिंग प्रतिशत गिरी है। ऐसे में एकदम महिला वोटर्स का प्रतिशत अप्रत्याशित तौर पर नहीं बढ़ा है। लेकिन फिर भी इस बार लाड़ली बहनाओं की वोटिंग पर खासा ध्यान सभी का है।
बीते चुनाव से इस तरह रही महिला वोटिंग
बीते चुनाव 2018 में जिले में कुल महिला वोटर्स 12.01 लाख थी, जिसमें से 8.39 लाख ने वोट डाले थे यानि 69.88 फीसदी ने वोट डाले। वहीं 2023 के आंकड़ें के अनुसार कुल 13.62 महिला मतदाताओं में से 9.79 लाख ने वोट डाले, यानि 71.87 फीसदी महिला वोटर्स ने वोट डाले। कुल दो फीसदी महिला वोटिंग बढ़ गई।
साल 2023 में महिलाओं की वोटिंग
देपालपुर- महिला वोटिंग प्रतिशत के मामले में नीचे गिरा। आंकड़े के मुताबिक 1.32 लाख में से 1.05 लाख महिलाओं ने वोट डाले। महिलाओं का वोट प्रतिशत 79.54 फीसदी रहा। बीते चुनवा 2018 में इस सीट पर 88148 महिलाओं ने वोट डाले थे और 79.80 वोटिंग प्रतिशत था। ऐसे में यहां पर महिला वोटिंग प्रतिशत कम हुआ है।
इंदौर विधानसभा 1 - यहां तीन फीसदी बढ़ गया
यहां 1.78 महिलाओं में से 1.26 लाख यानि 70.78 फीसदी ने वोट डाले, बीते चुनाव में 1.06 महिलाओं ने 67.57 फीसदी वोट डाले थे, यहां तीन फीसदी से ज्यादा वोटिंग प्रतिशत बढ़ा है और 20 हजार महिला मतदाता बढ़े हैं।
इंदौर विधानसभा 2 - यहां भी दो फीसदी से ज्यादा बढ़ गया
यहां 1.71 लाख महिला मतदाताओं में से 66 फीसदी यानि 1.13 लाख ने वोट डाले, साल 2018 चुनाव में 1.02 लाख यानि 63.60 की वोटिंग प्रतिशत थी। यहां 2.40 फीसदी महिला वोटिंग प्रतिशत बढ़ा है।
इंदौर विधानसभा 3 - यहां डेढ़ फीसदी महिला वोटिंग बढ़ी
यहां 93 हजार महिला वोटर्स में से 64242 यानि 68.92 फीसदी ने वोट डाले, बीते चुनाव में 62 हजार (67.40 फीसदी) ने वोट डाले थे। यहां करीब डेढ़ फीसदी महिला वोटिंग बढ़ी है।
इंदौर विधानसभा 4 - यहां सर्वाधिक पांच फीसदी महिला वोटिंग बढ़ी
यहां 1.19 लाख महिलाओं में से 83240 यानि 69.74 फीसदी ने वोट डाले, बीते चुनाव में 78861 यानि 64.53 फीसदी ने वोट डाले। यहां सर्वाधिक पांच फीसदी महिलाओं की वोटिंग प्रतिशत बढ़ी है।
इंदौर विधानसभा 5 - यहां जिले जैसा दो फीसदी महिला वोटिंग बढ़ी
यहां दो लाख महिला वोटर्स में से 1.34 लाख (65.68 फीसदी) ने वोट डाले, बीते चुनाव में यहां 1.15 लाख महिलाओं ने वोट डाले जो 63.82 फीसदी था। महिला वोटिंग प्रतिशत करीब पौने दो फीसदी बढ़ा है।
महू- महिला वोटिंग सबसे ज्यादा यहां गिरी, पौने तीन फीसदी
यहां 1.38 लाख में से 1.04 लाख महिला मतदाताओं के वोट हुए जो 75.36 फीसदी है, गौरतलब है कि बीते चुनाव में 92620 वोट यानि 78.04 फीसदी वोट डले थे, यानि महिला वोटिंग प्रतिशत करीब पौने तीन फीसदी कम हुआ।
राऊ- यहां दो फीसदी वोटिंग बढ़ी
यहां 1.76 महिलाओं में से 1.31 लाख ने वोट डाले, जो 74.43 फीसदी होता है। बीते चुनाव में 1.01 लाख यानि 72.62 फीसदी ने वोट डाले थे। ऐसे में यहां भी करीब दो फीसदी वोटिंग बढ़ी है।
सांवेर - महिला प्रत्याशी होने के बाद भी वोटिंग प्रतिशत कम हुई
यहां 1.49 लाख महिलाओं में से 1.14 लाख यानि 76.51 फीसदी ने वोट डाला, वहीं साल 2018 में यहां 92308 महिलाओं यानि 77.46 फीसदी ने वोट डाले थे, आंकड़े के मुताबिक यहां वोटिंग प्रतिशत कम हुआ है। इंदौर का फाइनल वोटिंग प्रतिशत 73.79 फीसदी रही।
इंदौर की सभी सीटों पर इस तरह रही वोटिंग
- देपालपुर - 82.49%
- इंदौर एक - 72.28%
- इंदौर दो- 67.43
- इंदौर तीन- 71.22
- इंदौर चार- 72.34
- इंदौर पांच- 67.90
- महू- 77.39
- राऊ- 75.94
- सांवेर -80.17
कुल- 73.79 फीसदी, जिले के 27.55 लाख में से 20.33 लाख ने डाले वोट।