जितेंद्र सिंह, GWALIOR. नगर निगम ग्वालियर कार्यालय का रिकॉर्ड चोरी हो गया। रिकॉर्ड में से नगर निगम के महत्वपूर्ण दस्तावेजों के 110 बस्ते गायब हैं। पिछले 5 साल से निगम अधिकारी रिकॉर्ड की तलाश कर रहे थे, लेकिन जब नहीं मिला तो चपरासी के खिलाफ एमआईआर करवाकर जिम्मेदारों अपना पल्ला झाड़ लिया है। वहीं, पुलिस रिकॉर्ड चोरी होने और चपरासी की भूमिका की जांच कर रही है।
महाराज बाड़ा स्थित नगर निगम कार्यालय ने चोरी
नगर निगम ग्वालियर का मुख्यालय नवीन भवन में आने से पहले महाराज बाड़ा पर था। महाराज बाड़ा से मुख्यालय को पूरी तरह षिफ्ट कर दिया गया, लेकिन उसमें संपत्तिकर का रिकॉर्ड, रषीद और महत्वपूर्ण दस्तावेज रखे थे। उपरोक्त दस्तावेज के 110 बस्ते रिकॉर्ड रूम से गायब हो गए। पिछले पांच साल से रिकॉर्ड की तलाष चल रही है। अधिकारी-कर्मचारी अपने स्तर से रिकॉर्ड खंगाल रहे थे।
चपरासी खोलता-बंद करता था रिकॉर्ड रूम
रिकॉर्ड विभाग की कीपर मधु चतुर्वेदी के अनुसार संपत्तिकर के महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब हैं। रिकॉर्ड कहां गया किसी को पता नहीं चल रहा है। चपरासी सीताराम कुशवाह के पास रिकॉर्ड रूम को संभालने की जिम्मेदारी थी। पर वो रिकॉर्ड के बारे में कुछ नहीं बता रहे हैं। मधु की षिकायत पर कोतवाली थाना पुलिस ने चपरासी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है।
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डीएसपी मुख्यालय विजय सिंह भदौरिया का कहना है
नगर निगम के महाराजबाड़ा पर पुराने मुख्यालय के अंदर वाले हॉल में संपत्तिकर का रिकॉर्ड, रसीदें और दस्तावेज रखे हुए थे। इनके 110 बस्ते गायब हैं। रिकॉर्ड कब और कहां चला गया दफ्तर में किसी को कुछ नहीं पता। चपरासी सीताराम कुशवाह सुबह 10 बजे रिकॉर्ड रूम खोलते और शाम को 5 बजे बंद करते हैं। दफ्तर बंद होने पर रिकॉर्ड रूम पर ताला लगाकर जाने का काम सीताराम का है, इसलिए सीताराम पर शक जाहिर किया है। फिलहाल पुलिस ने रिकॉर्ड कीपर की शिकायत पर संदेही चपरासी सीताराम के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।