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मनीष गोधा, JAIPUR. केरल में कोविड-19 के नए वेरिएंट के मरीज मिलने के बाद राजस्थान में भी कोविड के 2 पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं। दोनों मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। चिकित्सा विभाग का कहना है कि वायरस गंभीर प्रकृति का नहीं है। हालांकि विभाग ने प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया है और सतर्कता बरतने और आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए गए हैं।
जैसलमेर में मिले 2 कोरोना पॉजिटिव
देश में कोविड-19 के नए वेरिएंट के के सामने आने के साथ ही राजस्थान के जैसलमेर में 2 कोविड पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं। हालांकि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार इनमें कोरोना के गंभीर लक्षण नहीं हैं, लेकिन मौजूदा स्थिति को देखते हुए दोनों ही मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है।
राजस्थान में अलर्ट जारी
चिकित्सा विभाग ने पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी करते हुए तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बुधवार को केंद्र सरकार के निर्देश मिलने के बाद विभाग के अधिकारियों की बैठक ली और कोविड प्रबंधन के लिए चिकित्सा शिक्षा आयुक्त शिव प्रसाद नकाते की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय कमेटी गठित करते हुए ग्रेडेड रेस्पॉन्स सिस्टम (केसेज की संख्या के अनुसार चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता) तैयार किए जाने के निर्देश दिए ताकि आवश्यकता होने पर रोगियों को तत्काल आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें।
नया सब वैरिएंट खतरनाक नहीं
बैठक में बताया गया कि चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार कोविड का नया सब वैरिएंट सॉर्स कॉव-2 जेएन-1 खतरनाक नहीं है। इस सब वैरिएंट से पॉजिटिव हुए करीब 90 प्रतिशत रोगियों को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है। घर पर ही आइसोलेशन में रहते हुए सामान्य उपचार से इसके रोगी ठीक हो रहे हैं। इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है, केवल सावधानी बरतने की जरूरत है। प्रदेश में इस सब वैरिएंट को लेकर फिलहाल चिंता की कोई स्थिति नहीं है।
26 दिसंबर को होगी मॉक ड्रिल
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि सॉर्स कॉव-2 जेएन-1 सब वैरिएंट से खतरा नहीं होने के बावजूद प्रदेश में एहतियात के तौर पर कोविड प्रबंधन से जुड़ी सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने प्रदेश के राजकीय अस्पतालों के साथ ही निजी अस्पतालों में भी जांच, दवा, बेड, ऑक्सीजन सहित अन्य चिकित्सा सुविधाओं को परखने के लिए 26 दिसम्बर को पुनः मॉक ड्रिल किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज अस्पतालों से लेकर जिला अस्पतालों और सीएचसी-पीएचसी तक आवश्यकता के अनुसार जांच किट, दवा, ऑक्सीजन आदि चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
एडवाइजरी जारी करने के निर्देश
शुभ्रा सिंह ने कोविड प्रबंधन को लेकर जिला कलेक्टर्स को पत्र लिखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड से बचाव और तैयारियाों के लिए भारत सरकार की एडवाइजरी के अनुरूप प्रदेश में भी एडवाइजरी जारी की जाए, ताकि आमजन जागरुक रहें और चिकित्सा संस्थान अलर्ट मोड में रहें। उन्होंने कहा कि आईएलआई और श्वसन रोगों से पीड़ित गंभीर रोगियों की सतत निगरानी की जाए। आवश्यकतानुसार जांच के नमूने लिए जाएं। इसके साथ ही रोगियों की सूचना प्रतिदिन आईएचआईपी पोर्टल पर अपलोड की जाए।