अरुण तिवारी, BHOPAL. मप्र में बीजेपी ने 92 कैंडिडेट्स की 5 वीं लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में मौजूदा 67 विधायकों में से 37 को फिर से मौका मिला है, जबकि 3 मंत्रियों समेत 29 विधायकों के टिकट काटे गए हैं। बीजेपी अब तक 228 सीटों पर प्रत्याशी उतार चुकी है। अब सिर्फ गुना और विदिशा सीट होल्ड पर है। 228 सीटों का एनालिसिस किया जाए तो बीजेपी ने 127 मौजूदा विधायकों में से 32 विधायकों के टिकट काटे हैं, जबकि 24 मंत्रियों में से केवल 3 मंत्रियों के ही टिकट काटे गए हैं।
इन मंत्रियों के टिकट कटे
बीजेपी ने बालाघाट से विधायक और नर्मदा घाटी विकास मंत्री गौरीशंकर बिसेन का टिकट काट दिया है। बिसेन का टिकट वैसे भी कटना तय माना जा रहा था। बिसेन ने पार्टी के सामने अपनी बेटी मौसम बिसेन की टिकट देने की मांग की थी। पार्टी ने उनकी इस मांग को पूरा करते हुए बेटी मौसम बिसेन को टिकट दिया है। इसी तरह शिवपुरी से विधायक और मप्र सरकार में खेल एवं युवक कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया का टिकट कट गया है उनकी जगह देवेंद्र जैन को मैदान में उतारा गया है। हालांकि, यशोधरा राजे ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए खुद ही चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था। मेहगांव से विधायक और नगरीय प्रशासन विभाग के राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया का टिकट काटते हुए उनकी जगह राकेश शुक्ला को टिकट दिया है। 2018 के चुनाव में राकेश शुक्ला और ओपीएस भदौरिया के बीच ही मुकाबला हुआ था। ओपीएस भदौरिया सिंधिया समर्थक नेता माने जाते हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद ओपीएस भदौरिया भी बीजेपी में शामिल हो गए थे। साल 2020 में हुए उपचुनाव में ओपीएस भदौरिया ने मेहगांव सीट से उपचुनाव जीता था।
2 निर्दलीय और सपा के विधायक को मौका, संजू को धोखा
बीजेपी ने पिछली बार निर्दलीय चुनाव जीते दो उम्मीदवारों को टिकट दिया है। इसमें वारासिवनी से प्रदीप जायसवाल और सुसनेर से विक्रम सिंह राणा का नाम शामिल है। दोनों ही निर्दलीय विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे। इसके अलावा छतरपुर जिले की बिजावर सीट से समाजवादी पार्टी से बीजेपी में शामिल हो चुके राजेश शुक्ला को भी मैदान में उतारा है, जबकि भिंड सीट से बसपा के टिकट पर पिछला चुनाव जीते संजू कुशवाहा भी बीजेपी में शामिल हो गए थे, लेकिन बीजेपी ने संजू कुशवाह की जगह नरेंद्र सिंह कुशवाह को टिकट दिया है।
इन सीनियरों ने चौंकाया
बीजेपी ने एकबार फिर वरिष्ठ नेताओं को टिकट देकर चौंकाया है। अपना अमृत महोत्सव मना चुके जयंत मलैया को दमोह से फिर से उम्मीदवार बनाया गया है, जबकि उनके बेटे सिद्धार्थ मलैया का नाम उम्मीदवार की दौड़ में शामिल था। इनके अलावा ग्वालियर पूर्व से माया सिंह को टिकट दिया गया है। नागौद सीट से नागेंद्र सिंह और रीवा जिले की गुढ़ सीट से भी नागेंद्र सिंह को मैदान में उतारा है। इस कड़ी में होशंगाबाद सीट से सीतासरन शर्मा को टिकट दिया गया है। इन सभी वरिष्ठों को टिकट देने में असमंजस था, लेकिन पार्टी ने जीत की संभावना को देखते हुए इन्हें फिर से चुनावी मैदान में उतार दिया है।
कहीं बेटे का टिकट कटा तो कहीं बेटी को मिला
इंदौर-3 से मौजूदा विधायक आकाश विजयवर्गीय का टिकट काटा गया है क्योंकि उनके पिता कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर-1 से टिकट दिया गया है ऐसे में आकाश का टिकट कटना तय माना जा रहा था। वहीं बालाघाट से गौरीशंकर बिसेन का टिकट काटकर उनकी जगह बेटी मौसम बिसेन को मैदान में उतार दिया है। जोबट सीट से बीजेपी की मौजूदा विधायक सुलोचना रावत के बेटे विशाल रावत को टिकट दिया गया है। सुलोचना रावत भी पिछले लंबे समय से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही हैं।
28 महिलाओं को मैदान में उतारा
बीजेपी ने इस लिस्ट में 12 महिलाओं को टिकट दिया है। इसमें मंत्री उषा ठाकुर, पूर्व मंत्री माया सिंह और पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस जैसे नाम शामिल हैं। इससे पहले जारी की गई चार लिस्ट में 16 महिलाओं को टिकट मिला है इस तरह से बीजेपी ने 228 सीटों पर 28 महिला कैंडिडेट्स को मैदान में उतारा है।