बस्तर समेत दूसरे जिलों में मलेरिया ने पसारे पैर, बढ़े संक्रमित मरीज, आठवें चरण की जांच में मिले 300 पॉजिटिव केस 

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Vikram Jain
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बस्तर समेत दूसरे जिलों में मलेरिया ने पसारे पैर, बढ़े संक्रमित मरीज, आठवें चरण की जांच में मिले 300 पॉजिटिव केस 

BASTAR. छत्तीसगढ़ बारिश के साथ गांव- गांव में मलेरिया पैर पसार रहा है। बस्तर में मलेरिया के पॉजिटिव केस लगातार बढ़ रहे हैं। दरभा ब्लॉक में सबसे ज्यादा मलेरिया से संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। बढ़ती मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। आठवें चरण की जांच में 300 मरीज संक्रमित मिले है। दरभा ब्लॉक में जांच के दौरान 150 से ज्यादा बच्चे पॉजिटिव पाए गए हैं। जबकि 187 बच्चों में बीमारी के लक्षण देखे गए हैं, साथ ही मलेरिया संक्रमित मरीजों का इलाज भी किया रहा हैं। 



बीजापुर, सुकमा और नारायणपुर में भी मलेरिया का प्रकोप



बस्तर के साथ-साथ बीजापुर, सुकमा और नारायणपुर जिले में भी मलेरिया का प्रकोप बढ़ रहा है और इन जिलों में भी संक्रमित मरीज मिलने की पुष्टि हो रही है। इधर, मलेरिया मुक्त बस्तर बनाने के लिए बारिश के मौसम में भी स्वास्थ्य विभाग की टीम अभियान चलाकर गांव- गांव तक पहुंच रही है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक मलेरिया को लेकर ग्रामीणों में जागरूकता की कमी की वजह से बस्तर में मलेरिया का प्रकोप बढ़ रहा है। मलेरिया से संक्रमितों में बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा हैं। स्वास्थ विभाग की टीम लगातार फीवर सर्वे और इनके संपर्क में आए लोगों का पता कर इलाज कर रही है। मरीजों को बेहतर इलाज दिया जा रहा है। हालांकि अब तक इस साल जिले में कहीं भी मलेरिया से मौत नहीं हुई है, लेकिन पूरी तरह से सावधानी बरती जा रही है। 



8 आठवें चरण के अभियान में मिल रहे मरीज



स्वास्थ विभाग के संयुक्त संचालक डॉ. बीआर पुजारी ने बताया कि बस्तर संभाग को मलेरिया मुक्त बनाने के लिए लगातार स्वास्थ्य विभाग के द्वारा चरणबद्ध तरीके से अभियान चलाया जा रहा है। बस्तर जिले समेत अन्य 6 जिलों में चल रहे आठवें चरण के मलेरिया मुक्त भियान में बारिश के मौसम में मलेरिया से ग्रसित मरीजो की संख्या को देखते हुए लगातार गांव- गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाया जा रहा है, खासकर बस्तर जिले का दरभा ब्लॉक डेंजर जोन में है, और यहां पर आठवें चरण की जांच में 300 पॉजिटिव मरीज मिलने की पुष्टि हुई है।



मलेरिया को लेकर चलाया गया जागरूकता अभियान



संयुक्त संचालक ने बताया कि मलेरिया को लेकर जागरूकता की कमी की वजह से शहरी क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में इसका प्रभाव पड़ा है, लेकिन लगातार पूरे जिले में स्वास्थ्य विभाग की टीम को अलर्ट कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव गांव जाकर मलेरिया पीड़ित मरीजों का तुरंत इलाज कर रही है। उन्होंने बताया कि विभाग के पास पर्याप्त दवाइयां है साथ ही मच्छरदानी भी वितरित किया जा रहा है।



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सबसे ज्यादा 300 मरीज दरभा ब्लॉक से सामने आए



बस्तर संभाग को मलेरिया मुक्त बनाने के लिए चलाए गए अभियान के आखिरी चरण में घर-घर जाकर 3 लाख 46 हजार लोगों की खून जांच की गई हैं। इन लोगों में से करीब 700 पॉजिटिव केस मिले हैं। इनमें सबसे ज्यादा 300 मरीज दरभा ब्लॉक से सामने आए हैं। जिले में दरभा और किलेपाल का एरिया प्रमुख डेंजर जोन हैं। इसकी वजह इन क्षेत्रों का वातावरण को माना जा रहा है, जहां एनोफिलीस मच्छरों के पनपने की अनुकूल दशायें हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ग्रामीणों के बीच पहुंचकर मलेरिया से बचने के लिए जागरूक कर रही है। लोगों को पानी जमा नहीं होने देने और मच्छरदानी के इस्तेमाल करने की समझाइश दी जा रही है।


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