संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह मंगलवार और बुधवार को 2 दिन तक विधानसभा 2, 4 और 5 की समीक्षा बैठक कर विधानसभा चुनाव की तैयारियों की शुरुआत कराएंगे। विधानसभा 2 कांग्रेस के पास 1993 से, तो विधानसभा 4 1990 से और विधानसभा 5 साल 2003 से ही पास नहीं आई है। इसमें 2 और 4 तो बीजेपी के किला बन गए हैं और विधानसभा 5 की हालत यह है कि कांग्रेस को लगता है कि इस बार तो जीत जाएंगे। लेकिन लो प्रोफाइल बीजेपी प्रत्याशी महेंद्र हार्डिया कब हराकर निकल जाते हैं, उन्हें सुध ही नहीं बैठती है। इन तीन सीटों पर बीजेपी के मात्र 5 प्रत्याशियों ने कांग्रेस के 15 चेहरों को करारी हार दी है। सिंह लगातार हारी जा रही कांग्रेस की सीटों पर दौरे कर रहे हैं, वह अभी तक 56 सीटों पर दौरे कर चुके हैं, वह कुल 71 सीटों पर तैयारियों में जुटे हैं जिन पर लंबे समय से कांग्रेस जीत हासिल नहीं कर पा रही है।
बीजेपी के ये 5 प्रत्याशी पड़ रहे हैं भारी-
इंदौर विधानसभा 2 में बीजेपी के पास यह सीट 1993 में आई, 1993 से 2003 तक कैलाश विजयवर्गीय यहां जीते और फिर 2008 से 2018 तक रमेश मेंदोला ने कांग्रेसियों को हराया। वहीं, विधानसभा 4 में 1990 में कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस को मात दी तो फिर 1993 से 2003 तक लक्ष्मण सिंह गौड़ ने जीत का परचम लहराया और फिर उनकी पत्नी मालिनी गौड़ 2008 से अभी तक विजयी है। वहीं, विधानसभा 5 की बात करें तो महेंद्र हार्डिया साल 2003 से ही कांग्रेस को मात दे रहे हैं।
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कांग्रेस से यह 15 चेहरे आजमाए जा चुके हैं-
विधानसभा 2 से कांग्रेस की ओर से अभी तक कृपाशंकर शुक्ला, डॉ. रेखा गांधी, अजय राठौर, सुरेश सेठ, छोटू शुक्ला, मोहन सेंगर चुनाव हार चुके हैं। विधानसभा 4 से इकबाल खान, उजागर सिंह, गोविंद मंधानी, ललित जैन, सुरेश मिंडा और सुरजीत सिंह चड्ढा हार चुके हैं। विधानसभा 5 में शोभा ओझा, पंकज संघवी और सत्यनारायण पटेल हार झेल चुके हैं।
अभी तक 2, 4 में करारी हार ही मिली है कांग्रेस को-
- विधानसभा इंदौर 2- साल 1990 में कांग्रेस से सुरेश सेठ जीते, इसके बाद 1993 में बीजेपी के कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस के कृपांशकर शुक्ला को 21 हजार वोट से, 1998 में डॉ. रेखा गांधी को, 2003 में अज राठौर को 36 हजार वोट से, 2008 में मेंदोला ने सेठ को 35 हजार वोट से, 2023 में छोटू शुक्ला को 91 हजार वोट से तो 2018 में मोहन सेंगर को 71 हजार वोट से हराया था।
अभी कौन लड़ेगा बीजेपी-कांग्रेस से-
साल 2023 के चुनाव की बात करें तो विधानसभा 2 से रमेश मेंदोला लगभग तय है तो वहीं विधानसभा 4 से मालिनी गौड़ का लड़ना तय हो चुका है। विधानसभा 5 से ही हार्डिया का टिकट कटते दिख रहा है और ऐसे में यहां गौरव रणदिवे, नानूराम कुमावत के साथ ही मंदार महाजन, अजय नरूका की भी दावेदारी है। वहीं कांग्रेस की बात करें तो विधानसभा 2 से नेता प्रतिपक्ष नगर निगम चिंटू चौकसे दावेदार है। विधानसभा 4 में कांग्रेस के पास चेहरा ही नहीं है, ले-देकर गोलू अग्निहोत्री और अक्षय बम सामने आ रहे हैं।, वहीं सबसे ज्यादा दावेदारी विधानसभा 5 से हैं, जहां से सत्तू पटेल फिर से लड़ना चाहते हैं और स्वप्निल कोठारी उन्हें तगड़ी टक्कर दे रहे हैं।
इस तरह है दिग्विजय सिंह का 2 दिन का कार्यक्रम
आज 2 और 4 नंबर विधानसभा सीट पर होगी बात
- 1. विधानसभा क्रमांक 4 के मण्डलम, सेक्टर कार्यकर्ताओं की बैठक लोकमान्य नगर में दोपहर 2 बजे से शुरू होगी, जो 3 बजे तक चलेगी। इसके बाद 3 बजे से समस्त कांग्रेस कार्यकर्ताओं, नगर पालिका, जनपद, जिला पंचायत के चुने गए सदस्य, सेवा दल, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, किसान कांग्रेस, आईटी सेल, एनएसयूआई सहित सभी प्रकोष्ठ के सदस्य सहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बैठक।
बुधवार को करीब 5 घंटे 5 नंबर विधानसभा पर मंथन
विधानसभा क्रमांक 5 के मण्डलम, सेक्टर कार्यकर्ताओं की बैठक बुधवार 7 मई को सुबह 11 बजे से लाभ मण्डपम रेसकोर्स रोड पर होगी। इसके बाद 12 बजे से समस्त कांग्रेस कार्यकर्ताओं, नगर पालिका, जनपद, जिला पंचायत के चुने गए सदस्य, सेवा दल, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, किसान कांग्रेस, आईटी सेल, एनएसयूआई सहित सभी प्रकोष्ठ के सदस्य सहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ दिग्विजय सिंह बैठक लेंगे। इसी दिन शाम 4 बजे प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में दिग्विजय प्रेस क्लब में हिस्सा लेंगे और मीडिया के सवालों के जवाब देंगे।