मनीष गोधा, JAIPUR. राजस्थान में फर्जी खेल प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी हासिल करने का बड़ा मामला सामने आया है। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा में 58 अभ्यर्थी ऐसे पाए गए हैं जिन्होंने फर्जी खेल प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी हासिल करने का प्रयास किया। बोर्ड ने इन अभ्यर्थियों से 31 दिसंबर तक स्पष्टीकरण देने को कहा है इसके बाद इन्हें हमेशा के लिए अयोग्य घोषित करने के कार्रवाई कर दी जाएगी।
48 हजार पदों पर होना है शिक्षकों की भर्ती
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा 48 हजार पदों पर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रियाधीन है। इनमें से लेवल-1 में 32 और लेवल- 2 में 26 अभ्यर्थियों ने फर्जी खेल प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी हासिल करने की कोशिश की थी। बोर्ड ने प्रमाण पत्रों की भौतिक जांच के दौरान इन्हें पकड़ लिया। इसके बाद बोर्ड द्वारा अब इन 58 अभ्यर्थियों को आजीवन प्रतियोगी परीक्षा में बैन करने के साथ ही इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। अगर फर्जी सर्टिफिकेट लगाने वाले 58 अभ्यर्थी 31 दिसंबर तक बोर्ड के समक्ष अपना पक्ष और दस्तावेज रख उन्हें स्पष्टीकरण नहीं दे पाए। सभी के खिलाफ कानूनी करवाई भी की जाएगी।
58 अभ्यर्थियों को चिह्नित किया गया है
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के सचिव संजय माथुर ने बताया कि शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों ने खेल कोटे का फायदा लेने के लिए सर्टिफिकेट लगाए थे। इनमें काफी अभ्यर्थी ऐसे थे। जिन्होंने आवेदन की अंतिम तिथि से 2 दिन पहले के ही सर्टिफिकेट लगा दिए। इनकी जांच में वह पूरी तरह से गलत पाए गए हैं। इसके बाद बोर्ड द्वारा लेवल -1 और लेवल- 2 के कुल 58 अभ्यर्थियों को चिह्नित कर उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया है। अगर निर्धारित वक्त में अभ्यर्थियों ने अपना पक्ष नहीं रखा। तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई को भी अंजाम दिया जाएगा।
परीक्षा में 7 लाख 5 हजार 629 अभ्यर्थी हुए शामिल
बोर्ड की ओर से 48 हजार पदों के लिए शिक्षक भर्ती परीक्षा 25 फरवरी से 1 मार्च तक कराई गई थी। परीक्षा में कुल 9.65 में से 9.02 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। शिक्षक भर्ती परीक्षा लेवल-1 में 2 लाख 12 हजार 342 में से 1 लाख 96 हजार 696 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी। लेवल-1 में कुल उपस्थिति 92.63 फीसदी रही थी। जबकि लेवल-2 में 7 लाख 53 हजार 23 अभ्यर्थियों में से 7 लाख 5 हजार 629 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। लेवल-2 की अटेंडेंस 93.70 फीसदी रही थी।