BHOPAL. मध्यप्रदेश के 70 हजार बिजली कर्मचारी आज हड़ताल पर रहेंगे। कर्मचारियों की इस हड़ताल को सरकार ने अवैध घोषित कर एस्मा लगा दिया है। बता दें कि बिजली कर्मचारी आठ प्रकार की मांगें कर रहे हैं।
प्रदेश में ब्लैक आउट की स्थिती बन सकती है
बिजली कर्मचारियों की इन मांगों को लेकर पावर मैनेजमेंट कंपनी के साथ बैठक हुई थी, जो सफल नहीं रही थी। इस बैठक में मांगें पूरी न होने पर शुक्रवार को ये कर्मचारी हड़ताल करेंगे। इसकी सूचना कर्मचारियों ने प्रदेश के 52 जिला कलेक्टरों को नोटिस के माध्यम से दी है। बिजली कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से प्रदेश में ब्लैक आउट की स्थिती बन सकती है। इसके चलते सरकार ने इन कर्मचारियों पर एस्मा लगा दिया है।
क्या हैं बिजली कर्मचारियों की आठ सूत्रीय मांगें-
- ज्वाइंट वेंचर और टीबीसीबी वापस लिया जाए
- पेंशन की सुनिश्चित व्यवस्था, डीआर के आदेश, चतुर्थ वेतनमान के आदेश जारी किए जाए
- सातवें वेतनमान में तीन स्टार मैट्रिक्स विलोपित किया जाएं
- संविदा का नियमितिकरण और सुधार उपरांत साल 2023 संविदा नीति लागू की जाए
- आउटसोर्स कर्मियों की वेतन वृद्धि के साथ 20 लाख का दुर्घटना बीमा और तीन हजार रुपए के जोखिम भत्ते की मांग
- कर्मचारियों की वेतन विसंगति दूर कर मूल वेतन 25 हजार 300 रुपए से ज्यादा किया जाए और वर्ष 2018 के बाद के कनिष्ठ अभियंताओं की वेतन विसंगति दूर की जाए
- उच्च शिक्षा प्राप्त कनिष्ठ अभियंताओं को सहायक अभियंता और कर्मचारियों को कनिष्ठ अभियंता की नियुक्ति हेतु नीति बनाई जाए ,ट्रांसमिशन में आई. टी. आई. कर्मचारियों को क्लास चार की जगह क्लास तीन में रखा जाए
- सभी वर्गों की वेतन विसंगतियां, अनुकंपा नियुक्ति में मध्य प्रदेश शासन अनुसार नीतियों में सुधार, कैशलेस मेडिक्लेम पॉलिसी, गृह जिले में स्थानांतरण, संगठनात्मक संरचना का पुनर्निरीक्षण और अन्य मांगों पर निर्णय लिया जाए