रतलाम में 8 लेन एक्सप्रेस-वे शुरू होते ही किसानों का प्रदर्शन, बोले- खेतों में जाने के लिए रास्ता नहीं, हाइवे जाम करने की चेतावनी

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Rahul Garhwal
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रतलाम में 8 लेन एक्सप्रेस-वे शुरू होते ही किसानों का प्रदर्शन, बोले- खेतों में जाने के लिए रास्ता नहीं, हाइवे जाम करने की चेतावनी

आमीन हुसैन, RATLAM. रतलाम में 8 लेन एक्सप्रेस-वे शुरू होते ही किसानों ने प्रदर्शन किया। टोल बंद करने और हाइवे जाम करने की चेतावनी दी। किसानों का कहना है कि एक्सप्रेस वे के दोनों ओर सर्विस रोड बनाने का वादा किया गया था, लेकिन रोड नहीं बनी। खेतों में जाने के लिए रास्ता नहीं है। कटाई का समय है, हम अपना काम कैसे करें।

प्रदर्शन और नारेबाजी

भारतमाला परियोजना के तहत बने दिल्ली-मुंबई 8 लेन एक्सप्रेस वे की अधिकृत शुरुआत 20 सितंबर से हो गई। नेशनल हाइवे अथॉरिटी ने इसकी सूचना जारी कर दी है। शुरुआत में मध्यप्रदेश में बने हिस्से में आवागमन शुरू किया गया। वहीं आवागमन शुरू होते ही किसानों का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। धामनोद टोल पर किसानों ने रोड घेरकर प्रदर्शन करके नारेबाजी की।

किसानों की सुनवाई नहीं हुई तो जाम करेंगे एक्सप्रेस-वे

विरोध प्रदर्शन की खबर लगते ही मौके पर तहसीलदार कुलभूषण शर्मा मौके पर पहुंचे और समस्या जानी। प्रदर्शन कर रहे किसान यशवंत पाटीदार ने बताया कि एक्सप्रेस के बन जाने से किसानों को उनके खेत जाने में समस्या हो रही है। जबकि एक्सप्रेस वे के बनने की शुरुआत में एक्सप्रेस वे के दोनो साइड से सर्विस रोड बनाने का वादा किया गया था। लेकिन अब ये एक्सप्रेसवे शुरू कर दिया गया लेकिन न तो कोई रोड बनी और न खेत में जाने का रास्ता है। फसलें पक रही है। कटाई का समय है ऐसे में किसान अपना काम कैसे करें और खेत में जाए तो कैसे जाए। इससे जुड़े सभी विभागों में आवेदन दे चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। हमने एनएचएआई अधिकारी, चौकी प्रभारी और जिलाशी महोदा को इससे समस्या को लेकर आवेदन दिया है। यदि 2 दिनों में समस्या हल नहीं हुई तो इस एक्सप्रेस-वे को पूरी तरह से जाम कर देंगे। तहसीलदार कुलभूषण शर्मा ने कहा कि वे किसानों की समस्या कलेक्टर को बताएंगे।

लोकार्पण के बिना ही एक्सप्रेस-वे शुरू

8 लेन एक्सप्रेस-वे को बिना औपचारिक लोकार्पण के शुरू कर दिया गया। सोमवार को इसके टोल प्लाजा की दरें जारी कर दी गई। निर्माण के बाद से ही इस हिस्से से वाहन चालक अवैध रूप से निकल रहे थे। अब अधिकृत रूप से शुरुआत होने के बाद वाहन चालकों को शुल्क चुकाना होगा। जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के रतलाम, मंदसौर और झाबुआ जिले से गुजरने वाले नेशनल एक्सप्रेस-वे पर पहले दिन से ही टोल टैक्स लगने लगेगा।

13 घंटे में पहुंच जाएंगे दिल्ली से मुंबई

दरसअल, नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के एक्सप्रेस-वे की दिल्ली से मुंबई तक की कुल दूरी 1380 किलोमीटर है। जिसमें मध्यप्रदेश का 244.5 किलोमीटर का हिस्सा शामिल है। एक्सप्रेस-वे में एमपी के रतलाम जिले का 90 किलोमीटर, झाबुआ जिले का 50.95 किलोमीटर और मंदसौर का 102 किलोमीटर लंबा हिस्सा शामिल है। इसके प्रारंभ हो जाने से लोगों का सफर काफी आसान हो जाएगा। एक्सप्रेस-वे से मुंबई से दिल्ली तक का सफर 12 से 13 घंटे में पूरा हो जाएगा। जबकि अभी तक करीबन 22 घंटे का समय लग जाता है।

कितना देना होगा टोल टैक्स

एक्सप्रेस-वे में टोल दर लागत पर आधारित रहेगी। जिस खंड में पुल-पुलिया और इंटरचेंज अधिक होंगे वहां पर टोल ज्यादा देना होगा। दौसा वाले हिस्से के मान से कार और हल्के वाहनों के लिए टोल 2.20 रुपए से 2.25 रुपए प्रति किलोमीटर तक की दर हो सकती है। बड़े यात्री वाहन, ट्रक के लिए यह 7 से 7.35 रुपए तक होने की संभावना है। विभागीय स्तर पर दरों की जानकारी भी सार्वजनिक सूचना के माध्यम से दी जाएगी। इस संबंध में प्रोजेक्ट मैनेजर रविन्द्र गुप्ता का कहना है कि एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की आवाजाही 20 सितम्बर से शुरू होगी। अलग-अलग सेक्शन में अलग-अलग दर निर्धारित हैं। निर्धारित दरों के मान से ही टोल की वसूली की जाएगी।

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ओवर स्पीडिंग हुई तो चालान कटेगा

एक्सप्रेस-वे के माध्यम से रतलाम से मुंबई और दिल्ली के लिए समान रूप से 6 से 7 घंटे का वक्त लगेगा। इसमें टू-व्हीलर को प्रवेश नहीं मिल सकेगा। जबकि चार पहिया और बड़े वाहन 120 किलोमीटर की अधिकतम स्पीड पर चल सकेंगे। इससे ज्यादा यदि वाहनों की स्पीड मिली तो उनका चालान कटेगा। वाहनों की स्पीड पर नियंत्रण रखने के लिए पूरा मार्ग सीसीटीवी कैमरों से लैस है।

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