गंगेश द्विवेदी, RAIPUR. बीजेपी ने बीजापुर के कलेक्टर राजेंद्र कटारा पर कांग्रेस का प्रचार करने का आरोप लगाया है। रायपुर में निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय पहुंचकर बीजेपी के पाटन प्रत्याशी सांसद विजय बघेल और महेश गागड़ा ने उन्हें हटाने की मांग की है। इधर कांग्रेस ने इस पर पलटवार कर कहा है कि बीजेपी को हार का खौफ सता रहा है, इसलिए ऐसी शिकायत कर रहे। पाटन से प्रत्याशी सांसद विजय बघेल और बीजापुर के बीजेपी नेता महेश गागड़ा समेत कुछ नेता आज दोपहर राज्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहब कंगाले से शिकायत लेकर पहुंचे थे। उन्होंने कटारा पर आरोप लगाया कि वो आचार संहिता और चुनाव के दौरान कांग्रेसियों का साथ देते रहे और कांग्रेस के पक्ष में प्रचार भी किया। नेताओं ने मांग की है कि उन्हें मतगणना से अलग रखा जाए।
शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं
बीजापुर प्रत्याशी और पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने कहा कि, आचार संहिता लगने के पहले से ही हम बीजापुर कलेक्टर को लेकर शिकायत कर रहे थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनकी भूमिका लगातार संदिग्ध रही, वो कांग्रेस के प्रभाव में रहे यह जानकारी हमें मिलती रही है। लोगों ने शिकायत की कि कलेक्टर, विधायक के निवास आ जा रहे हैं और उनके साथ मीटिंग कर रहे हैं। चुनाव को डिस्टर्ब करने के पूरी कोशिश की गई है। काउंटिंग से पहले उन्हें हटाना चाहिए साथ ही मतगणना के काम से अलग रखना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो तो जनता का निष्पक्ष चुनाव से भरोसा उठ जाएगा।
कांग्रेस के पक्ष में प्रचार का दावा
बीजेपी ने अपने शिकायत पत्र में गंभीर आरोप लगाए हैं। पत्र में लिखा गया है कि बीजापुर कलेक्टर राजेंद्र कटारा 6 अक्टूबर को कांग्रेस का प्रचार कर रहे थे। 27 अक्टूबर को स्थानीय कांग्रेस विधायक का सहयोग कर रहे थे। 2 नवंबर को पक्षपात पूर्ण रवैया बीजेपी के साथ किया। 10 नवंबर को ईवीएम मशीनों के क्रमांक नहीं दिए गए। बीजेपी ने बीजापुर के बूथ क्रमांक 175 में गड़बड़ी दावा भी किया और इसकी गिनती को वैलिड नहीं मानने की बात कही। उनका यह भी कहना है कि किस बूथ में कितना मतदान हुआ इसकी जानकारी नहीं दी गई है।
कांग्रेस का पलटवार- बीजेपी को हार का खौफ
कांग्रेस ने इस शिकायत पर पलटवार किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी बुरी तरह से चुनाव हार रही है। प्रदेश की जनता ने मोदी की गारंटी को खारिज कर दिया और कांग्रेस की घोषणा पत्र पर भरोसा किया है। मतदान के बाद जो रुझान मिल रहे हैं कांग्रेस 75 से अधिक सीट जीत रही है। बीजेपी के पास 13 सीट बचाने का भी संघर्ष है। बीजेपी हार के खौफ से इस प्रकार से अधिकारियों पर आरोप लगा रही है। हार का ठीकरा अधिकारियों पर फोड़ना चाहती है। बीजेपी को स्वीकार करना चाहिए की जनता उन्हें अस्वीकार कर चुकी है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आगे बीजेपी के पास कोई चेहरा नहीं था, बीजेपी सिर्फ बहाने बना रही है।