BADWANI. एमपी विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी प्रत्याशियों ने नामांकन करने के साथ ही चुनावी प्रचार तेज कर दिया हैं। बीजेपी ने बड़वानी विधानसभा सीट से पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल पर सातवीं बार भरोसा जताते हुए प्रत्याशी बनाया हैं। प्रेम सिंह पटेल ने अपना नामांकन फॉर्म भरते हुए हर बार की तरह अपनी चारों पत्नियों का उल्लेख किया है। अपने नामांकन में प्रेम सिंह पटेल ने बताया कि उनके खिलाफ कोई भी अपराधिक मामला लंबित नहीं है। संपत्ति के उल्लेख में चल संपत्ति 91 लाख 82 हजार 464 रुपए और चारों पत्नी के पास 39 लाख 73 हजार 89 रुपए बताई है। मंत्री पटेल के पास अचल संपत्ति 1 करोड़ 43 लाख से ज्यादा हैं।
जानें पटेल और चार पत्नियों के पास कितनी संपत्ति
63 साल के कैबिनेट मंत्री और बीजेपी से प्रत्याशी प्रेमसिंह पटेल ने अपने नामांकन में अपनी शिक्षा प्राथमिक बताई हैं। उन्होने अपनी और पत्नियों की चल अचल संपत्ति की जानकारी में बताया कि उनके चल संपत्ति 91 लाख 82 हजार 464 रुपए है चार पत्नियों के पास 39 लाख 73 हजार 89 रुपए है। खुद के पास 1 तोला सोना औप पत्नियों के पास 21 तोला सोना, ढाई किलो चांदी है। वहीं अचल संपत्ति की बात करें तो मंत्री पटेल के पास 1 करोड़ 43 लाख 15 हजार 540 रुपए और पत्नी के पास 1 करोड़ 38 लाख रुपए की अचल संपत्ति है। प्रेम सिंह पटेल पर 31 लाख 89 हजार 426 रुपए का ऋण भी है। वाहन में महिंद्रा जीप, पत्नी के पास चार पहिया वाहन है। सबसे अहम की मंत्री के खिलाफ कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं हैं। इसके साथ उन्होने अपने शपथ पत्र में यह भी बताया कि उनके फेसबुक, वाट्सअप, एक्स (पहले ट्वीटर), इंस्टाग्राम पर सोशल मीडिया अंकाउट है।
तीन पत्नियों के पास पैन कार्ड ही नहीं
सूबे के सियासत के चर्चित मंत्री प्रेम सिंह पटेल की चार पत्नियां हैं। सबसे अहम बात यह कि पहली तीन पत्नियों के पास पैन कार्ड नहीं है। उनके खुद और चौथी पत्नी कोकिला पटेल के पास ही पैन कार्ड है। चौथी पत्नी कोकिला बड़वानी में नगर पालिका अध्यक्ष रह चुकी हैं। मंत्री पटेल की पहली पत्नी असमा, दूसरी सिरवटी, तीसरी कमली और चौथी कोकिला है। मध्य प्रदेश की राजनीति में जब UCC (यूनिफॉर्म सिविल कोड) पर बहस होती है तो मंत्री प्रेम सिंह पटेल के नाम की चर्चा शुरू हो जाती है।
प्रेम सिंह पटेल का सियासी सफर
बीजेपी का गढ़ रही बड़वानी सीट से प्रेम सिंह पटेल लगातार सातवीं बार चुनावी मैदान में हैं। वहीं कांग्रेस ने राजन मंडलोई को प्रत्याशी बनाया हैं। इस सीट के समीकरण कहते है कि बारेला आदिवासी बहुल बड़वानी विधानसभा पर आजादी के बाद से हुए 14 चुनावों में 11 बार जनसंघ या बीजेपी के प्रत्याशी को जीत मिली हैं। बड़वानी के विधायक प्रेम सिंह पटेल की मां मंडी डायरेक्टर थी। प्रेम सिंह पटेल ने इस सीट से पांच बार (2013 छोड़कर) चुनाव जीता है। 2013 में कांग्रेस के रमेश पटेल ने उन्हें हरा दिया था। इस सीट से कांग्रेस को साल 1980, 1985 और 2013 में जीत मिली है। साल 2018 के चुनाव में पश्चिम निमाड़ की 10 सीटों में से केवल बड़वानी में ही बीजेपी को जीत मिली थी। यहां से प्रेम सिंह पटेल ही जीत दर्ज कर पाए थे जिसके चलते उन्हें शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया। बेहद सरल और सहज स्वभाव के प्रेम सिंह पटेल 'सोशल इंजीनियरिंग' के मास्टर माने जाते हैं। विधायक पटेल ने साल 1998 में पहली पत्नी असमा के भाई सांय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ा था और बहुत ही कम वोटों से जीत दर्ज की थी।
बड़वानी की सियासत में पटेल परिवार का दबदबा
शिवराज सरकार के पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल के परिवार का बड़वानी की सियासत में बड़ा दबदबा है। यहां ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, जिला पंचायत, नगर परिषद और नगर पालिका के बड़े पदों पर उनके परिवार के सदस्य काबिज रहे है। वहीं परिवारवाद और वंशवाद के खिलाफ बोलने वाली बीजेपी प्रेम सिंह पटेल के आगे चुप्पी साध लेती है। एक तरफ बीजेपी वंशवाद और परिवारवाद की राजनीति को खत्म करने की बात कहती है, दूसरी तरफ बड़वानी विधायक प्रेम सिंह पटेल की पत्नी, बेटे, बेटी सब राजनीति में उतरे हुए हैं।