BHOPAL. मध्यप्रदेश में कुल 230 सीटों पर हुए चुनाव में से 17 सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस ने बागियों ने समीकरण बिगाड़े। कांग्रेस के 8 और बीजेपी के 9 बागियों ने, 7 सीटों पर कांग्रेस तो 3 सीटों पर बीजेपी को हराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 6 सीटों पर बीजेपी के बागियों ने जातिगत समीकरणों पर असर डाला जिसके कारण कांग्रेस प्रत्याशियों की हार हुई। वहीं 1 सीट पर कांग्रेस के बागी की वजह से बीजेपी प्रत्याशी की हार हुई।
16 हजार आठ वोटों से बीजेपी प्रत्याशी ऐंदल सिंह कंसाना की जीत
बता दें कि सबसे रोचक मुकाबला मुरैना जिले की सुमावली सीट पर दिखा। यहां कांग्रेस के बागी बसपा प्रत्याशी कुलदीप सिकरवार, कांग्रेस प्रत्याशी अजब सिंह कुशवाह और बीजेपी के ऐंदल सिंह कंसाना के बीच आखिर दौर तक मुकाबला हुआ। आखिर में 16 हजार आठ वोटों से बीजेपी प्रत्याशी ऐंदल सिंह कंसाना की जीत हुई। 22 राउंड की मतगणना में 11 में बीजेपी, 7 में कांग्रेस और 4 राउंड में बसपा प्रत्याशी आगे रहे। महू सीट से कांग्रेस के बागी निर्दलीय प्रत्याशी अंतर सिंह दरबार के कारण कांग्रेस प्रत्याशी रामकिशोर शुक्ला तीसरे नंबर पर रहे। यहां से बीजेपी प्रत्याशी उषा ठाकुर ने 34 हजार 394 वोटों से जीत दर्ज की। मुरैना सीट से बीजेपी के बागी राकेश रुस्तम सिंह की वजह से बीजेपी प्रत्याशी रघुराज सिंह कंसाना को हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश गुर्जर ने 19 हजार 871 वोटों के अंतर से रघुराज सिंह कंसाना को हार की मात दी। नागौद की बात करें तो यहां से कांग्रेस के बागी बसपा प्रत्याशी यादवेंद्र सिंह दूसरे नंबर पर रहे।
अपने बागियों के कारण बीजेपी को मिली हार
- बिहारी सिंह सोलंकी, श्योपुर : बीजेपी के बागी बसपा प्रत्याशी बिहारी सिंह सोलंकी की वजह से बीजेपी प्रत्याशी दुर्गालाल विजय चुनाव हार गए। कांग्रेस प्रत्याशी बाबूलाल जंडेल को 96 हजार 844 वोट मिले और वह 11 हजार 130 वोटों के अंतर से जीत दर्ज करने में कामयाब रहे।
- शिव रत्नाकर चतुर्वेदी, सतना : बसपा से मैदान में उतरे बीजेपी के बागी रत्नाकर चतुर्वेदी ने बीजेपी सांसद गणेश सिंह का समीकरण बिगाड़ दिया। सांसद गणेश सिंह 4 हजार 41 वोटों से कांग्रेस के सिद्धार्थ कुशवाह से चुनाव हार गए।
यहां बीजेपी के बागियों की वजह से कांग्रेस हारी
- रसाल सिंह, लहार : भाजपा ने टिकट नहीं दिया तो बसपा से चुनाव लड़े। ठाकुर वोटों में सेंध लगाई जिसकी वजह से कांग्रेस के डॉ गोविंद सिंह 12 हजार 906 वोटों से चुनाव हार गए। उन्हें 62 हजार 24 वोट मिले वहीं भाजपा के अबंरीश शर्मा गुड्डू को 74 हजार 930 वोट मिले। रसाल सिंह को 31 हजार 994 वोट मिले।
- घासीराम पटेल, राजनगर: बसपा प्रत्याशी घासीराम पटेल ने ओबीसी वोटर्स में सेंध लगाई। इसकी वजह से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम सिंह नातीराजा चुनाव हार गए। भाजपा प्रत्याशी अरविंद पटेरिया को 69 हजार 698 वोट मिले। विक्रम सिंह नातीराजा 63 हजार 831 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। बसपा प्रत्याशी को 32 हजार 195 वोट मिले।
- मीरा यादव/नंदराम कुशवाह, निवाड़ी: समाजवादी पार्टी प्रत्याशी मीरा यादव और निर्दलीय नंदराम कुशवाह दोनों ने ओबीसी वोटर्स में सेंध लगाई। कांग्रेस प्रत्याशी अमित राय भी ओबीसी वर्ग से हैं। ओबीसी वर्ग के वोटरों में बंटवारे का फायदा भाजपा के अनिल जैन को मिला। वह चुनाव जीत गए।
- देवेंद्र सिंह, त्योंथर: बसपा प्रत्याशी देवेंद्र सिंह ने ठाकुर वोटर्स में सेंध लगाई जिसकी वजह से कांग्रेस प्रत्याशी रमाशंकर सिंह को नुकसान पहुंचा। रमाशंकर सिंह 56 हजार 336 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। इसका फायदा ब्राह्मण चेहरे भाजपा प्रत्याशी सिद्धार्थ तिवारी को मिला। वह 4 हजार 746 वोटों के अंतर से चुनाव जीत गए।
यहां अपने बागियों की वजह से कांग्रेस हारी
- यादवेंद्र सिंह, नागौद : कांग्रेस के बागी निर्दलीय प्रत्याशी यादवेंद्र सिंह की वजह से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ रश्मि सिंह चुनाव हार गईं। यहां से बीजेपी प्रत्याशी नागेंद्र सिंह 17 हजार 369 वोटों से चुनाव जीत गए।
- पुष्पेंद्र अहिरवार, चंदला : समाजवादी पार्टी प्रत्याशी पुष्पेंद्र अहिरवार ने कांग्रेस प्रत्याशी अनुरागी हरप्रसाद को सीधा नुकसान पहुंचाया। सपा प्रत्याशी के कारण कांग्रेस के अनुरागी हरप्रसाद, बीजेपी प्रत्याशी दिलीप अहिरवार से 15 हजार 491 वोटों से हार गए।
- कुलदीप सिकरवार, सुमावली : कांग्रेस के बागी बसपा प्रत्याशी कुलदीप सिकरवार की वजह से कांग्रेस प्रत्याशी अजब सिंह कुशवाह को हार का सामना करना पड़ा।
- आरआर बंसल, जतारा : कांग्रेस के बागी सपा प्रत्याशी आरआर बंसल तीसरे नंबर पर रहे। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी किरण अहिरवार का नुकसान किया। किरण अहिरवार 63 हजार 106 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहीं। बीजेपी प्रत्याशी हरिशंकर खटीक ने 11 हजार से ज्यादा वोटों से किरण अहिरवार को मात दी।
- मोहन सिंह, मुंगावली : बसपा प्रत्याशी मोहन सिंह की वजह से कांग्रेस प्रत्याशी राव यादवेंद्र सिंह को नुकसान हुआ। कांग्रेस प्रत्याशी यादवेंद्र सिंह भाजपा प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह यादव से 5 हजार 422 वोटों से हार गए।