JABALPUR. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़कर छात्र राजनीति से सियासी सफर की शुरुआत करने वाले अभिलाष पांडे को जबलपुर के उत्तर मध्य सीट से बीजेपी ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है। आज जारी भारतीय जनता पार्टी की 92 प्रत्याशियों की सूची में अभिलाष पांडे को उम्मीदवार बनाया गया। उनका मुकाबला कांग्रेस के मौजूदा विधायक विनय सक्सेना के साथ होगा।
मध्य प्रदेश भाजयुमो के अध्यक्ष भी रहे
अभिलाष पांडे टिकट मांग तो रहे थे पश्चिम विधानसभा सीट से लेकिन पार्टी आला कमान ने उन्हें उत्तर मध्य से अपना कैंडिडेट चुना है। अभिलाष पांडे इसके पहले मध्य प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष भी रहे हैं और उसके बाद उन्हें रेलवे बोर्ड के मेंबर की भी जिम्मेदारी दी गई है। उत्तर मध्य विधानसभा सीट से प्रत्याशी का चयन करने में बीजेपी के सामने कई मुश्किलें थी।
अभिलाष को उम्मीदवार बनाकर चौंकाया
2018 के चुनाव में तत्कालीन विधायक और प्रदेश के स्वास्थ्य राज्य मंत्री शरद जैन की हार के बाद इस सीट से इस बार भी शरद जैन ताल ठोक रहे थे। जबकि बागी के रूप में निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले धीरज पटेरिया भी टिकट की आस लगाए हुए थे, लेकिन पार्टी आला कमान ने अभिलाष पांडे को उत्तर मध्य सीट से उम्मीदवार बनाकर हर किसी को चौंका दिया है।
सिहोरा में जिपं सदस्य और जिपं अध्यक्ष के बीच मुकाबला
जबलपुर के ग्रामीण विधानसभा सीटों में से एक सिहोरा विधानसभा सीट पर इस बार का मुकाबला काफी रोचक होने जा रहा है क्योंकि यहां चुनावी जंग जिला पंचायत अध्यक्ष और जिला पंचायत सदस्य के बीच है। कांग्रेस द्वारा उम्मीदवार बनाई गई एकता ठाकुर जबलपुर जिला पंचायत की सदस्य है तो भारतीय जनता पार्टी की पांचवी सूची में सिहोरा से उम्मीदवार बनाए गए बीजेपी के संतोष बरकड़े जबलपुर जिला पंचायत के अध्यक्ष हैं। इस सीट से बीजेपी ने दो बार की विधायक नंदनी मरावी की टिकट काट दी है। नंदनी मरावी तीसरी बार चुनाव मैदान में जाने के लिए लगातार हाथ पैर मार रही थी, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने इस बार उन्हें निराश किया है। उनकी टिकट कटने के पीछे उनकी निष्क्रियता और जनता से जुड़ाव में कमी को बड़ी वजह माना जा रहा है।