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BHOPAL. मध्यप्रदेश के अब तक के रुझानों से ये साफ होता जा रहा है कि प्रदेश में लाड़ली सरकार बनने जा रही है। लाड़ली बहना ने शिवराज भैया पर जमकर प्यार लुटाया है। वो प्यार वोट के रुप में ईवीएम तक भी पहुंचा। जब ईवीएम ने परिणाम उगलने शुरू किए तो ये प्यार, सरकार बनाने तक ले जाने लगा है। प्रदेश में राजनीतिक पंडित ये मान रहे थे कि यदि शिवराज का लाड़ली बहना कार्ड चला तो उनकी सरकार बनने से कोई रोक नहीं सकता।
ये है लाड़ली बहना का गणित
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को वोटिंग हुई। इस बार प्रदेश की 230 सीटों पर कुल 77.15 फीसदी मतदान हुआ। जबकि 2018 में 75.63 फीसदी मतदान हुआ था। निर्वाचन आयोग के जारी डेटा के अनुसार इस बार 34 सीटें ऐसी हैं, जहां पुरुषों से ज्यादा महिलाओं ने वोटिंग की थी। वहीं 70 से ज्यादा ऐसी सीटें हैं जहां 80 प्रतिशत या अधिक महिलाओं ने वोट डाले। अधिकांश सीटों पर 70 फीसदी से अधिक महिलाओं ने वोट डाले। इससे जाहिर हो रहा है कि वोटिंग पर लाड़ली बहना योजना का असर दिखाई दिया। मध्यप्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव में इस बार 34 सीटों पर पुरुषों की तुलना में महिलाओं का मतदान प्रतिशत ज्यादा रहा। यानी महिलाओं ने घरों से निकलकर अपने मताधिकार का जमकर उपयोग किया। इसका अर्थ यह लगा सकते हैं कि मध्यप्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान की लाड़ली बहना योजना का खासा असर महिलाओं के मतदान में दिखाई दिया है। इसी योजना का असर मध्यप्रदेश के चुनाव परिणाम पर भी देखा जा सकता है। जिस तरह महिलाओं ने 34 सीटों पर ज्यादा वोटिंग की थी वहां परिणाम भी बीजेपी के पक्ष में जाते दिखाई दे रहे हैं।
विंध्य की 80 फीसदी सीटों पर आगे रही लाड़ली बहना
विंध्य में कुल 30 सीटें हैं। यानी 80 फीसदी सीटों पर महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा वोट डाले हैं। यह भी रोचक है कि विंध्य की जिन 24 सीटों पर महिलाओं ने ज्यादा वोट दिए, उनमें से 19 पर 2018 में बीजेपी ने जीत दर्ज की थी। पांच सीटें कांग्रेस के पास गई थीं। महाकौशल की 7 सीटें ऐसी हैं,जहां महिलाएं आगे रहीं। इसी तरह भोपाल की दक्षिण-पश्चिम में भी पुरुषों ने 58. 61 फीसदी तो महिलाओं ने 59. 66 फीसदी वोट डाले।
बीजेपी की सरकार बनते ही बढ़ी हुई राशि मिलने का वादा
बीजेपी संगठन ने वार्ड स्तर पर 5 से 10 महिलाओं की एक टीम बना रखी थी। जिसने घर-घर जाकर लाड़ली बहना योजना की हितग्राहियों से संपर्क किया। महिलाओं की यह टोली उनसे पूछती थी कि खाते में पैसा आ गया कि नहीं। पार्टी को फीडबैक मिला कि महिलाएं इसके बाद पूछती थीं कि तीन रुपए कब मिलेंगे। उनसे ये टोली कहती थी कि जैसे ही फिर बीजेपी की सरकार बनेगी, बढ़ी हुई राशि उन्हें मिलने लगेगी। इससे बीजेपी ने ये अनुमान लगाया कि महिलाओं और उनके परिवार का वोट बीजेपी की तरफ गया है।
महिलाओं की ज्यादा वोटिंग वाली सीटों पर ये प्रत्याशी...
विधानसभा सीट |
बीजेपी | कांग्रेस |
पवई |
प्रहलाद लोधी | मुकेश नायक |
पन्ना |
बृजेंद्र प्रताप सिंह |
भरत मिलन पांडे |
चित्रकूट |
सुरेंद्र सिंह गहरवार |
नीलांशु चतुर्वेदी |
रैगांव |
प्रतिमा बागरी |
कल्पना वर्मा |
नागौद |
नागेंद्र सिंह |
रश्मि सिंह पटेल |
मैहर |
श्रीकांत चतुर्वेदी |
धर्मेश घई |
अमरपाटन |
रामखेलावन पटेल |
राजेंद्र कुमार सिंह |
रामपुर बघेलान |
विक्रम सिंह |
रमाशंकर पयासी |
सिरमौर |
दिव्यराज सिंह |
रामगरीब कोल |
सेमरिया |
केपी त्रिपाठी |
अभय मिश्रा |
त्योंथर |
सिद्धार्थ तिवारी |
रमाशंकर सिंह पटेल |
मऊगंज |
प्रदीप पटेल |
सुखेंद्र सिंह बना |
देवतालाब |
गिरीश गौतम |
पद्मेश गौतम |
मनगंवा |
नरेंद्र प्रजापति |
बबीता साकेत |
गुढ़ |
नागेंद्र सिंह |
कपिध्वज सिंह |
चुरहट |
शरदेंदु तिवारी |
अजय सिंह |
सीधी |
रीति पाठक |
ज्ञान सिंह |
सिंहावल |
विश्वमित्र पाठक |
कमलेश्वर कुमरे |
चितरंगी |
राधा सिंह |
माणिक सिंह |
धौहनी |
कुंवर सिंह टेकाम |
कमलेश सिंह |
ब्योहारी |
शरद जुगल कोल |
रामलखन सिंह |
जयसिंह नगर |
मनीषा सिंह |
नरेंद्र मारावी |
जैतपुर |
जय सिंह मरावी |
उमा धुर्वे |
अनूपपुर |
बिसाहूलाल सिंह |
रमेश सिंह |
पुष्पराजगढ़ |
हीरा सिंह श्याम |
फुंदेलाल मार्को |
मानपुर |
मीना सिंह मंडावे |
तिलक राज सिंह |
विजयराघवगढ़ |
संजय पाठक |
नीरज बघेल |
सिहोरा |
संतोष बरबडे |
एकता सिंह ठाकुर |
बिछिया |
विजय आनंद मरावी |
नारायण सिंह पट्टा |
निवास |
फग्गन सिंह कुलस्ते |
चैन सिंह वारकड़े |
बैहर |
भगत सिंह नेताम |
संजय उइके |
लांजी |
राजकुमार कर्राये |
हिना कावरे |
परसवाड़ा |
रामकिशोर कावरे |
मधु भगत |
भोपाल मध्य |
ध्रुव नारायण सिंह |
आरिफ मसूद |