टीकमगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी यादवेंद्र सिंह बुंदेला के बेटे शाश्वत सिंह आए असम पुलिस के निशाने पर, क्या है मामला

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Jitendra Shrivastava
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टीकमगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी यादवेंद्र सिंह बुंदेला के बेटे शाश्वत सिंह आए असम पुलिस के निशाने पर, क्या है मामला

BHOPAL. टीकमगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी यादवेंद्र सिंह बुंदेला के घर असम पुलिस ने गुरुवार को जालसाजी के मामले में छापेमारी की। मामला 2022 का है और असम में मटक ऑटोनॉमस काउंसिल में कॉन्ट्रैक्ट देने के नाम पर 63 करोड़ रुपए की जालसाजी से जुड़ा है। इस मामले में असम पुलिस ने यादवेंद्र के बेटे शाश्वत सिंह से 4 घंटे पूछताछ की। सवाल यह है कि आखिर असम से जुड़े इस घोटाले का मध्यप्रदेश और शाश्वत सिंह से क्या लिंक है। आखिर मटक ऑटोनॉमस काउंसिल के नाम से कैसे हो रही जालसाजी। हालांकि, शाश्वत सिंह सफाई दे रहे हैं, लेकिन असम पुलिस उनका मोबाइल, आधार और पैन कार्ड जब्त कर ले जा चुकी है। शाश्वत की शिकायत जालसाजी का शिकार हुई दिल्ली की सबरवाल ट्रेडिंग कंपनी प्रालि ने दर्ज कराई थी। आइए जानते हैं क्या है यह पूरा मामला।

कैसे करते थे जालसाजी

यह मामला असम की मटक ऑटोनॉमस काउंसिल के नाम से जालसाजी का है। जालसाजों ने इस नाम से गरीबों के उत्थान के नाम पर देशभर में नेटवर्क चला रखा है। लोगों को ठगने के लिए ये लोग केंद्रीय फंडिंग बताकर टेंडर विज्ञापन भी जारी करते हैं। दलाल टेंडर दिलाने के लिए सप्लायर से सेटिंग करते हैं और करोड़ों की जालसाजी को अंजाम दिया जाता है। असम पुलिस के मुताबिक कुछ समय पहले कांग्रेस नेता यादवेंद्र सिंह बुंदेला के परिजनों के खिलाफ जालसाजी, कूटरचित दस्तावेज तैयार करने और धमकाने के मामले में किया गया है। पुलिस ने जांच में आरोपियों के बयान लिए हैं।

सबरवाल ट्रेडिंग कंपनी ने की शिकायत

असम के सीआईडी इंस्पेक्टर उत्तम डोले के मुताबिक दिल्ली की सबरवाल ट्रेडिंग कंपनी ने धोखाधड़ी की शिकायत की थी। कंपनी के मुताबिक इन लोगों ने नया काउंसिल फर्म बनाकर माल सप्लाई का टेंडर बुलाया। कंपनी को सप्लाई का कॉन्ट्रैक्ट मिला। करीब 63 करोड़ रुपए का माल सप्लाई किया। बाद में पता चला कि माल असम सप्लाई हुआ है, लेकिन इस मामले में पेमेंट नहीं मिला। इसके बाद कंपनी ने शिकायत की।

सर्च वारंट जारी हुआ

सीआईडी इंस्पेक्टर उत्तम डोले के मुताबिक गुवाहाटी हाईकोर्ट ने 3 अक्टूबर को सर्च वारंट जारी किया। 10 अक्टूबर को केस दर्ज हुआ। तब से ही जांच जारी है। टीम ने गुरुवार को बुंदेला के घर दस्तावेज खंगाले। हालांकि, कहा जा रहा है कि घोटाले का कोई दस्तावेज टीम को नहीं मिला। पुलिस कुछ दस्तावेज लेकर रवाना हो गई।

शाश्वत सिंह बुंदेला ने दी सफाई

असम पुलिस कार्रवाई के बाद शुक्रवार को टीकमगढ़ के कांग्रेस प्रत्याशी यादवेंद्र सिंह बुंदेला के परिवार ने सफाई देने के लिए ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। शाश्वत सिंह बुंदेला ने कहा कि असम पुलिस की कार्रवाई को सियासत से प्रेरित है। मामला 2022 का बताया गया है। एक साल में असम पुलिस ने कोई संपर्क नहीं किया और न ही कोई समन जारी किया। उन्होंने कहा कि असम के सीएण मप्र के चुनाव प्रभारी है। इससे इस बात को समझा जा सकता है। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष नवीन साहू और नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार ने भी प्रशासन से निष्पक्ष चुनाव कराए जाने की मांग की।

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