BHOPAL. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले सीएम भूपेश बघेल पर महादेव सट्टेबाजी एप के संचालक से 508 करोड़ रुपए लेने का आरोप लगा है। सवाल यह है कि इस मामले में सीएम रहते क्या ईडी भूपेश बघेल से पूछताछ कर सकती है? पहले के मामलों को देखें तो पता चलता है कि ऐसा भी हुआ है कि एजेंसियों ने सीएम रहते नेताओं से पूछताछ की। इससे पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से शराब घोटाला मामले में लंबी पूछताछ हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी गोधरा कांड मामले में यही सब हो चुका है। साल 2010 में उनसे गुजरात दंगों के मामले में एसआईटी ने 9 घंटे तक पूछताछ की थी, उस दौरान वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे।
पीएम नरेंद्र मोदी से गुजरात में हुई थी पूछताछ
गुजरात के तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी से भी 2010 में एसआईटी ने पूछताछ की थी। 27 मार्च 2010 को हुई यह पूछताछ भी करीब 9 घंटे से ज्यादा चली थी। नरेंद्र मोदी से 2002 में हुए गुजरात दंगों को लेकर पूछताछ हुई थी, जिसमें SIT ने 100 सवाल पूछे थे। इस दौरान नरेंद्र मोदी ने एसआईटी की तरफ से ऑफर की गई चाय तक लेने से इनकार कर दिया था।
भारत का संविधान और कानून सुप्रीम हैः मोदी
बता दें कि एसआईटी पूछताछ के बाद तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि, सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात दंगों की जांच के लिए जो एसआईटी की रचना की है, एसआईटी ने मुझको एक चिट्ठी लिखी थी। जिसमें 27 तारीख को मिलने के लिए बताया था। आज मैं एसआईटी के सामने प्रस्तुत हूं। उन्होंने मुझसे से विस्तार से बातचीत की है। वो जो सवाल पूछ रहे थे, उनका मैं जवाब दे रहा था। मैंने पहले ही कहा है कि भारत का संविधान और कानून सुप्रीम है। एक नागरिक और मुख्यमंत्री होने के नाते मैं कानून से बंधा हुआ हूं।
ऐसे समझें गुजरात दंगा मामला
अक्टूबर 2001 में नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री बनाए गए थे। फरवरी 2002 में गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस के डिब्बे में आग लगा दी गई, जिसमें करीब 59 कार सेवकों की मौत हो गई थी। इसके बाद मुस्लिम समुदाय पर इस घटनाक्रम का आरोप लगा। इसके ठीक बाद गुजरात के कई इलाकों में दंगे फैल गए। कई लोगों के घर जला दिए गए और सैकड़ों लोगों की हत्या भी कर दी गई। करीब एक हजार लोगों की इन दंगों में मौत हुई थी, जिनमें 700 से ज्यादा मुस्लिम समुदाय के थे। गुजरात दंगों के मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। आरोप था कि नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों को भड़कती हिंदू भावनाओं को नहीं रोका। जिसके कारण यह कत्लेआम हुआ। हालांकि, लंबी कानूनी लड़ाई और जांच के बाद नरेंद्र मोदी को इस मामले में क्लीन चिट मिल गई।
केजरीवाल से 9 घंटे हुई थी पूछताछ
हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से शराब घोटाला मामले में लंबी पूछताछ हुई है। ऐसा पहली बार नहीं है, जब किसी मुख्यमंत्री पर ऐसे आरोप लगे हों, पहले भी देश में कई मुख्यमंत्रियों पर गंभीर आरोप लग चुके हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाला मामले में सीबीआई की तरफ से समन किया गया था। इस मामले में पहले ही दिल्ली के डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी हो भी चुकी है। अब सीएम केजरीवाल से पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि केजरीवाल को दोबारा पूछताछ के लिए भी बुलाया जा सकता है।