/sootr/media/post_banners/1837d144100bf81233ffc1594642159ccea278e557b02616d238ca28cb69a6e8.jpg)
BHOPAL. एमपी में शिवराज सरकार ने किसानों को बड़ा तोहफा देते हुए मुख्यमंत्री कृषक मित्र योजना का शुभारंभ किया है। बुधवार को कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन हॉल में सीएम शिवराज सिंह चौहान योजना का शुभारंभ किया। सीएम शिवराज ने फॉर्म भरकर दिखाया है। इस योजना के तहत किसानों को कृषि पंप कनेक्शन, ट्रांसफार्मर लगवाने के लिए अनुदान राशि दी जाएगी।
सीएम ने खुद भरा हरदा की किसान का फॉर्म
शिवराज कैबिनेट ने 16 सितंबर को मुख्यमंत्री कृषक मित्र योजना का अनुमोदन किया था। चार दिन बार इसे लांच कर दिया गया। मुख्यमंत्री कृषक मित्र योजना का शुभारंभ करते हुए सीएम शिवराज ने हरदा जिले की किसान नमिता का ऑनलाइन फार्म भी खुद ही भरा। साथ ही बताया है कि किसानों को कैसे इसका लाभ मिलेगा। एमपी में तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर शिवराज सिंह चौहान ने जमकर निशाना साधा है।
ये भी पढ़ें...
सीएम शिवराज ने दिग्विजय सिंह पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब अच्छे और धर्मात्मा लोग सरकार चलाते हैं तो परमात्मा भी पूरा सहयोग करता है। सीएम शिवराज ने दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि वे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अधिकारियों को धमकाते हैं, पूछते हैं कि पैसा कहां से आ रहा है। उनकी नजर में मामा मामा नहीं औरंगजेब हो गया है। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि आप पैसे के लिए रोते थे, पर हमारी सरकार के पास पैसे की कोई कमी नहीं है। जब अच्छे लोग और धर्मात्मा लोग सरकार चलाते हैं तो परमात्मा भी पूरी मदद करते हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसान हमारे अन्नदाता ही नहीं, प्राण दाता भी हैं। आपकी अथक मेहनत से एमपी को कृषि के क्षेत्र में कई पुरस्कार मिले हैं।
ये भी पढ़ें...
बारिश से हुई नुकसानी की भरपाई होगी
इस दौरान सीएम शिवराज ने कहा कि अल्प बारिश से हुई नुकसानी की भरपाई होगी, अभी कहीं-कहीं अल्प बारिश के कारण फसलों को नुकसान हुआ है, लेकिन चिंता न करें, मैंने सर्वे के निर्देश दे दिए हैं। अगर नुकसान हुआ है, तो उसकी भरपाई भी की जाएगी। योजना का शुभारंभ करने पहुंचे सीएम शिवराज ने अपनी 18 साल की सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं।
जानें क्या है योजना के लाभ
मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कृषक मित्र योजना शुरू की गई है। योजना के तहत किसानों को स्थाई कृषि पंप कनेक्शन दिए जाएंगे। पहले साल के लिए 10 हजार पंपों का लक्ष्य है। योजना के तहत 3 हॉर्स पॉवर या ज्यादा क्षमता के स्थाई पंप कनेक्शन के लिए ही लागू रहेगी। योजना 2 साल तक प्रभावशील रहेगी। इसकी लागत का केवल 50 प्रतिशत राशि का वहन संबंधित कृषक/कृषकों के समूह की तरफ से किया जाएगा। शेष 40 प्रतिशत राशि का वहन राज्य शासन और 10 प्रतिशत राशि का वहन विद्युत वितरण कंपनी की तरफ से किया जाएगा। योजना के तहत अधोसंरचना विस्तार का कार्य, समस्त सामग्री सहित विद्युत वितरण कंपनी कराएगी। साथ ही पंप कनेक्शन के लिए स्थापित लाइन, ट्रांसफार्मर आदि का संधारण (मेंटेनेंस) भी वितरण कंपनी की तरफ से किया जाएगा।