संजय गुप्ता, INDORE. विधानसभा चुनाव की वोटिंग के 15 दिन पहले कांग्रेस के राउ विधायक जीतू पटवारी के भाई कुलभूषण उर्फ नाना पटवारी को जेल भेज दिया गया है। साल 2017 के किसान आंदोलन के दौरान उनके खिलाफ केस दर्ज हुए थे। इस मामले में 2 स्थायी वारंट जारी थे। वारंट के चलते वे अपने साथियों के साथ गुरुवार को थाने पहुंचे और गिरफ्तारी दी। पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया। इस मामले में उनके साथी सचि सेठ, अशोक अलेरिया, जितेंद्र भी साथ थे, सभी को जेल भेजा गया।
पुलिस की कार्रवाई पर सवाल
पुलिस की चुनाव के चलते इस कार्रवाई से ये भी सवाल उठ रहे हैं कि वारंट तामील कराने में उन्हें 6 साल का समय लग गया, जबकि वे उसी विधानसभा और थाना क्षेत्र में लगातार घूमते हैं।
नाना पर एक–दो नहीं, भाई की विधानसभा थाने में ही 7 केस
नाना पटवारी पर साल 2012 से लेकर 2018 के बीच में राजेंद्र नगर थाने में (जो राउ विधानसभा क्षेत्र में आता है) गंभीर धाराओं में 7 अपराध दर्ज हैं। एडिशनल क्राइम डीसीपी राजेश दंडोतिया ने कहा कि साल 2017 के किसान आंदोलन में ये स्थायी वारंट जारी था। राजेंद्र नगर थाने में ये खुद पेश हुए थे, जहां से गिरफ्तार कर कोर्ट भेजा गया, वहां से जेल भेजा गया। स्थायी वारंट तामील कराया गया था।
नाना पर दर्ज केस
- अपराध क्रमांक 632/12 - आईपीसी 341 और 147
- अपराध क्रमांक 91/15 - आईपीसी 323,294,506,34, 336
- अपराध क्रमांक 312/17 - आईपीसी 147, 148, 149, 307, 332, 353, 435
- अपराध क्रमांक 313/17 - आईपीसी 147, 148, 149,336, 341
- अपराध क्रमांक 314/17 - आईपीसी 147, 148, 149, 323, 336, 341, 346, 506
- अपराध क्रमांक 316/17 - आईपीसी 147, 148, 307, 325, 332, 353
- अपराध क्रमांक 782/18 - आईपीसी 147, 148, 149, 294, 323, 354 (क), 353 ए, 452 स 506
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इधर बीजेपी नेताओं को नोटिस
पुलिस ने शांति भंग की आशंका में बीजेपी के 20 कार्यकर्ताओं और नेताओं को नोटिस भेज दिए हैं। नोटिस में नेताओं को थाने पहुंचकर शांति के लिए बॉन्ड भरने को कहा गया है। जिन्हें नोटिस भेजे हैं, इसमें युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष मनस्वी पाटीदार, पार्षद महेश बसवाल, मयूरेश पिंगले, राहुल राणे, अंकित परमार, विवेक शर्मा आदि हैं। नोटिस पर बीजेपी नेताओं ने आपत्ति ली है। नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि इस तरह से नोटिस तो गुंडों को भेजे जाते हैं। ये नोटिस साल 2019 में कांग्रेस सरकार के समय हुए प्रदर्शन के चलते दिए गए हैं।