अखिलेश मालवीय, HARDA. हरदा के रातातलाई गांव में दलित परिवार की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने से रोका गया। पुजारी ने दलित परिवार के साथ गाली-गलौज की और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। इसके बाद दलित परिवार ने पुलिस से शिकायत करके FIR की मांग की। रातातलाई कृषि मंत्री कमल पटेल का गृह ग्राम है।
पहले बाहर से ही जल चढ़ाता था दलित परिवार
जानकारी के मुताबिक पहले दलित परिवार मंदिर के बाहर से ही जल चढ़ाते थे। वे मंदिर के अंदर स्वयं ही प्रवेश नहीं करते थे। आज जब महिलाओं ने मंदिर में एंट्री करने की कोशिश की तो पुजारी ने इसका विरोध किया। इसके बाद महिलाओं के परिवार के लोग आ गए, जिनके साथ पुजारी ने गाली-गलौज की।
एक ग्रामीण ने ही फेंकी पूजा की थाली
पीड़ित महिला ने बताया कि वे मंगलवार को ग्राम रातातलाई में अहिरवार समाज की कुछ महिलाओं और अपने बेटे के साथ सार्वजनिक बजरंग मंदिर और शीतला माता मंदिर में दर्शन और पूजा अर्चना करने गई हुई थी। इस एक ग्रामीण नारायण ने उन्हें मंदिर में प्रवेश करने से रोका और गाली-गलौज की। उसने पूजा की थाली भी फेंक दी।
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'जल चढ़ाने से पंडित नहीं बन जाओगे, जो हो वही रहोगे'
वायरल वीडियो में एक अन्य ग्रामीण नारायण भी पुजारी की बातों का समर्थन करता नजर आया। नारायण का दलित परिवार से कहना था कि जल चढ़ाने से पंडित नहीं बन जाओगे, जो हो वही रहोगे। उस शख्स ने भी जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। इस घटना के बाद से अहिरवार समाज में आक्रोश है। पुलिस ने 2 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है।