आमीन हुसैन, RATLAM. मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लग चुकी है। 17 नवंबर को वोटिंग होगी और 3 दिसंबर को नतीजे आएंगे। अब चुनाव आयोग भी एक्शन में दिखाई दे रहा है। रतलाम कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी को चुनाव आयोग ने हटा दिया है।
क्यों हटाए गए रतलाम कलेक्टर ?
रतलाम कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी के खिलाफ कांग्रेस विधायक मनोज चावला ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी का ट्रांसफर कर दिया गया। उन्हें उप-सचिव बनाकर भोपाल भेजा गया है। तत्काल जिला पंचायत CEO को कार्यभार सौंपने के आदेश दिए हैं।
कलेक्टर पर कांग्रेस विधायक ने लगाया था आरोप
आलोट के कांग्रेस विधायक मनोज चावला ने कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी पर बीजेपी का एजेंट होने का आरोप लगाया था। उन्होंने 8 अगस्त को राष्ट्रीय निर्वाचन आयुक्त को शिकायत करके कलेक्टर के ट्रांसफर की मांग की थी। पत्र में विधायक चावला ने कहा था कि कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी के रहते विधानसभा चुनाव निष्पक्ष नहीं हो सकेंगे। इस पत्र के बाद आचार संहिता लागू होने के तीसरे दिन निर्वाचन आयोग ने तत्काल प्रभाव से कलेक्टर सूर्यवंशी को उप-सचिव बनाते हुए भोपाल ट्रांसफर कर दिया।
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पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने भी कलेक्टर पर साधा था निशाना
रतलाम में कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा की आम सभा में पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने मंच से कलेक्टर को चौथा इंजन बताते उन्हें बीजेपी का कार्यकर्ता बताया था। उनके खिलाफ नगरीय निकाय चुनाव और जिला पंचायत चुनाव के समय भी बीजेपी को फायदा पहुंचाने के आरोप लगे थे।