भोपाल में RSS के पूर्व प्रचारकों ने बनाई 'जनहित पार्टी', बीजेपी पर लगाया आरोप- पं. दीनदयाल उपाध्याय के विचारों को भूली

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Jitendra Shrivastava
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भोपाल में RSS के पूर्व प्रचारकों ने बनाई 'जनहित पार्टी', बीजेपी पर लगाया आरोप- पं. दीनदयाल उपाध्याय के विचारों को भूली

BHOPAL. भोपाल पहुंचे RSS के पूर्व प्रचारकों और स्वयंसेवकों ने रविवार को जनहित पार्टी के नाम से राजनीतिक पार्टी का गठन किया। भोपाल में हुई बैठक में पार्टी का पांच सूत्रीय एजेंडा तय किया गया है। इन्हीं पांच बिंदुओं के आधार पर जनहित पार्टी मध्यप्रदेश में बीजेपी सरकार को आगामी चुनाव में घेरेगी। आरएसएस के पूर्व प्रचारक अभय जैन ने कहा कि देश की जनता आज स्वच्छ राजनीति चाहती है। नेता आज जनता से जुड़े मुद्दों को उठाना भूल गए हैं। बीजेपी की ही बात की जाए तो पं. दीनदयाल उपाध्याय जैसे महान विचारकों ने जिन विचारों पर पार्टी की स्थापना की थी वे विचार आज बीजेपी में कहीं भी नजर नहीं आते हैं। हम पं. दीनदयाल उपाध्याय के विचारों का अक्षरशः पालन करेंगे और राजनीति में नया उदाहरण पेश करेंगे।

इन 5 विचारों को लेकर जनता के बीच जाएंगे

शिक्षाः हर बालक देश की पूंजी है, उसे संवारें... शिक्षा और संस्कार से बालक समाज का अभिन्न घटक बनता है। बच्चों को शिक्षा और संस्कार देने के लिए पैसे लेना गलत है। जो काम समाज के अपने हित में है उसके लिए शुल्क लेना गलत है। पैसे देकर शिक्षित होने वाला बच्चा व्यक्तिवादी बनता है और समाज की अवहेलना करता है।

स्वास्थ्यः देश में जन्मा हर नागरिक देश की संपति है, इनका जीवन बचाएं। चिकित्सा के लिए पैसा देना पड़े यह अचंभे की बात है। चिकित्सा भी निशुल्क होना चाहिए। हमारे यहां पहले चिकित्सा के लिए भी पैसा नहीं लिया जाता था। आजकल तो कई मंदिरों में भी जाने के लिए पैसा देना पड़ता है।

दंडनीतिः न्यायालय से न्याय दिलाने की पहली जिम्मेदारी पुलिस की होती है, जिस पर भरोसा नहीं है, वकील महंगे हैं तथा न्यायलय में केसों का अंबार है। पेशी पर जाओ, तारीख बढ़ती रहती है। न तो क्षीणदंड होना चाहिए और न उग्रदंड होना चाहिए। दंड से ही जनता को नियंत्रित करने से धर्म की हानि होती है।

अर्थव्यवस्थाः प्रत्येक को काम अर्थव्यवस्था का सिद्धांत होना चाहिए। मनुष्य, श्रम और मशीन में समन्वय ही अर्थव्यवस्था का उद्देश्य है। धन के अधिकाधिक सम वितरण की आवश्यकता है। प्रत्येक को श्रम का अवसर देना सरकार का दायित्व है। मशीन मानव की सहायक है, प्रतिस्पर्धी नहीं।

जिम्मेदार कार्यपालिकाः हम सरकार तो बदल सकते हैं, सरकारी काम का तरीका नहीं... आज जो भी बुराइयां दिख रही हैं उसमें कार्यपालिका की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है अतः नेता को अपने आचरण का पूरा ध्यान रखना चाहिए।

कौन हैं इस पार्टी के मार्गदर्शक

भारत हितरक्षा अभियान के प्रमुख अभय जैन ने जनहित पार्टी का गठन किया है। इनमें अभय जैन के साथ मनीष काले, विशाल बिंदल शामिल हैं। अभय जैन मप्र में आरएसएस के प्रांत बौद्धिक प्रमुख रह चुके हैं। मनीष काले आरएसएस के रीवा विभाग प्रचारक रह चुके हैं। विशाल बिंदल भोपाल में प्रचारक रह चुके हैं।

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