संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर नगर निगम में आचार संहिता के बीच ही एक बार फिर महापौर VS निगमायुक्त शुरू हो गया है। इसकी शुरूआत किसी मुद्दे से नहीं बल्कि तंत्र-मंत्र की नींबू के कारण हुई है। सिटी बस ऑफिस में निगमायुक्त की कार के पास नींबू डाले गए हैं और आरोप महापौर के पीए निखिल कुलमी पर है। निगमायुक्त इस कदम से बहुत भड़क गई है और अधिकारी को तो डांटा ही , साथ पुलिस में भी शिकायत कर दी है।
यह है मामला
निगमायुक्त हर्षिका सिंह ने संयोगितागंज पुलिस को आवेदन देकर शिकायत की है और इसमें कुलमी द्वारा संदेहास्पद कृत्य करने की आशंका जताई है। कुलमी ने 16 अक्टूबर की दोपहर 12 बजे करीब एआईसीटीएसएल के गीता भवन स्थित दफ्तर में निगमायुक्त की कार के पास नींबू फेंका जो संदेहास्पद है। यह सीसीटीवी में भी नजर आया है। निगमायुक्त को घटना पता चलने पर उन्होंने कुलमी को बुलाया और फटकार लगाई, कुलमी ने भी माफी मांगी लेकिन मामाला यही नहीं थमा।
भोपाल तक पहुंचाया गया मामला
बताया जा रहा है कि निगमायुक्त ने यह मामला भोपाल तक पहुंचा दिया है। वहीं सूत्रों के अनुसार कुछ बीजेपी नेता और कर्मचारी आगर-मालवा के नलखेड़ा के प्रसिद्ध बगलामुखी मंदिर गए थे और वहां मिर्ची यज्ञ किया और नींबू वहीं से लेकर आए थे। इसके बाद वह इंदौर पहुंचे और कुलमी ने यह नींबू निगमायुक्त की कार के पास फेंक दिए।
महापौर और निगमायुक्त की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा मामला
जब से निगमायुक्त ने अप्रैल माह से पद संभाला है तभी से ही निगमायुक्त और महापौर पुष्यमित्र भार्गव के बीच पटरी नहीं बैठने की बात लगातार सामने आ रही है। बीच में एक एमआईसी महापौर ने बुलाई थी लेकिन इसमें निगमायुक्त नहीं पहुंची और इसे अवैध बता दिया। महापौर लगातार अधिकारियों की मनमानी, लालफीताशाही को लेकर परेशान है और विविध बैठकों में उनके साथ एमआईसी सद्सय मुद्दा उठा रहे है लेकिन फिलहाल जनप्रतिनिधि खुद को बंधा हुआ महसूस कर रहे हैं। इस नींबू फेंकने को भी महापौर के साथ एमआईसी और निगमायुक्त की लड़ाई के रूप में ही देखा जा रहा है।