DATIA. विधानसभा चुनाव आते ही ज्योतिषियों, बाबाओं और किंवदंतियों पर चर्चाओं का दौर शुरु हो जाता है। साल 2018 के चुनाव में सिंहस्थ की किंवदंती जोरों पर थी। किंवदंति के मुताबिक सिंहस्थ का आयोजन कराने वाले व्यक्ति से उसका ताज छिन जाता है। किंवदंति एक प्रकार से सच भी साबित हुई लेकिन 13 महीने बाद बाबा महाकाल ने फिर से शिवराज पर हाथ रख दिया था। अब इस बार विधानसभा चुनाव में पंडोखर बाबा की भविष्यवाणी की चर्चा है।
एक भविष्यवाणी आधी सच भी साबित हुई
पंडोखर बाबा ने उनके दरबार में पहुंचे कांग्रेस नेता हेमंत कटारे को लेकर भविष्यवाणी की थी। उन्होंने कार्यकर्ता राहुल ढिमोले द्वारा लगाई गई अर्जी पर अपने पर्चे पर लिखकर दिया था कि हेमंत कटारे को न सिर्फ टिकट मिलेगा बल्कि वे भविष्य में विधायक होंगे। हेमंत कटारे को कांग्रेस टिकट सौंप चुकी है, विधायक बनेंगे या नहीं यह 3 दिसंबर को तय हो जाएगा।
दूसरी भविष्यवाणी में सरकार बदलने का किया था दावा
पंडोखर बाबा ने इसी तरह एक दूसरी भविष्यवाणी में दावा किया था कि आने वाले दिनों में सरकार बदलने वाली है। इस भविष्यवाणी से उस दौरान कांग्रेसियों की बांछे खिल गई थीं। हालांकि भविष्यवाणी में यह दावा कदापि नहीं किया गया कि सत्ता परिवर्तन बीजेपी से कांग्रेस का होगा या केवल बीजेपी का अंदरूनी यानि सिर्फ सीएम बदले जाने वाला परिवर्तन।
कौन हैं पंडोखर सरकार
बता दें कि दतिया से सटे पंडोखर धाम के प्रमुख पंडोखर सरकार का असली नाम गुरुशरण शर्मा है। यूं तो वे साल 1999 से दरबार लगाते चले आ रहे हैं लेकिन चर्चाओं में हाल के कुछ सालों में आए हैं। पंडोखर धाम में हनुमान जी की उपासना होती है। दावा किया जाता है कि पंडोखर सरकार पर हनुमान जी की विशेष कृपा है। हालांकि अपने-अपने दावों में पंडोखर सरकार और बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री एकदूसरे पर निशाना साधते रहते हैं।