संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर एसीपी हीरानगर धैर्यशील येवले ने पुलिस महकम से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) के लिए शुक्रवार, 6 सितंबर की शाम को आवेदन कर दिया है। यह आवेदन पुलिस आयुक्त मकरंद देउस्कर के पास पहुंच गया है। बताया जा रहा है कि वह स्पाइनल (बैकबोन) समस्या के चलते परेशान थे और इसी स्वाथ्यगत समस्या के कारण से यह आवेदन दिया है। हालांकि, पुलिस महकमे में आला अधिकारियों से मनुमटाव की बात चल रही है। लगातार कहा जा रहा था कि आपकी थानों पर मॉनीटरिंग सही नहीं है और केस डायरियां सही नहीं है। इन बातों के चलते उन्होंने यह आवेदन दे दिया।
पुलिस आयुक्त ने की आवेदन मिलने की पुष्टि
पुलिस आयुक्त मकरंद देउस्कर ने 'द सूत्र' से चर्चा में कहा कि उनका वीआरएस का आवेदन प्राप्त हुआ है, इसमें आगे जो भी इन आवेदनों पर नियमानुसार विभागीय प्रक्रिया है, वह की जाएगी। येवले को अगस्त 2022 में राष्ट्रपति पदक भी मिल चुका है।
1987 बैच के सब इंस्पैक्टर है येवले
येवले 1987 बैच के सब इंस्पैक्टर पर चयनित अधिकारी है। वह इंदौर में मल्हारगंज, पलासिया टीआई भी रहे हैं। वह पुलिस अधिकारी के साथ ही एक कवि के रूप में भी पुलिस महकमे में पहचान रखते हैं। बताया जाता है कि इंदौर में दो बार पहले भी उनका वरिष्ठ अधिकारियों से मतभेद हुए थे।
गुंडों के जुलूस निकालने को लेकर हुआ था विवाद
निगम चुनाव के समय हीरानगर थाने में हुए विवाद के दौरान तत्कालीन अधिकारियों से गुंडों के जुलूस निकालने को लेकर विवाद हुआ था और इसे उन्होंने टीआई का काम बताया था। इसी तरह एक बार उनके क्षेत्र के एक टीआई के देरी से आने पर सीनियर अधिकारी ने टीआई के साथ उन्हें भी बैठक से जाने का बोल दिया था, इस पर भी उन्होंन इस आदेश का विरोध किया था।