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संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ को लगातार सिख दंगों में घेरने के लिए पोस्टर लगाए जा रहे हैं। बुधवार (8 नवंबर) को इंदौर विधानसभा एक में जेंट्री गेट पर पोस्टर लगा था और फिर गुरुवार (9 नवंबर) रात को पाटनीपुरा चौराहे पर उनके खिलाफ पोस्टर लगे और इस बार कौन बनेगा करोड़पति की तर्ज पर एक विवादित सवाल लिखकर उसके जवाब में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और कमलनाथ का नाम लिखा गया। कांग्रेस ने फिर चुनाव आयोग को शिकायत भेजी है। उल्लेखनीय है कि आचार संहिता के पहले लगातार इंदौर-भोपाल में कभी कमलनाथ तो कभी सीएम शिवराज सिंह चौहान को लेकर विवादित पोस्टर लगे हुए सामने आए थे। अब वोटिंग के आठ दिन पहले फिर यह पोस्टरबाजी शुरू हो गई है। उधर आचार संहिता के दौरान भी पुलिस, प्रशासन इन विवादित पोस्टरों को लगने से नहीं रोक पा रहा है। शिकायत के बाद ही टीम जागती है और फिर पोस्टर हटाने की कार्रवाई होती है।
विवादित पोस्टर पर लिखा सात करोड़ का सवाल
प्रदेश कांग्रेस सचिव और विधानसभा एक के चुनाव समन्वयक राकेश यादव ने पोस्टर की जानकारी देते हुए कहा कि यह पोस्टर नगर निगम के पाटनीपुरा चौराहे पर रामसिंह भाई की प्रतिमा स्थल पर लगा है। इस पोस्टर में लिखा है कि सवाल 7 करोड़ रुपए का- रॉ के पूर्व अधिकारी जीबी एस सिद्दू की किताब के अनुसार कांग्रेस का कौन सा नेत पंजाब में आतंकवादियों को फंडिंग करता था। जवाब ए- कमलनाथ, बी- राहुल गांधी, सी- सोनिया गांधी, डी प्रियंका गांधी।
इसके पहले यह लगा था पोस्टर
इसके पहले बुधवार को जेंट्री गेट पर पोस्टर लगा था। इसमें लिखा था कि पंजाब में आतंकवाद के जन्मदाता कमलनाथ क्या मुख्यमंत्री बनने के लायक है। इन दोनों ही पोस्टर के नीचे किसी का नाम, पता कुछ नहीं लिखा है केवल मप्र युवा मंच लिखा गया है।
कांग्रेस ने की शिकायत
यादव ने आयोग को शिकायत करते हुए आरोप लगाए कि बीजेपी ने फर्जी संगठन मध्यप्रदेश युवा मंच के नाम से बिना अनुमति नगरनिगम के पाटनीपुरा चौराहे पर रामसिंह भाई की प्रतिमा पर फर्जी आरोप लगाकर भ्रम फैलाने के लिए षड्यंत्र की राजनीति के अंतर्गत ये फ्लेक्स अवैध रूप से लगाया हैं। पूर्व मुख्यमंत्री एंव पीसीसी अध्यक्ष माननीय कमलनाथ को बदनाम करने और छबि धूमिल का यह कुसंगित प्रयास बीजेपी के संरक्षण में हुआ हैं। यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हैं।
इधर कैलाश विजयवर्गीय की सफाई यह काम कांग्रेसियों का ही
कमलनाथ के खिलाफ सिख दंगों को लेकर विधानसभा एक में लगे पोस्टर पर विजयवर्गीय ने कहा कि मैं विलो द बेल्ट वार नहीं करता हूं, हल्की राजनीति नहीं की है। दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के बीच जो कपड़ा फाड़ राजनीति हुई है, उसके चलते दिग्विजय सिंह का कार्यकर्ता बेहद आहत है यह काम उन्हीं का हो सकता है, वैसे भी मेरी विधानसभा में ज्यादा सिख नहीं है, मैं यह क्यों करूंगा। यह उनकी आपस की राजनीति है।