संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर भारी बारिश के बाद जलमग्न की स्थिति में हैं और शासन, प्रशासन, एसडीआरएफ टीम, नगर निगम से लेकर समाजसेवी संगठन सभी रेस्क्यू में लगे हैं। कई जनप्रतिनिधि भी सड़कों पर हैं। लेकिन इसी बीच सांसद शंकर लालवानी ने शाम चार बजे अधिकारियों और समाजसेवी संगठनों की अंगदान को लेकर बैठक बुला ली। इस बैठक के दौरान देखने में आया कि कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी लगातार फोन पर ही आपदा को लेकर मॉनिटरिंग करते रहे और अधिकारियों को फील्ड पर निर्देश देते नजर आए। सांसद की बैठक इसलिए भी निशाने पर आई क्योंकि, वह खुद दोपहर में 1.58 बजे ट्वीट कर कहते हैं कि सुरक्षित घर पर ही रहें।
क्या कहा था सांसद ने ट्वीट करके
दोपहर 1.58 बजे, 16 सितंबर को- इंदौर और आसपास भारी बारिश हो रही है और कई सालों का रिकार्ड तोड़ा है। आठ इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है, शहर में कई जगह पानी भरा है। प्रशासन, निगम, एनजीओ राहत कामों में लगे हुए हैं। नदी उफान पर है और पुलों के ऊपर से पानी बह रहा है। निचली बस्तियों से हम सुरक्षित सभी को निकालने के प्रयास में हैं। आप सभी से निवेदन है कि घर पर ही रहें सुरक्षित रहें और अनावश्यक बाहर नहीं निकलें।
पीएम के जन्मदिन के लिए दिखाना है काम, इसलिए हुई बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 17 सितंबर को जन्मदिन है। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय उनके जन्मदिन पर विधानसभा दो और तीन के लिए देश के सबसे बड़े हैल्थ शिविर लगाने की बात कह रहे हैं। ऐसे में सांसद ने अंगदान को लेकर बीड़ा उठाया है। बैठक में कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर देशभर में सेवाकार्य किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने अंगदान, नेत्रदान और देहदान का सराहनीय अभियान शुरू किया है। सांसद लालवानी ने इस अभियान के अंतर्गत अंगदान, नेत्रदान और देहदान अभियान में भी इंदौर को नंबर वन बनाने का संकल्प दिलवाया। कलेक्ट्रेट में हुई बैठक में सांसद के साथ ही कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी, कई एनजीओ के पदाधिकारी और अन्य लोग उपस्थित थे। सांसद सेवा संकल्प के अंतर्गत चलने वाले इस कार्यक्रम में एक संकल्प पत्र शेयर किया गया और अधिक से अधिक लोगों से इसे भरवाने का अनुरोध किया गया है। मोदी जी के जन्मदिन से पूरे देश में 1 करोड़ लोग अंगदान का संकल्प लेंगे। सांसद लालवानी ने कहा कि सृष्टि का प्रथम देहदान महर्षि दधीचि ने किया था और ये हमारी आध्यात्मिक परंपरा से जुड़ा हुआ है।
230 से ज्यादा लोगों की बचाई जान, एमपीईबी बारिश में भी लगी रही
उधर, जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, होमगार्ड ने संयुक्त प्रयास करते हुए करीब 16-17 सितंबर के दौरान 230 लोगों की जान बचाई। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी के निर्देश में प्रशासन, राजस्व, होमगार्ड और एसडीईआरएफ के दल मुस्तेदी से राहत एवं बचाव कार्य में लगे हुए हैं। वहीं भारी बारिश में भी एमपीईबी के कर्मचारी जुटे रहे और बिजली जाने की समस्या बहुत कम आई। इंदौर शहर वृत्त के 525 में से 11 केवी के 46 फीडरों में अलग-अलग समय में बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई। इस दौरान 19 जगह लाइनों पर पेड़, बड़ी शाखाएं गिरने से आपूर्ति में अवरोध की स्थिति निर्मित हुई। साथ ही 8 स्थानों पर तार और केबल टूटे। अधिकांश प्रभावित क्षेत्रों की बिजली आपूर्ति व्यवस्था एक घंटे से अधिकतम चार घंटे में बहाल की गई। इस दौरान 450 कर्मचारी तथा अधिकारी कार्य पर लगे। मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हर घंटे का अपडेट लेने के साथ जल्द कार्य-सुधार के लिए निर्देशित भी किया। शहर के 30 जोन पर शुक्रवार शाम से शनिवार शाम तक 1700 से ज्यादा व्यक्तिगत शिकायतों फ्यूज ऑफ कॉल (एफओसी) का जोन की टीमों ने भी समाधान किया।