BHOPAL. इंदौर में विधानसभा सीट क्र.1 से बीजेपी प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय ने फिर कहा कि उनकी चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं थी। हालांकि, उन्होंने ये भी दावा किया कि पार्टी के आदेश पर मैदान में उतरे हैं तो कम से कम 50 हजार वोटों से जीतेंगे। विजयवर्गीय नागदा में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
दिलीप शेखावत के घर भी पहुंचे
बीजेपी ने नागदा से तेज बहादुर सिंह को टिकट दिया है। इसके बाद पूर्व विधायक दिलीप शेखावत ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। वे समर्थकों के साथ प्रदर्शन करने के साथ ही वरिष्ठ नेताओं से मिलने का मन भी बना चुके थे। इस बीच, विजयवर्गीय कार्यकर्ताओं को जीत का पाठ पढ़ाने के लिए यहां पहुंचे। कार्यक्रम से पहले वे दिलीप शेखावत के घर भी पहुंचे।
मैं थोड़े ही लड़ता हूं, कार्यकर्ता लड़ते हैंः कैलाश
सारे निर्णय अपने पक्ष में थोड़े ही होते हैं। मैं आपको फिर कह रहा हूं कि मेरी चुनाव लड़ने की एक प्रतिशत भी इच्छा नहीं थी। मैं डरता थोड़े ही हूं कि चुनाव लड़ूंगा तो हार जाऊंगा। मैं क्षेत्र में नहीं जाऊंगा, तो भी 50 हजार से ज्यादा वोटों से जीतूंगा। मैं थोड़े ही लड़ता हूं, कार्यकर्ता लड़ते हैं। विजयवर्गीय क्या है? आपमें और विजयवर्गीय में कोई अंतर नहीं है। पार्टी ने कमल का फूल हाथ में दे दिया। मैं पूरे प्रदेश में घूमूंगा। मैं क्षेत्र में जाऊं या नहीं जाऊं फिर भी 50 हजार वोटों से जीतूंगा। ज्यादा से भी जीत सकता हूं। हमें सरकार बनानी है। पार्टी का आदेश था, उसका पालन करना है।
मैं विरोध छोड़कर मिलकर काम करूंगा
कार्यकर्ता सम्मेलन में विजयवर्गीय ने मंच से दिलीप शेखावत को भी मनाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि शेखावत से मेरी बात हुई थी। उन्होंने मुझसे कहा कि कैलाश जी आप आ गए। बस, मैं अपना विरोध वापस लेता हूं। मैं विरोध छोड़कर मिलकर काम करूंगा। मुख्यमंत्री के चेहरे के बारे में विजयवर्गीय ने कहा कि जो पार्टी तय करेगी, वो सीएम होगा।
ये उनका घमंड बोल रहा हैः कांग्रेस
विजयवर्गीय के बयान पर कांग्रेस ने भी पलटवार किया है। कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री अजीत सिंह ने कहा- ये उनका घमंड बोल रहा है। जनता के बीच इनका संपर्क नहीं है। वो सिर्फ हवाई यात्रा करते रहे हैं। जब चुनाव के परिणाम आएंगे, तो पैरों के नीचे से जमीन खिसक जाएगी।