BHOPAL. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो चुके हैं, इसके नजीजे 3 दिसंबर को आएंगे। परिणाम के साथ ये साफ हो जाएगा कि एमपी में किसकी सरकार बन रही है। प्रदेश की सत्ता के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने प्रचार में जमकर खर्च किया। चुनाव खर्च के मामले में पूर्व सीएम कमलनाथ प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर भारी पड़े हैं। दरअसल पीसीसी चीफ कमलनाथ ने चुनाव में सीएम शिवराज से ज्यादा पैसा खर्च किया है।
विधानसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने खर्च की राशि 40 लाख निर्धारित की थी। आयोग के मुताबिक प्रत्याशी चुनाव के प्रचार के लिए 40 लाख रुपए से ज्यादा खर्च नहीं कर सकता था। इसके बाद बीजेपी और कांग्रेस के प्रत्याशियों ने जमकर प्रचार किया और चुनाव में जीत और वोटर्स को रिझाने के लिए हर संभव कोशिश की। चुनाव प्रचार में पैसा लगाने के मामले में कई प्रत्याशी आगे रहे। जीत के लिए दोनों ही प्रमुख दलों के प्रत्याशियों ने खर्च के मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान को भी पीछे छोड़ दिया है। खर्च के मामले में कमलनाथ सीएम शिवराज पर भारी पड़े हैं। कैलाश विजयवर्गीय सहित बीजेपी के अन्य प्रत्याशी भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से आगे निकले है।
प्रचार में किसने कितना खर्च किया
सीहोर जिले की बुदनी विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस चुनाव में प्रचार के लिए विधानसभा में 11 लाख 66 हजार रुपए खर्च किए, जबकि छिंदवाड़ा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व सीएम कमलनाथ ने छिंदवाड़ा विधानसभा में 16 लाख 47 हजार रुपए खर्च किए हैं। वहीं केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने 18 लाख 30 हजार 587, प्रहलाद सिंह पटेल ने 17 लाख 57 हजार 852 और कैलाश विजयवर्गीय ने सबसे ज्यादा 20 लाख रुपए खर्च किए हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुदनी विधानसभा से चौथी बार प्रत्याशी बनाए गए है। सीएम शिवराज सिंह चारों ही चुनाव में नामांकन दाखिल करने के बाद कार्यकर्ताओं के भरोसे ही प्रचार प्रसार की जिम्मेदारी सौंप दिया करते थे। इस बार भी सीएम शिवराज सिंह ने नामांकन जमा करने के बाद किया और फिर प्रचार के लिए बुदनी नहीं गए।