BHOPAL. मध्यप्रदेश के लिए आज बड़ा दिन है। आज विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आने वाला है। प्रदेश में बीजेपी-कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला है। आज EVM इनमें से किसी एक पार्टी की किस्मत का ताला खोलेगी और दूसरी पार्टी को 5 साल के लिए विपक्ष में बैठना पड़ेगा। सीएम शिवराज सिंह चौहान जीत का दावा कर रहे हैं। वहीं PCC चीफ कमलनाथ भी कह चुके हैं कि कांग्रेस पार्टी की सरकार बन रही है। कुछ ही घंटों में तस्वीर पानी की तरह साफ होने वाली है।
एग्जिट पोल्स का अनुमान क्या था ?
देशभर की 12 मुख्य एजेंसी ने एग्जिट पोल जारी किए थे। इसमें से 4 ने मध्यप्रदेश में बीजेपी की सरकार आने की संभावना बताई थी। वहीं 4 एजेंसियों ने कांग्रेस को बहुमत मिलने की संभावना बताई थी। वहीं 2 एजेंसियां त्रिशंकु सरकार की तरफ इशारा कर रही हैं। नतीजे के बाद पता चलेगा कि कौन से एग्जिट पोल सही साबित हुए और कौन से गलत। वहीं पोल ऑफ पोल्स में बीजेपी को 122, कांग्रेस को 104 और अन्य को 4 सीटें मिलने की संभावना है।
चुनाव में 77.15 फीसदी वोटिंग
प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर इस बार 77.15 फीसदी वोटिंग हुई। ये पिछले 66 साल में सबसे ज्यादा है। 2018 के चुनाव में 75.63 प्रतिशत मतदान हुआ था।
क्या बीजेपी को मिलेगा लाड़ली बहना फायदा
जब चुनावी सरगर्मी शुरू ही हुई थी, तो कांग्रेस बेहद मजबूत स्थिति में दिखाई दे रही थी। सत्ता विरोधी लहर भी बेहद ज्यादा थी। इसके बाद सीएम शिवराज लाड़ली बहना योजना लेकर आए। हर महीने महिलाओं को 1 हजार रुपए देने का ऐलान और राशि को 3 हजार रुपए तक बढ़ाने का वादा किया। बीजेपी ने इस योजना को ब्रह्मास्त्र की तरह इस्तेमाल किया। लाड़ली बहना योजना का खूब प्रचार-प्रसार किया गया। बीजेपी ने महिलाओं पर पूरा फोकस शिफ्ट कर दिया। पूरे प्रदेशभर में लाड़ली बहना योजना की लहर दौड़ गई। सीएम शिवराज अचानक से हीरो बन गए। लाड़ली बहना के ट्रंप कार्ड की वजह से बीजेपी, कांग्रेस को टक्कर देने की स्थिति में आ गई। वहीं एग्जिट पोल्स ने बीजेपी को जीत के लिए और कॉन्फिडेंट कर दिया।
कांग्रेस ने किया 1500 रुपए देने का वादा
बीजेपी की लाड़ली बहना योजना के काउंटर अटैक के रूप में कांग्रेस ने नारी सम्मान निधि की घोषणा की। सरकार बनने पर हर महीने महिलाओं को 1500 रुपए देने की घोषणा की। इसके साथ ही 500 रुपए में गैस सिलेंडर देने का ऐलान किया। कांग्रेस ने इस दांव के सहारे बीजेपी की लाड़ली बहना योजना की काट निकालने की कोशिश की।
बीजेपी ने 7 सांसदों पर लगाया है दांव
बीजेपी ने कुछ मुश्किल सीटों पर 7 सांसदों को चुनाव लड़ाया है। इसमें 3 केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं। जाहिर है बीजेपी किसी भी हाल में ये सीटें जीतना चाहती है, इसलिए उसने सांसदों को टिकट देने से भी परहेज नहीं किया।
विधानसभा चुनाव में इन सांसदों की साख दांव पर
- नरेंद्र सिंह तोमर (दिमनी)
- प्रहलाद पटेल (नरसिंहपुर)
- राकेश सिंह (जबलपुर पश्चिम)
- फग्गन सिंह कुलस्ते (निवास)
- गणेश सिंह (सतना)
- राव उदय प्रताप सिंह (गाडरवारा)
- रीति पाठक (सीधी)
बुंदेलखंड में तीसरा मोर्चा कर सकता है उलटफेर
मध्यप्रदेश चुनाव में वैसे तो मुख्य मुकाबला बीजेपी-कांग्रेस के बीच होता है, लेकिन सपा और बसपा अक्सर बुंदेलखंड और ग्वालियर-चंबल इलाके में सेंध लगाते हैं। ये कांग्रेस और बीजेपी के वोट बैंक में सेंध लगा सकती हैं। बाजी पलट भी सकती हैं।