BHOPAL. मध्यप्रदेश में गांव और शहर में स्ट्रीट वेंडर्स के पहचान पत्र बनाए जाएंगे। अलग-अलग जगहों पर हॉकर्स कॉर्नर बनेंगे। इसके साथ ही सरकार पथ विक्रेता कल्याण बोर्ड का गठन करेगी। सीएम शिवराज ने राजधानी भोपाल के लाल परेड ग्राउंड पर पथ विक्रेता महासम्मेलन में ये घोषणाएं की।
पथ विक्रेताओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने की कोशिश
सीएम शिवराज ने कहा कि पीएम स्व-निधि और मुख्यमंत्री पथ विक्रेता योजना इसलिए बनाई गई हैं ताकि हमारे पथ विक्रेता भाई-बहन आर्थिक रुप से सशक्त हो सकें। मैंने तय कर दिया कि मध्यप्रदेश में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में होगी, ताकि गरीबों के बच्चे भी डॉक्टर और इंजीनियर बन सकें। मध्यप्रदेश की धरती पर किसी गरीब को बिना जमीन के नहीं रहने दिया जाएगा।
स्ट्रीट वेंडर्स को मिलेगा 1 लाख तक का लोन
सीएम शिवराज ने कहा कि मैं ये फैसला कर रहा हूं कि पथ विक्रेता भाई-बहनों द्वारा 50 हजार का ऋण बैंक को लौटाने पर उन्हें 1 लाख तक का ऋण भी दिया जाएगा। साथ ही हमने ये निर्देश दिए हैं कि अब कहीं भी तहबाजारी वसूल नहीं की जाएगी।
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सीएम ने व्यंजनों का स्वाद लिया, चाय पी
सीएम शिवराज ने पथ विक्रेता भाई-बहनों के स्टॉल्स का जायजा लिया। उन्होंने व्यंजन चखकर देखे और स्ट्रीट वेंडर्स से बातचीत की। इस दौरान सीएम ने स्टॉल पर चाय की चुस्कियां लीं और खिचड़ी भी खाई।