शिवम दुबे@ Raipur.
चुनाव से पहले प्रत्याशी अपनी संपत्ति और अन्य विवरण देते हैं। छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस प्रत्याशी टीएस सिंहदेव और अमरजीत भगत ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा जमा किया है। इसमें पता चला है कि छत्तीसगढ़ सरकार में कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत अपनी पत्नी से भी गरीब हैं। वहीं लगातार दूसरे पंचवर्षीय भी छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव की संपत्ति कम हुई है। खास बात ये है कि लगभग 52 करोड़ रुपए की संपत्ति कम होने के बाद भी टीएस सिंहदेव राज्य के सबसे अमीर नेता हैं।
मंत्री अमरजीत की संपत्ति कम, पत्नी की ज्यादा
विधानसभा चुनाव 2023 के लिए मंत्री अमरजीत भगत ने जो ब्यौरा दिया है। उसके अनुसार अमरजीत की संपति में कोई खास बदलाव नहीं देखा गया है। लेकिन पत्नी की संपत्ति लगभग दोगुनी हो गई है। प्रदेश के खाद्यमंत्री अमरजीत भगत की संपत्ति पिछले पांच सालों में लगभग यथावत रही है, लेकिन उद्यमी पत्नी की संपत्ति लगभग दोगुनी हुई है। अमरजीत भगत ने विधानसभा सीतापुर से बतौर कांग्रेस प्रत्याशी नामांकन दाखिल किया है। नामांकन के साथ उन्होंने घोषणापत्र में अपने परिवार की कुल संपत्ति 7.55 करोड़ घोषित की है, जो वर्ष 2018 में 5 करोड़ 87 लाख रुपये थी। इन पांच सालों में देनदारियां भी कम हुई हैं। गौरतलब है कि प्रदेश के खाद्यमंत्री अमरजीत भगत पांचवीं बार सीतापुर विधानसभा क्षेत्र से बतौर कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
क्या है संपत्ति का ब्यौरा?
अमरजीत भगत करीब साढ़े चार साल से मंत्री हैं। उनकी चल संपत्ति लगभग यथावत है। उन्होंने हाथों में 8.45 लाख नगदी, बैंकों में जमा राशि, बीमा, सोने-चांदी के जेवर एवं एक वाहन सहित अपनी चल संपत्ति 52 लाख 20 हजार 82 रुपये घोषित की है। वर्ष 2018 में उन्होंने 72 लाख रुपये की चल संपत्ति घोषित की थी। वहीं उनकी उद्यमी पत्नी कौशल्या भगत की चल संपत्ति में 8.15 लाख रुपये नगदी सहित बैंक, बीमा, सोने-चांदी के जेवर सहित कुल चल संपत्ति एक करोड़ 14 लाख रुपये बताई गई है। इसमें उनके स्वामित्व की पाइप फैक्ट्री शिव शक्ति इंडस्ट्रीज में निवेश 66.91 लाख रुपये शामिल है। वर्ष 2018 में कौशल्य भगत के नाम चल संपत्ति 94.11 लाख रुपये घोषित की गई थी।
पांच सालों में 52 करोड़ घटी टीएस बाबा की संपत्ति
छत्तीसगढ़़ के सबसे धनी नेता डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव की संपत्ति पांच फिर कम होगई है। इन 5 सालों में 52 करोड़ रूपये घट गई है। टीएस सिंहदेव ने नामांकन के साथ दिए गए शपथ पत्र में अपनी संपत्ति 447.77 करोड़ रुपये घोषित की है। जबकि 2018 में उनकी कुल संपत्ति 500 करोड़ एक लाख रुपये थी। खास बात यह है कि अब भी छत्तीसगढ़ के सबसे धनी विधायक हैं। टीएस सिंहदेव को मिली अधिकांश संपत्ति उन्हें विरासत में मिली है।
ज्यादा संपत्ति अचल फिर भी हुई कम!
टीएस सिंहदेव की कुल संपत्ति हर पांच साल में उनकी संपत्ति बढ़ने के बजाए घट रही है और ऐसा पिछले 2 पंचवर्षीय में हुआ है। पिछले पांच सालों में उनकी संपत्ति में रिकार्ड 52 करोड़ रुपये की कमी आई है। गौर करने वाली बात तो ये है कि टीएस की ज्यादा संपत्ति अचल संपत्ति के रूप में है। शपथ पत्र में उन्होंने अचल संपत्ति 436.71 करोड़ रुपये घोषित की है। वहीं चल संपत्ति 10 करोड़ 99 लाख रुपये की है। इनमें उन्हें विरासत में मिले जेवरात, बंदूकें एवं अन्य सामान हैं। सिंहदेव ने स्वयं के हाथों में एक लाख 70 हजार रुपये नगद होना बताया है। टीएस सिंहदेव के पास अन्य चल संपत्ति में बैंक खातों में जमा रकम, बीमा, बैंक व फर्मों की हिस्सेदारी तथा निवेश की रकम शामिल है।