मनीष गोधा, JAIPUR. राजस्थान के विधानसभा चुनाव में नामांकन दाखिल करने का काम सोमवार को पूरा हो गया और निर्वाचन विभाग की ओर से देर रात जारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों पर कल 2605 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए हैं। देश में महिलाओं को विधानसभाओं और लोकसभा में 33% आरक्षण देने का बिल पारित हो चुका है लेकिन इसके बावजूद नामांकन दाखिल करने वाली महिलाओं का आंकड़ा मुश्किल से 12 प्रतिशत है और 299 महिलाओं ने नामांकन दाखिल किए हैं।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का काम 30 अक्टूबर से शुरू हुआ था और 7 दिन में सबसे ज्यादा नामांकन आखिरी दिन ही भरे गए। पहले दिन जहां सिर्फ आठ प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था वही आखिरी दिन यानि सोमवार 6 नवंबर को 1543 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया।
पिछले चुनाव से कम है आंकड़ा
राजस्थान में वर्ष 2018 के चुनाव से तुलना करें तो नामांकन दाखिल करने वालों की संख्या इस बार कुछ कम है। पिछले चुनाव में 3293 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए थे जबकि इस बार 2605 प्रत्याशियों ने ही नामांकन दाखिल किए हैं। महिलाओं की संख्या हालांकि पिछली बार के मुकाबले कुछ बढ़ी है लेकिन बहुत ज्यादा बढ़ोतरी नहीं है। पिछली बार 281 महिलाओं ने नामांकन दाखिल किए थे जबकि इस बार 299 महिलाओं ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। थर्ड जेंडर की बात करें तो पिछली बार एक नामांकन आया था जबकि इस बार एक भी नामांकन नहीं है
सबसे ज्यादा नामांकन कामां सीट पर
प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों का औसत निकाला जाए तो औसतन एक सीट पर करीब 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है लेकिन राजस्थान में सबसे ज्यादा नामांकन पत्र भरतपुर जिले की कामा विधानसभा सीट पर भरे गए हैं। यह राजस्थान की शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान की असेंबली सीट है यहां से कुल 28 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए हैं। वही सबसे कम नामांकन जयपुर जिले की दूदू सीट पर दाखिल हुए हैं। यहां से सिर्फ चार प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए हैं। यहां से अभी निर्दलीय बाबूलाल नागर विधायक हैं जिन्हें अबकी बार कांग्रेस पार्टी ने अपना सिंबल दे दिया है।
आज होगी नामांकन पत्रों की जांच, परसों तक नाम वापसी
दाखिल किए गए नामांकन पत्रों की जांच का काम आज किया जाएगा और अगले दो दिन में यानी 9 नवंबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों पर मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच ही है और दोनों ही दलों के 50 से ज्यादा बागी चुनाव मैदान में दिख रहे हैं। आज से लेकर अगले 3 दिन तक दोनों ही दोनों में बागियों को मान मनौव्वल का दौर चलेगा। पिछले चुनाव में जांच और नाम वापसी के बाद करीब एक हजार प्रत्याशी कम हो गए थे। इस बार देखना होगा कि दोनों ही दलों के नेता इस आंकड़े को कितना काम करवा पाते हैं।