DELHI. चार धाम की यात्रा ने इस बार एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। जानकारी के मुताबिक चार धाम की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा अब तक 50 लाख के पार पहुंच गया है। जो कि 2022 के आंकड़े से काफी ज्यादा है। बताया जा रहा है कि इस बार भक्तों की संख्या ने अभी तक के सभी रिकॉर्ड्स तोड़ दिए हैं। वहीं उत्तराखंड सरकार का कहना है कि चार धाम यात्रा करने वाले भक्तों की संख्याओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। भक्तों के आंकड़ों में लगातार बढ़ोतरी को उत्तराखंड सरकार ऑल वेदर रोड की सफलता मान रही है।
ऑल वेदर रोड की सफलता
बता दें कि 27 दिसंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑल वेदर रोड की नींव रखी थी। ताकि उत्तराखंड में कनेक्टिविटी की दिशा में सुविधा लाया जा सके। गौरतलब है कि इस परियोजना का मकसद चार धाम यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के लिए हर मौसम में कनेक्टिविटी को अधिक से अधिक बढ़ाना था। ताकि इसके बाद तीर्थयात्री किसी भी मौसम में प्राकृतिक बाधाओं से परेशान हुए बगैर अपनी यात्रा सुगमता पूर्वक कर सकें। बताया जा रहा है कि इस परियोजना का कार्य पूरा होने के बाद से आस-पास के सभी क्षेत्रवासियों को इसका बेहद लाभ मिलेगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस परियोजना का परिणाम अभी से दिखने लगा है और इससे इस क्षेत्र में होने वाले व्यापार एवं पर्यटन को भी बढ़ावा मिल रहा है।
पर्यटकों के लिए सरकार ने उठाए कदम
उत्तराखंड सरकार ने तीर्थयात्रियों की सुविधाओं में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम भी उठाए हैं, जिसमें चारों धामों में श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण से लेकर दर्शन तक की अलग-अलग व्यवस्था शामिल है। यात्रा के लिए अधिक संख्या में उन्नत एम्बुलेंस उपलब्ध कराना और डॉक्टरों की एक विशेष टीम का गठन जिसके कारण श्रद्धालुओं के लिए यात्रा बेहद सुविधाजनक हो रही है। वहीं चार धाम तीर्थ स्थलों पर 50 हेल्थ ATM भी स्थापित किए गए हैं, जो कि तीर्थयात्रियों को मेडिसिन सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। बता दें कि चार धाम यात्राओं के लिए लगातार श्रद्धालुओं की संख्याओं में बढ़ोतरी हो रही है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि चार धाम यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था करना और उनकी सुरक्षा करना उत्तराखंड सरकार का कर्तव्य है, जिसके लिए हमलोग लगातार प्रयासरत हैं।