BHOPAL. मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनावी बिगुल बज चुका है। चुनावी महासंग्राम में कांग्रेस और बीजेपी नेताओं के बीच एक दूसरे पर जमकर आरोप प्रत्यारोप भी जारी है। मध्य प्रदेश में विपक्ष सरकार पर सबसे बड़ा आरोप बेरोजगारी का लगाता है। युवाओं से जुड़े इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस शिवराज सरकार को घेरते रही है, लेकिन नेशनल सैंपल सर्वे के आंकड़े तो कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं। नेशनल सैंपल सर्वे ने हाल ही में 15 से 29 आयु वर्ग के युवाओं के बीच बेरोजगारी के स्तर के आंकड़े जारी किए तो सामने आया कि जिन 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, उनमें सबसे कम बेरोजगार युवा मध्यप्रदेश में हैं।
छत्तीसगढ़ में 7.1 और एमपी में 4.4 प्रतिशत बेरोजगारी दर्ज
देश में बेरोजगारों की संख्या तेजी से कम हो रही है। यह सरकार की तरफ से जारी एक सर्वेक्षण में मामने आई है। बेरोजगारी से जुड़ा यह आकंड़ा राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (National Sample Survey Office) की ओर से जारी किया गया है। आंकड़ों में बताया गया है कि बेरोजगारों की संख्या घट रही है। इन आंकड़ों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2022-23 में 15 से 29 साल के आयु वाले युवाओं की बेरोजगारी दर राजस्थान, तेलंगाना, मिजोरम में राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है। वहीं मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में यह दर राष्ट्रीय औसत से कम है। राजस्थान की बात करें तो यहां युवा बेरोजगारी दर 12.5 प्रतिशत दर्ज की गई वहीं तेलंगाना में 15.1 प्रतिशत, मिजोरम में 11.9 प्रतिशत दर्ज की गई है। छत्तीसगढ़ में 7.1 प्रतिशत और सबसे कम मध्यप्रदेश में सिर्फ 4.4 प्रतिशत की बेरोजगारी दर्ज रिकॉर्ड की गई है।
घट कर 3.2 प्रतिशत हुई बेरोजगारी दर
आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (Periodic Labour Force Survey) वार्षिक रिपोर्ट 2022-2023 के अनुसार जुलाई 2022 से जून 2023 के बीच राष्ट्रीय स्तर पर 15 साल और उससे ज्यादा आयु के लोगों के लिए सामान्य स्थिति में बेरोजगारी दर (यूआर) 2021-22 में 4.1 प्रतिशत से घटकर 2022-23 में 3.2 प्रतिशत हो गई। यह बेरोजगारी की दर साल 2020-21 में 4.2 फीसदी, 2019-20 में 4.8 फीसदी, 2018-19 में 5.8 फीसदी और साल 2017-18 में छह फीसदी थी।
एमपी में महिला युवाओं की बेरोजगारी भी कम
नेशनल सैंपल सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि महिला युवाओं के मामले में भी बेरोजगारी दर तेलंगाना में 16.2 %, मिजोरम में 16.4 %, छत्तीसगढ़ में 6.1 % और मध्यप्रदेश में सबसे कम सिर्फ 3.9 प्रतिशत है। ऐसे में चुनाव वाले 5 राज्यों में बेरोजगारी के मामले में सबसे टॉप पर तेलंगाना है, सबसे कम बेरोजगारी मध्यप्रदेश में बताई गई है, वहीं कांग्रेस इन आंकड़ों को ग्राउंड की सच्चाई से दूर बता रही है।