BHOPAL. छतरपुर के राजनगर से विधायक और कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम सिंह नाती राजा समेत 12 लोगों के खिलाफ हत्या का प्रयास समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। भाजयुमो जिला अध्यक्ष धीरज चतुर्वेदी के शिकायती आवेदन पर पुलिस ने सोमवार को ये कार्रवाई की। शिकायत के मुताबिक वोटिंग वाले दिन नाती राजा और उनके समर्थकों ने उन पर जानलेवा हमला किया था।
अरविंद भदौरिया और नाती राजा के समर्थकों के बीच हुआ था विवाद
कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम सिंह नाती राजा, उनके समर्थकों और बीजेपी प्रत्याशी अरविंद भदौरिया, उनके समर्थकों के बीच 17 नवंबर को विवाद हो गया था। इस दौरान कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम सिंह नाती राजा की गाड़ी चला रहे पार्षद की गाड़ियों से कुचलने से मौत हो गई थी। घटना वाले दिन कांग्रेस प्रत्याशी ने बीजेपी प्रत्याशी अरविंद पटेरिया सहित 21 लोगों पर हत्या का केस दर्ज कराया था।
17 तारीख को सुबह 3-4 बजे के बीच विवाद को लेकर केस
सोमवार दोपहर में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा छतरपुर कलेक्टर संदीप जीआर और एसपी अमित सांघी से मिले। उन्हें ज्ञापन भी दिया। उनका आरोप है कि राजनीतिक लाभ लेने के लिए नाती राजा ने अपने ही ड्राइवर की बलि दी है। एसपी अमित सांघी ने बताया कि कांग्रेस प्रत्याशी समेत अन्य पर हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। यह केस 17 तारीख को सुबह 3 से 4 बजे के बीच विवाद हुआ था, उसे लेकर है। दोनों ही मामलों में निष्पक्ष जांच करवाई जा रही है।
राजनीतिक लाभ के लिए नाती राजा ने एक मुस्लिम भाई की हत्या कर दीः वीडी
वीडी शर्मा ने कहा कि 17 नवंबर की सुबह 3-4 बजे की घटना की जानकारी पुलिस को सुबह 6 बजे दी गई। पुलिसवालों से कहा कि पार्षद सलमान की हत्या हो गई है। राजनीतिक लाभ के लिए नाती राजा ने एक मुस्लिम भाई की हत्या कर दी। आरोप लगाया कि भाजपा के लोगों ने हत्या की, जिससे चुनाव को प्रभावित किया जा सके। हमने पुलिस प्रशासन से कड़ी से कड़ी कार्रवाई के लिए आवेदन दिया है। उन्होंने कहा कि मामले में दूध का दूध, पानी का पानी होना चाहिए। पार्षद सलमान की मौत कैसे हुई है। प्रशासन ने कार्रवाई क्यों नहीं की।
दिग्विजय ने आचार संहिता को तोड़कर धरना कैसे दियाः शर्मा
वीडी ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने यहां आकर वातावरण को खराब करने का काम किया है। धमकियां देने का काम किया है। दिग्विजय सिंह और यहां के कांग्रेस विधायक ने आचार संहिता में कानून तोड़कर धरना कैसे दिया। प्रशासन ने इस पर कार्रवाई क्यों नहीं की, गिरफ्तारी क्यों नहीं की, एफआईआर क्यों नहीं हुई। प्रशासन की इस बायस्ड कार्रवाई के खिलाफ हमने डीजीपी को भी कहा है। इलेक्शन कमीशन से भी शिकायत की है। वीडी ने कहा कि कलेक्टर से शिकायती आवेदन में कहा है कि इस मामले में बायस्ड कार्रवाई की गई। गाड़ी से कुचलने के मामले में 302 के तहत मामला दर्ज किया गया। क्या ऐसा होता है? चुनाव प्रभावित करने का षड्यंत्र नाती राजा ने रचा और अपने ही ड्राइवर की बलि दे दी। बाद में नाटक के आंसू टपका दिए। दुर्भाग्यजनक है कि दिग्विजय सिंह सेल्फी खिंचा रहे थे और हंस रहे थे।