संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में एक बार फिर कांग्रेस के पूर्व मंत्री और राउ विधायक जीतू पटवारी ने ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया। गुरुवार, 14 सितंबर को निकाली गई इस रैली के दौरान उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा- कांग्रेस सरकार आती है तो आईडीए (इंदौर विकास प्राधिकरण) जैसी भूमाफिया संस्थाएं खत्म की जाएंगी। दस साल से जो स्कीम लागू की गई है, जिन्हें लेकर कोर्ट में किसान गए हैं, उन सभी के साथ मिलकर कांग्रेस उन स्कीमों को खत्म करेगी। इन स्कीमों को किसानों से पूछकर कभी लागू नहीं किया गया था। हम आईडीए की हठधर्मिता को खत्म करेंगे।
इकोनामिक कॉरिडोर बिना सहमति से लागू कर रहे
पटवारी की यह रैली इंदौर में लागू की जा रही इकोनामिक कॉरिडोर स्कीम को लेकर है, जिसमें किसानों की जमीन ली जा रही है। पटवारी का आरोप है कि इसमें चार गुना मुआवजा मिलना चाहिए और किसानों की सहमति भी होना चाहिए, लेकिन यह नहीं हो रहा है। सीएम शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी प्रचारित करती है कि किसानों की सहमति के बिना कुछ नही होगा लेकिन चाहे कॉरिडोर हो या स्कीम 165 किसानों से पूछकर कभी कुछ नहीं किया गया। विरोध 3200 एकड़ में विकसित किए जा रहे इंदौर-पीथमपुर इकोनामिक कॉरिडोर के लिए होने वाले अधिग्रहण को लेकर है। इसके लिए 16 गांवों किसान जुटे हैं। रैली का नेतृत्व क्षेत्रिय विधायक जीतू पटवारी के अलावा युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी और प्रदेशाध्यक्ष विक्रांत भूरिया कर रहे हैं। पटवारी खुद ट्रैक्टर चलाकर किसानों के साथ हैं।
गेंहू के भाव तीन हजार रुपए प्रति क्विंटल करने की मांग
इसके साथ ही किसानों की मांग है कि गेंहू का भाव तीन हजार रुपए प्रति क्विंटल किया जाए। इसके साथ ही मांग है कि सोयाबीन फसल खराब होने का मुआवजा दिया जाए, पटवारी भर्ती परीक्षा की जांच हो, किसानों का कर्जा माफ हो। इन मांगों के साथ पटवारी ने राउ से राजेंद्र नगर, राजीव गांधी चौराहा होते हुए रिंग रोड से आईटी पार्क तक रैली निकालने की बात कही, लेकिन इसी बीच पुलिस ने रेती मंडी के पास ही भारी पुलिस बल लगा दिया। इसके बाद पटवारी ने वहीं पर रैली खत्म करने की घोषणा कर दी। ट्रैक्टरों के कारण जाम में दो एम्बुलेंस भी फंस गईं। दोपहर 3.30 बजे कई स्टूडेंट्स की एग्जाम थी जिनके वाहन फंस गए। वे दौड़कर कॉलेज पहुंचे लेकिन लेट हो गए हैं।
यह है कॉरिडोर की स्कीम
19.75 किलोमीटर लम्बा और 75 मीटर चौड़ा यह कॉरिडोर पर व्यावसायिक गतिविधियों होंगी। एयरो सिटी, फिंटेक सिटी से लेकर डाटा सेंटर, होटल, आईटी, फिल्म, मीडिया सहित अन्य तमाम गतिविधियां भी यहां संचालित की जाएंगी। एमपीआईडीसी द्वारा यह कॉरिडोर निर्मित किया जा रहा है। इसमें 3200 एकड़ जमीन शामिल की जाएगी। इंदौर के नैनोद से लेकर सोनवाय, टीही और फिर धन्नड़ ट्रायपोर्ट से ये कॉरिडोर जुड़ेगा। दोनों तरफ 300-300 मीटर तक की जमीन ली गई है। एमपीआईडीसी का कहना है कि वैसे तो अधिकांश किसान योजना से सहमत हैं, क्योंकि इससे उन्हें आर्थिक लाभ भी अच्छा-खासा होगा। नकद मुआवजे के बदले 50 प्रतिशत विकसित भूखंड लैंड पुलिंग पॉलिसी के तहत दिए जाएंगे।