RAIPUR. रायपुर में सर्व विभागीय संविदा कर्मचारियों ने नियमितीकरण की मांग को लेकर अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। संविदा कर्मचारियों ने वादों की बारात निकाली और बाजे गाजे के साथ वादों की इस बारात में कर्मचारी डांस किया। साथ ही कांग्रेस सरकार से अपना वादा पूरा करने की मांग की।
सरकार से दुल्हन यानी नियमितीकरण देने की मांग
कर्मचारियों ने कहा कि वादों की बारात निकाल करके प्रदर्शन कर रहे हैं और हम अपनी नियमितीकरण रूपी दुल्हन को लेकर रहेंगे। कर्मचारियों ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने वादा किया था कि वो हमें दुल्हन यानी नियमितीकरण प्रदान करेंगे जिसे अब तक प्रदान नहीं किया गया। इसलिए हम कुंवारे हैं।
घोषणापत्र में किया वादा निभाए कांग्रेस सरकार
बता दें कि प्रदेश के 45 हजार संविदा कर्मचारियों ने 23 और 24 सितंबर को 2 दिवसीय आंदोलन किया हैं वे अलग-अलग ढंग से वे प्रदर्शन करते हुए भी नजर आते हैं, इससे पहले भी वे नियमितीकरण की मांग पर अनिश्चितकालीन प्रदर्शन कर चुके हैं। उन्होंने 15 अगस्त को मांग पूरा करने के आश्वासन के बाद अपना आंदोलन खत्म किया था। अब नियमितीकरण का इंतजार कर रहे छत्तीसगढ़ के 45 हजार संविदाकर्मचारी एक बार फिर सड़कों पर उतरने जा रहे हैं। मांग एक ही है और पुरानी है वह यह कि 2018 के घोषणापत्र में किया वादा सरकार निभाए । प्रदेश के संविदा कर्मचारियों को नियमित करे।
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मांग को लेकर अनोखा विरोध प्रदर्शन
संविदाकर्मचारियों ने रविवार (24 सितंबर) को नवा रायपुर में बारात निकाली, उसकी तैयारी पहले से शुरू कर दी गई थी। प्रदेशभर से कर्मचारियों का रायपुर पहुंचना शुरु हो गए था। धरना स्थल पर दुल्हे और बारातियों का साफा, दहेज के सामान और शादी की रश्म में काम आने वाले चीजें जुटाई गई। जिसके बाद कर्मचारियों ने बारात निकाली। संविदा कर्मचारी खुद दूल्हे बने और दुल्हन यानि नियमितीकरण को पाने वो सीएम हाउस का कूच किया। इसके लिए बाकायदा शादी के कार्ड्स भी छपवाए गए थे। इनका कहना है कि उनकी दुल्हन सीएम के पास कैद है, उसे पाने के लिए वे बारात निकाल रहे हैं।