INDORE. कई टिकटार्थियों का स्वयं को संघ की पसंद घोषित किए जाने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अब इस तरह के दावेदारों से दूरी बना ली है। संघ ने स्पष्ट कर दिया है कि उसने किसी के लिए टिकट नहीं मांगा है और जिसे अपने लिए टिकट चाहिए वह अपने काम के आधार पर मांगे। इसके लिए संघ के नाम या संघ में किए गए काम का कोई उपयोग न करें। बताया जा रहा है कि संघ के कई वर्तमान और पूर्व पदाधिकारियों ने स्वयं को संघ की ओर से प्रस्तावित नाम बताकर अपने लिए टिकट की दावेदारी की है। इंदौर के क्षेत्र क्रमांक-1 और क्षेत्र क्रमांक-5 में इस तरह की बातें सामने आई हैं। इसके अलावा भी कई अन्य लोगों ने संघ से टिकट के लिए संपर्क किया था।
टिकट मांगना सबका अधिकार है
मीडिया में संघ कोटे से दावेदार बताए जाने वाले लोगों को अब संघ ने गंभीरता से लिया है। संघ ने अपने स्वयंसेवकों को स्पष्ट कर दिया है कि टिकट मांगना सबका अधिकार है। लेकिन जिसे टिकट मांगना है, वह बीजेपी में अपने किए गए काम के आधार टिकट मांगे। इसके लिए संघ के नाम का उपयोग न करे। बताया जाता है कि इंदौर की विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 1 के एक दावेदार ने स्वयं को संघ का प्रत्याशी बताते हुए संघ के अनुषांगिक संगठनों के कार्यकर्ताओं की बैठक भी बुला ली थी। इस बैठक के बारे में जब कार्यकर्ताओं ने संघ कार्यालय पर चर्चा की तब जाकर इस मामले का पता चला। इसके बाद ही संघ को इस बात की आवश्यकता लगी कि कार्यकर्ताओं के बीच टिकट को लेकर स्पष्टता होनी चाहिए। कार्यकर्ताओं को स्पष्ट कर दिया गया है कि संघ ने एक नंबर और पांच नंबर तो छोड़ें, किसी भी विधानसभा में किसी के लिए भी टिकट की मांग नहीं की है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मालवा प्रांत कार्यवाह विनीत नवाते ने अपने फेसबुक अकाउंट पर सर संघचालक मोहन भागवत का एक वीडियो भी पोस्ट किया है। इस वीडियो में भागवत कह रहे हैं कि संघ को चुनाव लड़ना नहीं है, संघ किसी "व्यक्ति" या "पार्टी" के पीछे नहीं है। संघ राष्ट्रीय नीतियों के पीछे है और रहेगा!
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सर संघचालक मोहन भागवत का वीडियो किया पोस्ट
प्रांत कार्यवाह ने इसी कोट के साथ इस वीडियो को पोस्ट किया है। बताया जा रहा है कि इसके जरिए उन्होंने कार्यकर्ताओं को संदेश दिया है। इसमें सरसंघ चालक कह रहे हैं कि संघ का जो प्रभाव है संघ उसका राष्ट्रहित में उपयोग करेगा, व्यक्ति हित में नहीं।
संघ का टिकट बताने से मचा बवाल
दरअसल विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 1 से संघ के पूर्व पदाधिकारी और गुरुजी सेवा न्यास से जुड़े गोपाल गोयल दावेदारी कर रहे हैं। उन्होंने इस प्रक्रिया में संघ के अनुषांगिक संगठन और अन्य कार्यकर्ताओं को यह संदेश देने की कोशिश की कि वे क्षेत्र क्रमांक- 1 से संघ की ओर से प्रत्याशी होंगे। उनके इस तरह के पोस्टर भी चला दिए गए जिस पर लिखा था कि टिकट आ गया। कार्यकर्ताओं ने भी उन्हें संघ का प्रत्याशी समझते हुए अपने सोशल मीडिया पर प्रचारित करना शुरू कर दिया। उनके डीपी और स्टेटस लगाए जाने लगे के आग्रह भी होने लगे। इसके अलावा गोयल के कुछ शॉर्ट वीडियो भी चल रहे हैं। बताया गया है कि ये वीडियो सेवा भारती के वीडियो के फुटेज हैं। इस सिलसिले में अग्रवाल समाज की बैठक भी बुलाई गई और व्यापारी संघों को भी साधने की कोशिश शुरू कर दी गई है। बताया गया है कि संघ ने इस पूरे मामले को बहुत गंभीरता से लिया है। गोयल तक भी संगठन की नाराजगी पहुंच चुकी है। राजनीति के जानकार मानते हैं कि गोयल का नुकसान तो हो चुका है।
क्षेत्र क्रमांक 5 में भी थी दावेदारी की खबरें
इसके साथ ही विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5 में भी सेवा भारती के विभाग संयोजक अशोक अधिकारी के नाम को भी संघ के प्रत्याशी के रूप में आगे बढ़ाया गया था। मीडिया में इस तरह के समाचार प्रकाशित हुए थे हालांकि स्वयं अधिकारी ने इस तरह की बात को अपनी ओर से हवा नहीं दी थी। उन्होंने न तो टिकट को लेकर कोई बैठक की और ना ही इस संबंध में कोई सार्वजनिक टिप्पणी की थी। इसलिए उनकी दावेदारी पर इस तरह का बवाल नहीं मचा था।