नितिन मिश्रा, RAIPUR. प्रदेश में हफ्ते भर से लगातार बारिश देखने को मिल रही है। मानसून ब्रेक होने की। वजह से 14 जिलों ने सूखा का संकट मंडरा रहा था। लेकिन मानसून की वापसी से 7 जिलों से सूखे का खतरा हट गया है। वहीं इस साल के बारिश का कोटा पूरा होने में लगभग 150 मिमी बारिश की जरूरत है। जो मामूली बारिश से पूरा हो जाएगा।
इन जिलों में सूखे का खतरा
छत्तीसगढ़ शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2023 से अब तक राज्य में 819.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून 2023 से रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक दुर्ग जिले में 696.2मिमी, जांगजीगीर चांपा में 698.4 मिमी, सूरजपुर जिले में 690.2 मिमी, जशपुर में 670.3 मिमी, बेमेतरा में 648.1 मिमी, कबीरधाम जिले में 643.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी।
इन जिलों को मिला सूखे से छुटकारा
मानसून के अभी 18 दिन बचे हैं। इस दौरान बारिश होने से जिलों में पानी की स्थिति में और सुधार हो जाएगा। प्रदेश के 14 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। इनमें सूरजपुर जिला ऐसा है, जहां सामान्य से 60 फीसदी तक कम बारिश हुई है। जिन अन्य 13 जिलों में बारिश औसत से कम थी, एक हफ्ते में वहां के आंकड़ों में भी बदलाव आ गया है। मौसम विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार 13 जिलों में 4 ऐसे हैं, जो 7 मिमी पानी गिरते ही कमवर्षा वाले जिलों की सूची से बाहर हो जाएंगे। प्रदेश के बलरामपुर, बेमेतरा, दंतेवाड़ा, गरियाबंद, कांकेर, कोरिया, और नारायणपुर में पिछले हफ्ते अच्छी बारिश देखने को मिली है। अब जिले सूखा की स्थिति से बाहर हैं। बल्कि कुछ ही मिमी बारिश होने के बाद इस साल का मानसून सीजन का कोटा पूरा हो जाएगा।