नितिन मिश्रा, RAIPUR. भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय ने पहली बार वायु सर्वेक्षण करवाया है। इसमें राजधानी रायपुर 16 वें स्थान पर है। राजधानी को 200 में से 169.5 अंक मिले हैं। पर्यावरण मंत्रालय ने एक साल के वायु सूचकांक के आधार पर शहरों की रैंकिंग की है। इस रैंकिंग में मध्यप्रदेश का इंदौर नंबर वन पर है।
रायपुर 16 नंबर पर
भारत सरकार के पर्यावरण एवं जलवायु मंत्रालय द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार देश के 47 शहरों में रायपुर की हवा सांस लेने के लिए सुरक्षित है। केंद्रीय मंत्रालय के इस सर्वे में 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में रायपुर 16 वें स्थान पर रहा। इस सर्वे में 200 अंकों में से रायपुर ने 169.5 अंक हासिल कर लिया। वहाँ पड़ोसी शहर नागपुर 18वें स्थान पर जा गया है। इसी प्रकार समुद्र तटीय इलाकों में विशाखापटनम को 200 कानपुर को 23 लखनऊ को 24 बंगलुरू को 25वां और पुणे को 29 स्थान हासिल हुआ। इसमें शहर के भीतर वृक्षारोपण, ई-वाहनों की संख्या कचरा निष्पादन और कचरों को जलाने पर रोक के साथ ही सड़क सफाई को प्रमुख आधार माना गया है।
तीन श्रेणियों में बांटे गए शहर
स्वच्छ वायु सर्वेक्षण के लिए केंद्रीय मंत्रालय ने देश के 131 शहरों में एयर लिटी मॉनिटरिंग कमेटी द्वारा सर्वे कराया गया। साथ ही सीपीसीबी द्वारा रैंकिंग हेतु निरीक्षण उपरांत मूल्यांकन के आधार पर रैंकिंग की गई, इसमें 10 लाख से अधिक आबादी 47 शहरों की पहली श्रेणी में रखा गया था। 3 से 10 लाख आबादी वाले 44 शहरों को दूसरे श्रेणी और 2 से 3 लाख आबादी वाले 40 शहरों को तीसरी श्रेणी में रखा था। इस प्रकार कुल ।
वायु गुणवत्ता के लिए जारी की गई थी राशि
वायु गुणवत्ता के लिए मौसम के हिसाब से भी सर्वे रिपोर्ट बनाई गई। स्काई व्यू को भी इसका आधार बनाया गया था। इसमें किस मौसम में वायु गुणवत्ता प्रभावित हुई उसका भी आकलन किया गया है। 15 वें वित्त आयोग ने इस चार वायु गुणवत्ता सुधार पर ही रायपुर निगम को लगभग 25 करोड़ रुपये जारी किए हैं। इस राशि से इलेट्रिक बस, चार्जिंग स्टेशन, सिटी फॉरस्ट प्रोजेक्ट के अलावा डस्ट रोकने के उपाय किये जाएंगे।