JAIPUR. राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी 124 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है, लेकिन पार्टी को करीब एक दर्जन सीटों पर अपनी पार्टी के बागियों का सामना करना पड़ सकता है। पार्टी इन सीटों पर सामने आ रहे विरोध पर काबू पाने में सफल होती नही दिख रही है। हालांकि, अभी नामांकन का काम शुरू नहीं हुआ है और नाम वापसी तक बहुत कुछ हो सकता है, लेकिन कुछ सीटों पर पार्टी के बागियों के तेवर कम होते दिखाई नहीं दे रहे हैं।
पहली सूची के बाद से ही विरोध सामने आने लगा
राजस्थान में पार्टी की प्रत्याशियों की पहली सूची 9 अक्टूबर को जारी हुई थी और पहली सूची के बाद से ही कई सीटों पर कार्यकर्ताओं का कड़ा विरोध सामने आने लगा था। इसके बाद दूसरी सूची जारी हुए भी एक सप्ताह से ज्यादा का समय हो गया है और इसके बाद विरोध वाली सीटों की कम होने के बजाय बढ़ी ही हैं। पार्टी के नेता हालांकि विरोध को काबू में करने का भरोसा दिला रहे हैं, लेकिन अभी तक पार्टी को बहुत ज्यादा सफलता नहीं मिली है।
इन सीटों पर है बागियों का खतरा...
चित्तौड़गढ़
इस सीट पर पार्टी ने मौजूदा विधायक चंद्रभान आक्या का टिकट काटकर नरपत सिंह राजवी को दिया है। पार्टी के इस निर्णय का यहां पर कड़ा विरोध देखा जा रहा है और चंद्रभान सिंह ने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। यहां मामला थोड़ा बड़ा और संवेदनशील इस वजह से भी है कि चित्तौड़गढ़ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी का संसदीय क्षेत्र है।
बस्सी
जयपुर जिले की बस्सी सीट से टिकट के दावेदार जितेंद्र मीणा भी निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। जितेंद्र मीणा राजस्थान विश्वविद्यालय के अध्यक्ष रह चुके हैं पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष रह चुके हैं और लंबे समय से संगठन में सक्रिय हैं। लेकिन पार्टी ने उनकी जगह हाल ही में शामिल हुए पूर्व आईएएस अधिकारी चंद्र मोहन मीणा को यहां से प्रत्याशी बना दिया है।
झोटवाड़ा
राजधानी जयपुर की इस दूसरी सीट पर पार्टी ने सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को मैदान में उतारा है। इसके लिए पार्टी ने यहां से विधायक रह चुके और पिछली बार प्रत्याशी रहे राजपाल सिंह का टिकट काटा है। राजपाल सिंह बीजेपी की पिछली सरकार में मंत्री थे और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के विश्वस्त माने जाते हैं। पार्टी की पिछली सूची में वसुंधरा राजे के कई नजदीकियों को टिकट मिल गया है, लेकिन राजपाल सिंह को पार्टी ने एडजस्ट नहीं किया है। 2 दिन पहले ही उन्होंने जयपुर में एक बड़ी रैली निकाली और यह माना जा रहा है कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।
नगर
भरतपुर जिले की इस सीट से पार्टी ने जवाहर सिंह बेडम को टिकट दिया है। यहां से पार्टी की पूर्व विधायक अनीता सिंह टिकट की दावेदार थी। अनीता सिंह को वसुंधरा राजे के नजदीकी लोगों में गिना जाता है, लेकिन पार्टी ने उन्हें अभी तक एडजस्ट नहीं किया है। 2 दिन पहले धौलपुर से जयपुर लौटते समय वसुंधरा राजे ने अनीता सिंह से मुलाकात भी की है। अनीता सिंह निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है ऐसे में देखना होगा कि राजे की मुलाकात का कोई असर होता है या नहीं।
सांचौर
जालौर जिले की इस सीट से बीजेपी ने सांसद देव जी पटेल को प्रत्याशी बनाया है। उनके टिकट का यहां कड़ा विरोध देखने को मिल रहा है। इसे लेकर उनकी गाड़ी पर पथराव तक की घटना हो चुकी है। इस सीट से बीजेपी में दो नेता टिकट दानाराम और जीवाराम चौधरी टिकट मांग रहे थे। अब दोनों दावेदार एक हो गए हैं और उनका कहना है की या तो हम में से किसी को टिकट दिया जाए वरना हम निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरेंगे।
सांगानेर
जयपुर शहर की सांगानेर सीट से बीजेपी ने संगठन में काम कर रहे भजनलाल शर्मा को टिकट दिया है। इसके लिए यहां से मौजूदा विधायक अशोक लाहोटी का टिकट काटा गया है। लाहोटी ने अभी तक हाल की खुद खुलकर पार्टी के इस निर्णय का विरोध नहीं किया है, लेकिन उनके समर्थन में पार्टी का का कोर वोट बैंक माने जाने वाला वैश्य समाज पार्टी मुख्यालय पर प्रदर्शन कर चुका है।
उदयपुर
उदयपुर शहर की सीट से पार्टी ने ताराचंद जैन को टिकट दिया है। इस सीट पर पार्टी के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष रहे गुलाबचंद कटारिया विधायक रहे हैं, लेकिन अब वे असम के राज्यपाल बना दिए गए हैं इसलिए यह सीट खाली हो गई है। पार्टी ने यहां से इस बार ताराचंद जैन के रूप में नया चेहरा मैदान में उतारा है, लेकिन उन्हें कड़े विरोध का सामना करना पड़ रहा है। उदयपुर के उपमहापौर पारस सिंघवी यहां से दावेदारी कर रहे हैं और शहर में बड़ा शक्ति प्रदर्शन कर कर चुके हैं।
बीकानेर
बीकानेर पूर्व सीट पर पार्टी ने मौजूदा विधायक सिद्धि कुमारी को ही फिर से मैदान में उतारा है। वे यहां से तीन बार से लगातार जीत रही है। ऐसे में अबकी बार पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से किसी नए चेहरे को मौका दिए जाने की मांग उठ रही थी। उनके सामने बीकानेर में पार्टी के वरिष्ठ नेता महावीर रांका दावेदारी कर रहे हैं।
झुंझनू
इस सीट से पार्टी ने अबकी बार बबलू चौधरी को टिकट दिया है। यहां से पार्टी के पिछली बार प्रत्याशी रहे राजेंद्र भांभू टिकट मांग रहे थे। अब उन्होंने तीन नवंबर को नामांकन भरने का ऐलान कर दिया है।