BHOPAL. मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की एक और रणनीति सामने आई है। पार्टी ने देश के अन्य राज्यों से बीजेपी के बड़े-बड़े नेताओं को मध्यप्रदेश में बुलाया है। इन नेताओं को चुनाव के दौरान बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी। सबसे बड़ी जिम्मेदारी बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी और केंद्रीय लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय में राज्यमंत्री भानु प्रताप वर्मा को सौंपी गई है। इन दोनों नेताओं को कमलनाथ के गढ़ में छिंदवाड़ा में चुनाव की जिम्मेदारी दी गई है। ये दोनों नेता वोटिंग से 2 दिन पहले तक छिंदवाड़ा में ही प्रचार करेंगे और चुनावी रणनीति बनाएंगे।
बीजेपी ने किन नेताओं को बुलाया
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी ने बाहरी राज्यों से जिन नेताओं को मध्यप्रदेश में बुलाया है, उनमें सांसद, विधायक, मंत्री सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं। ये नेता मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर पर्यवेक्षक जैसी भूमिका में नजर आएंगे। सबसे ज्यादा नेता उत्तरप्रदेश से बुलाए गए हैं। इसके अलावा पंजाब, बिहार, झारखंड, गुजरात, गोवा और महाराष्ट्र के एमएलए और बीजेपी नेता भी मध्यप्रदेश आएंगे।
यूपी के इतने नेता आएंगे एमपी
बीजेपी ने उत्तर प्रदेश से योगी कैबिनेट के 10 मंत्रियों सहित कुल 143 एमएलए और बीजेपी नेताओं को मध्यप्रदेश बुलाया है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि बीजेपी ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान बाहरी नेताओं को इतनी बड़ी संख्या में बुलाया है। मध्यप्रदेश में बीजेपी का ये पहला प्रयोग है।
आखिर ऐसा क्यों कर रही बीजेपी
जानकारों का कहना है कि मध्यप्रदेश में सत्ता विरोधी लहर को देखते हुए बीजेपी ने ये रणनीति अपनाई है। इससे चुनावी मैनेजमेंट सही तरीके से हो सकेगा। पार्टी ने अपने इस प्रयोग के लिए बहुत पहले से तैयारी शुरू कर दी थी। जैसे-जैसे चुनाव करीब आते जाएंगे मध्यप्रदेश में बाहरी बीजेपी नेताओं का आना बढ़ता जाएगा।
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बीजेपी ने किस आधार पर दी जिम्मेदारी
बीबीसी ने हितेश वाजपेयी के हवाले से कहा है कि बाहरी राज्यों के बीजेपी नेताओं को उनके अनुभव के मुताबिक संभाग और जिलों की जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। इनके काम को 3 श्रेणियों में बांटा गया है। इसमें संभाग मुख्य केंद्र है। उसके अधीन जोन और जिले शामिल किए गए हैं। ये सभी बीजेपी नेता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति को समय-समय पर अपनी रिपोर्ट भेजते रहेंगे।