गंगेश द्विवेदी, RAIPUR.छत्तीसगढ़ में 70 सीटों के लिए 17 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान होगा। दूसरे चरण के मतदान के लिए 958 प्रत्याशी मैदान में हैं, लेकिन इनमें से 34 हाईप्रोफाइल सीटों पर राजनीति के दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है। मैदान में सत्तापक्ष यानि कांग्रेस के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू सहित आठ मंत्री मैदान में हैं तो चार सांसद, एक पूर्व सांसद, सहित केंद्रीय मंत्री पूर्व मंत्री समेत वर्तमान बीजेपी-कांग्रेस के संगठनों के पदाधिकारी शामिल हैं।
दुर्ग संभाग
पाटन : प्रदेश की सबसे ज्यादा हाईप्रोफाइल सीट पाटन है। यहां कांग्रेस के प्रत्याशी व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मैदान में हैं तो उनके मुकाबले बीजेपी से सांसद विजय बघेल हैं तो वहीं इसी सीट से जेसीसीजे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी भी चुनावी मैदान में हैं। जोगी की एंट्री से माना जा रहा है एससी और एसटी वोटों का ध्रुवीकरण जेसीसीजे के पक्ष में होगा। अमित जोगी की मौजूदगी दोनों दिग्गजों के लिए कितना चुनौतीपूर्ण होगी परिणाम के बाद ही पता चलेगा।
साजा: इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी व मंत्री रविंद्र चौबे सात बार के विधायक रह चुके हैं। और इस बार आठवीं बार मैदान में हैं। उनके सामने बीजेपी के प्रत्याशी बिरनपुर कांड के दिवंगत युवक भुवनेश्वर साहू के पिता ईश्वर साहू के चुनावी मैदान में होने के कारण मामला बेहद दिलचस्प हो गया है।
नवागढ़: इस सीट पर बीजेपी प्रत्याशी व पूर्व मंत्री दयाल दास बघेल के सामने कांग्रेस प्रत्याशी व मंत्री गुरु रुद्र कुमार के बीच मुकाबला है। 2018 में कांग्रेस के गुरुदयाल सिंह बंजारे ने बीजेपी प्रत्याशी दयालदास बघेल को 19.4% वोटों के मार्जिन (33200 वोटों से) से हराया था। उनकी टिकट काटकर गुरू रुद्र कुमार को यहां से मैदान पर उतारा गया है।
डोंडीलोहारा: इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी व मंत्री अनिला भेड़िया का मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी देवलाल हलवा ठाकुर से है। देवलाल ठाकुर कांग्रेस में थे। 2018 चुनाव के बाद उन्होंने बीजेपी प्रवेश कर लिया। मंत्री अनिला के सामने बड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं।
दुर्ग शहर: दुर्ग शहर से कांग्रेस प्रत्याशी अरुण वोरा मैदान में हैं। वे 2003 और 2008 में हेमचंद यादव के हाथों पराजित हुए। 2013 में उन्होंने हेमचंद यादव और 2018 में चंद्रिका चंद्राकर को पराजित किया और विधायक बने। इस बार उनके मुकाबले बीजेपी से गजेंद्र यादव हैं।
दुर्ग ग्रामीण: कांग्रेस प्रत्याशी व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के मुकाबले यहां बीजेपी प्रत्याशी ललित चंद्राकर मैदान में हैं।
सरगुजा संभाग
अंबिकापुर: इस सीट पर कांग्रेस नेता व वर्तमान में उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव कांग्रेस से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने चौथी बार विधायक बनने की चुनौती है। सिंहदेव के सामने बीजेपी के प्रत्याशी राजेश अग्रवाल चुनावी मैदान में हैं। सामरी के पूर्व विधायक टिकट कटने के बाद बीजेपी में वापस चले गए हैं। अंबिकापुर में टीएस सिंहदेव के खिलाफ प्रचार का मोर्चा संभाल रखा है। उनकी मौजदूगी सिंहदेव के लिए नुकसानदायक हो सकती है।
सीतापुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी कांग्रेस प्रत्याशी व मंत्री अमरजीत भगत चुनावी मैदान में हैं। भगत को पांचवीं बार विधायक बनने की चुनौती है। उनके मुकाबले बीजेपी प्रत्याशी रामकुमार टोप्पो हैं जो पूर्व सैनिक हैं।
कुनकुरी: बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णुदेव साय के सामने कांग्रेस प्रत्याशी यूडी मिंज को दूसरी बार विधायक बनने की चुनौती है।
पत्थलगांव: बीजेपी प्रत्याशी व सांसद गोमती साय के सामने कांग्रेस के रामपुकार सिंह 10वीं बार विधायक बनने के लिए मैदान में हैं। दोनों के बीच कांटे का मुकाबला बताया जा रहा है।
रामानुजगंज: इस सीट से बीजेपी प्रत्याशी व पूर्व मंत्री रामविचार नेताम सातवीं बार विधायक का चुनाव लड़ रहे हैं। इनके सामने कांग्रेस प्रत्याशी व अंबिकापुर के महापौर अजय तिर्की मैदान में हैं। अजय तिर्की टीएस सिंहदेव की पसंद बताए जाते हैं। वे रामविचार नेताम को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।
भरतपुर-सोनहत: इस सीट से बीजेपी प्रत्याशी व केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह के सामने कांग्रेस के गुलाब सिंह कमरो दूसरी बार विधायक बनने के लिए मैदान में हैं। दोनों के बीच चुनाव प्रचार के दौरान जमकर नोकझोंक होती रही। दोनों के इस टकराव के बीच देखना होगा जनता किसे अपना बहुमत देती है।
बैकुंठपुर: इस सीट से बीजेपी से पूर्व मंत्री भैयालाल राजवाड़े चुनावी मैदान में हैं। जबकि कांग्रेस से अंबिका सिंहदेव दूसरी बार चुनावी मैदान में हैं। कोरिया को संभाग बनाने की घोषणा करके मुख्यमंत्री ने इस क्षेत्र में मास्टर स्ट्रोक लगाया है।
रायपुर संभाग
रायपुर दक्षिण: रायपुर शहर के सबसे हाईप्रोफाइल इस सीट से सात बार के विधायक व बीजेपी प्रत्याशी व पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल आठवीं बार मैदान में हैं। उनके सामने दो बार के विधायक व कांग्रेस प्रत्याशी महंत डॉ. रामसुंदर दास के बीच कांटे का मुकाबला हो रहा है। हिंदुत्व का एजेंडा लेकर मैदान में उतरे महंत की बृजमोहन आलोचना भी नहीं कर पा रहे इसलिए महापौर एजाज ढेबर व परिवार को निशाना बना रहे। परिणाम बताएगा ऊठ किस करवट बैठता है।
रायपुर पश्चिम: इस सीट से बीजेपी प्रत्याशी व पूर्व मंत्री राजेश मूणत के सामने कांग्रेस के विकास उपाध्याय तीसरी बार चुनावी मैदान में हैं। विकास एक बार हारे व 2018 में मूणत को पटखनी दी थी। इस बार भी मुकाबला कांटे का बताया जा रहा है।
रायपुर ग्रामीण: साहू बहुल विधानसभा में बीजेपी प्रत्याशी मोतीलाल साहू के सामने कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा के बेटे पंकज शर्मा मैदान में हैं। पिता का मोर्चा संभालते रहे पंकज के लिए पूरा क्षेत्र अच्छी तरह से देखा हुआ है। मुकाबला यहां भी टक्कर का है।
धरसीवां: बीजेपी प्रत्याशी व छालीवुड अभिनेता अनुज शर्मा के सामने कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व राज्यसभा सदस्य छाया वर्मा मैदान में हैं। कुर्मी बहुल इस सीट पर कांग्रेस मजबूत नजर आ रही है।
अभनपुर: यहां से वरिष्ठ कांग्रेस नेता धनेंद्र साहू चुनावी मैदान में हैं। उनके मुकाबले बीजेपी से इंद्र कुमार साहू चुनाव लड़ रहे हैं। यहां भी कांग्रेस मजबूत बताई जा रही है।
आरंग: कांग्रेस प्रत्याशी व मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया चुनावी मैदान में हैं उनके सामने सतनामी समाज के धर्मगुरू बालदास के बेटे बीजेपी प्रत्याशी गुरु खुशवंत सिंह के आने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है।
कुरूद: बीजेपी प्रत्याशी व पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के सामने कांग्रेस के तारिणी नीलम चंद्राकर मैदान में हैं। पिछली बार तारिणी के पति ने निर्दलीय उतरकर कांग्रेस को लहर के बीच तीसरे नंबर पर धकेल दिया था। इस बार अजय चंद्राकर के लिए बड़ी चुनौती है।
बिलासपुर संभाग
बिलासपुर : यहां से बीजेपी प्रत्याशी व पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल साल 1998 से 2013 तक लगातार विधायक रहे। अग्रवाल 2018 का चुनाव कांग्रेस के शैलेष पांडेय से हार गए थे। उनके सामने फिर शैलेश पांडेय दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। इस बार दोनों के बीच मुकाबला टक्कर का है।
कोटा: इस सीट से बीजेपी प्रत्याशी प्रबल प्रताप सिंह जूदेव के सामने कांग्रेस प्रत्याशी अटल श्रीवास्तव और यही से जेसीसीजे के संस्थापक अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी भी चुनाव मैदान में हैं। रेणू जोगी लगातार 3 बार से यहां से विधायक हें, यहां उनके लिए अपनी सीट बचाने की चुनौती है।
तखतपुर: बीजेपी प्रत्याशी व वरिष्ठ नेता धर्मजीत सिंह के सामने कांग्रेस प्रत्याशी रश्मि सिंह मैदान में हैं। जेसीसीजे से बीजेपी में आए धर्मजीत सिंह कांग्रेस में भी रह चुके हैं। यहां दोनों के बीच मुकाबला कांटे का है।
बिल्हा: बीजेपी प्रत्याशी व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक के सामने कांग्रेस के सियाराम कौशिक चुनावी मैदान में हैं। दोनों के बीच कड़ा मुकाबला है।
मुंगेली: बीजेपी प्रत्याशी व पूर्व मंत्री पुन्नूलाल मोहले के सामने कांग्रेस के संजीत बनर्जी के बीच मुकाबला है।
लोरमी: इस से बीजेपी प्रत्याशी और प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के सामने कांग्रेस से थानेश्वर साहू मैदान में हैं। यहां बीजेपी ज्यादा मजबूत बताई जा रही है।
जांजगीर-चांपा: बीजेपी प्रत्याशी व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के सामने कांग्रेस प्रत्याशी व्यास कश्यप चुनावी मैदान में हैं। यहां से डॉ रामसुंदरदास तैयारी कर रहे थे। यहां भी बीजेपी की स्थिति अपेक्षाकृत मजबूत है।
सक्ती: इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत का मुकाबल बीजेपी प्रत्याशी खिलावन साहू से है। राजपरिवार का साथ नहीं मिलने के कारण महंत को खासी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
रायगढ़: बीजेपी प्रत्याशी व पार्टी महामंत्री ओपी चौधरी के सामने कांग्रेस से प्रकाश नायक चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं जेसीसीजे से पूर्व महापौर मधु किन्नर के साथ बीजेपी की बागी गोपिका गुप्ता और कांग्रेस के बागी शंकरलाल अग्रवाल समीकरण बिगाड़ सकते हैं।
खरसिया: कांग्रेस की अजेय खरसिया सीट पर मंत्री उमेश पटेल का मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी महेश साहू से हैं। कांग्रेस यहां से मजबूत है।
रामपुर: इस सीट से बीजेपी प्रत्याशी व पूर्व मंत्री ननकी रामकंवर के सामने कांग्रेस प्रत्याशी फूलसिंह राठिया मैदान में हैं। दोनों के बीच सीधा मुकाबला है।
मस्तुरी: इस सीट पर बीजेपी के पूर्व मंत्री डा. कृष्णमूर्ति बांधी चुनावी मैदान में हैं, कांग्रेस से उनके सामने दिलीप लहरिया मैदान में हैं।दोनों के बीच मुकाबला कांटे का बताया जा रहा है।
कोरबा: इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी व मंत्री जयसिंह अग्रवाल चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने बीजेपी से लखनलाल देवांगन मैदान में हैं। यहां भी कांटे का मुकाबला है।