BHOPAL. चुनावी नतीजे आने के तीन दिन बाद भी सबसे बड़ा सवाल यही बना हुआ है कि प्रदेश का अगला सीएम कौन होगा? गुरुवार यानी आज बीजेपी संसदीय दल की बैठक होगी। जिसमें मप्र के साथ ही राजस्थान, छत्तीसगढ़ के लिए भी सीएम के चेहरों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। बता दें कि इससे पहले बुधवार को विधानसभा चुनाव जीते 2 केंद्रीय मंत्रियों समेत 5 सांसदों ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद ये तो साफ हो गया कि इन नेताओं की प्रदेश में अहम भूमिका रहने वाली है।
CM पद की रेस में शिवराज समेत ये दिग्गज शामिल
सीएम पद की रेस में शिवराज सिंह चौहान के बाद नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल, कैलाश विजयवर्गीय, ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा के नाम सामने आ रहे हैं। हालांकि शिवराज सिंह के बाद वीडी शर्मा ने भी कहा है कि वे सीएम की रेस में नहीं हैं। उन्होंने कहा, 'सीएम की दौड़ में न मेरा नाम कहीं है, न मेरे मन के अंदर है। जो काम मिला है, उसे कर रहे हैं। सीएम के चेहरे को लेकर जिन्हें चर्चा करना है, वे कर रहे हैं।
इन 5 सांसदों ने दिया इस्तीफा
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने वाले पांच सांसदों केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल, सांसद राव उदय प्रताप सिंह, राकेश सिंह और रीति पाठक ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया है। विधानसभा चुनाव में 3 केंद्रीय मंत्रियों समेत 7 सांसद उतरे थे। इनमें से सतना सांसद गणेश सिंह और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को हार का सामना करना पड़ा।
बीजेपी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है
भार्गव से जब सवाल किया गया कि रहली विधानसभा की जनता की इच्छा है कि भैया मुख्यमंत्री बनें? इस पर उन्होंने कहा कि हर विधानसभा क्षेत्र की जनता की इच्छा होती है कि उनका जो विधायक है वो मंत्री बने। जो मंत्री है उसको और ऊंचा पद मिले। लेकिन, यह बातें जनता के हिसाब से तय नहीं होती। बीजेपी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है। वहीं डिप्टी सीएम की बात पर भार्गव बोले - हाईकमान को आवश्यकता लगी तो हो सकता है। वैसे मध्य प्रदेश में लंबे समय से उपमुख्यमंत्री की परंपरा नहीं रही।
जल्द होगी पर्यवेक्षकों की नियुक्ति
दिल्ली में मंगलवार देर रात तक प्रधानमंत्री आवास पर चली बैठक में मध्यप्रदेश के साथ छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सीएम फेस को लेकर विचार-विमर्श हुआ। 4 घंटे चले मंथन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे। जानकारी के मुताबिक पार्टी ने तीनों राज्यों में पर्यवेक्षक भेजने का फैसला लिया है। ये पर्यवेक्षक संबंधित राज्यों में जाकर नवनिर्वाचित विधायकों बतचीत करेंगे। इसके बाद सीएम पद के लिए पैनल तैयार किया जाएगा। ये सूची केंद्रीय आलाकमान को सौंपी जाएगी। तब जाकर सीएम के नाम का ऐलान किया जाएगा।
मिशन 2024 में जुटे शिवराज सिंह
विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ी जीत दिलाने के बाद सीएम शिवराज सिंह मिशन 2024 यानी लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। बुधवार को वे छिंदवाड़ा पहुंचे। यहां उन्होंने इशारों ही इशारों में कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा- 'छिंदवाड़ा से दादा जी कहीं निकले ही नहीं। मामा तो घूम रहा था और दादा यहीं फंस गए। सवेरे-शाम छिंदवाड़ा में रहे। जब पूछो कहां हैं? पता चले कि यहीं हैं। आपने उन्हें यहां बांध दिया तो मध्यप्रदेश में बीजेपी की एकतरफा जीत हुई।' लाड़ली बहना और कार्यकर्ता सम्मेलन में शिवराज बोले, 'मैं कभी चुनाव के दौरान बुधनी नहीं गया। लोगों ने कह दिया था कि आपको 1 लाख से ज्यादा वोटों से जिताएंगे, आप तो सरकार बनाओ। इसके बाद मैंने तो अपना वादा निभाया है।
एमपी में शिवराज नहीं तो फिर CM कौन?
5 दिसंबर, दोपहर 2 बजे। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो के जरिए बयान जारी किया था। कहा- मुझे पार्टी ने जो भी काम दिया, मैंने पूरी निष्ठा और समर्पण से पूरा किया। मैं मुख्यमंत्री पद की रेस में न तो पहले था, न ही अब हूं। मप्र में बीजेपी को 163 सीटें मिलने के बाद सबसे बड़ा सवाल यही है कि अगला सीएम कौन होगा? इसका जवाब ढूंढने के लिए पहले ये सवाल हल करना होगा कि मध्यप्रदेश की जीत में शिवराज की लाड़ली बहना गेमचेंजर साबित हुई है या मोदी की गारंटी? ऐसे में मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए बीजेपी के नेता इसी आधार पर अपना-अपना दावा मजबूत कर रहे हैं।