JAIPUR. राजस्थान सरकार ने सीनियर आईएएस अधिकारी वीनू गुप्ता को एक प्रकार से उपकृत कर दिया है। इस साल उनकी सेवानिवृत्ति होनी है, अब वे 5 साल तक राजस्थान रेरा की चेयरपर्सन रहेंगी। उनका कार्यकाल 5 साल या 65 वर्ष की उम्र दोनों में से जो पहले हो तक रहेगा। बता दें कि राजस्थान रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी के चेयरपर्सन का पद अप्रैल महीने में एनसी गोयल के पद से हटने के बाद से ही खाली पड़ा हुआ था। वहीं वीनू गुप्ता वर्तमान में एमएसएमई में अतिरिक्त मुख्य सचिव पद पर तैनात हैं।
मुख्य सचिव बनाए जाने की चल रही थी चर्चा
इससे पहले वीनू गुप्ता को मुख्य सचिव बनाए जाने की चर्चा थी, लेकिन सरकार ने मौजूदा मुख्य सचिव ऊषा शर्मा का कार्यकाल 6 माह बढ़ा दिया। जिससे वीनू गुप्ता के मुख्य सचिव बनने का मौका रह गया। दरअसल राज्य में बिल्डर्स की मनमानी रोकने और उपभोक्ताओं को बिना धोखाधड़ी आवास दिलाने के उद्देश्य से रेरा का गठन किया गया है। जिसकी कमान अब वीनू गुप्ता के पास होगी।
1987 बैच की आईएएस हैं गुप्ता
बता दें कि वीनू गुप्ता 1987 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। इसी साल दिसंबर में उनका रिटायरमेंट होना है। माना जा रहा है कि अक्टूबर के पहले हफ्ते में ही आदर्श आचार संहिता लागू हो सकती है, जिसे देखते हुए वीनू गुप्ता की नियुक्ति कर दी गई। गुप्ता इससे पहले राजस्थान में एसीएस मेडिकल हेल्थ, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की चेयरपर्सन, कमिश्नर प्राइमरी एजुकेशन काउंसिल के अलावा अनेक विभागों में अहम पद पर रह चुकी हैं।
पति रह चुके मुख्य सचिव
वीनू गुप्ता के पति और पूर्व सीनियर आईएएस अधिकारी डीबी गुप्ता मुख्य सचिव के पद से रिटायर्ड हुए थे, जिसके बाद गहलोत सरकार ने उन्हें मुख्य सूचना आयुक्त भी नियुक्त किया था। डीबी गुप्ता बीजेपी और कांग्रेस दोनों सरकारों में मुख्य सचिव के पद पर रहे थे।