GWALIOR. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय एक बार फिर कांग्रेस पर जमकर बरसे हैं। जनआशीर्वाद यात्रा में शामिल होने के बाद ग्वालियर-चंबल पर फोकस को लेकर विजयवर्गीय ने बुधवार, 13 सितंबर को कहा कि पिछले चुनाव में 2 अप्रैल की घटना का कांग्रेस ने फायदा उठाया था। उन्होंने कहा, अंग्रेज डिवाइड एंड रूल का सिद्धांत अपनाते थे, वो चले गए और आज कांग्रेस उनका काम कर रही है। साल 2018 में भी कांग्रेस ने सामाजिक समरसता को तोड़ने का काम किया था, लेकिन अब जनता समझ गई है। कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ गया है। इसलिए इस बार वह कांग्रेस को हार से सबक सिखाएगी।
यहां बता दें, पांच साल पहले 2 अप्रैल 2018 को ग्वालियर-चंबंल अंचल में जातिगत दंगे हो गए थे। यह दंगे शहरों में एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में भारत बंद के दौरान हुए थे। इस हिंसा में ग्वालियर में दो लोग के मारे जाने के साथ अंचल में 7 लोग मारे गए थे। करीब एक सैकड़ा एफआईआर हुईं थीं।
दिग्विजय को गंभीर नेता नहीं मानता- विजयवर्गीय
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के विपक्ष के लिए ईडी और सीबीआई तैयार रखने के बयान पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मैं दिग्विजय सिंह को गंभीर नेता नहीं मानता और उनके बयानों को गंभीरता से नहीं लेता। वे हमेशा समाज को भ्रमित करने की राजनीति करते हैं। पिछले दिनों उन्होंने एक जैन तीर्थ के बारे में बजरंग दल का नाम लेकर गलत ट्वीट किया, फिर हटा लिया। इस दौरान दो घंटे ट्वीट रहा यदि इन दो घंटे में समाज के बीच टकराव हो जाता तो कौन जवाब देता?
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कांग्रेस के पास कोई चेहरा ही नहीं
विजयवर्गीय ने कहा कि आज कांग्रेस के पास कोई चेहरा नहीं बचा है और यदि बचा है तो सिर्फ कांग्रेस का दोहरा चरित्र। उन्होंने कहा, इंडिया गठबंधन के उनके साथी नेता तमिलनाडु के सीएम के बेटे और सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को नष्ट करने की बात करते हैं। कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे और कर्नाटक के मंत्री स्टालिन का समर्थन करते हैं और राहुल गांधी चुप रहते हैं। इधर, कमलनाथ बाबा बागेश्वर की कथा कराते हैं जो सनातन का झंडा पूरे विश्व में फहराना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मुगल, अंग्रेज और भी कई आए, लेकिन सनातन को खत्म नहीं कर पाए।