संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में डेली कॉलेज में पहली क्लास में पढ़ने वाले 6 साल के मासूम मास्टर विहान जैन की मौत का कारण हार्ट अटैक रहा। लेकिन इस अटैक का कारण रहा वायरस। डॉक्टरों के अनुसार विहान पर मायोकार्डाइटिस वायरस का अटैक हुआ था, जिसमें हार्ट की मांसपेशियों में सूजन आ जाती है और पंपिग प्रभावित होती है, इसी कारण से उसे कार्डियक अरेस्ट हुआ और मौत हुई। रविवार को विहान का अंतिम संस्कार हुआ। पूरा परिवार और करीबी शोक में डूबा है और मासूम को अटैक की खबर से सभी हतप्रभ है।
परिवार को डॉक्टरों ने यह बताया
परिवार को दिल्ली के डॉक्टरों ने बताया कि उसकी ब्लड की जांचें की गई थी। इसमें मायोकार्डाइटिस नामक वायरस है, उसकी तकलीफ थी जो सीधे हार्ट पर असर करती है। इससे उसकी मौत हुई है। परिवार का कहना है कि डॉक्टरों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की। कार्डियोलॉजिस्ट के मुताबिक मायोकार्डाइटिस या मायोकार्डियम हार्ट की मांसपेशियों की सूजन की स्थिति है। सूजन के परिणाम स्वरूप हार्ट के खून को पंप करने की क्षमता को नुकसान हो सकता है। सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और तेज या अनियमित दिल की धड़कन, ये सभी इसके अटैक के लक्षण हैं।
तबीयत खराब हुई थी, फिर ठीक लेकिन दिल्ली में फिर आया अटैक
कंचनबाग में रहने वाले छह वर्षीय मासूम विहान जैन की 25 नवंबर को दिल्ली में मौत हो गई। वह कारोबारी राहुल जैन का इकलौता बेटा था। डेली कॉलेज में पहली कक्षा में पढ़ता था। परिवार का कहना है कि उसे कमजोरी आने पर दिल्ली के हॉस्पिटल में एडमिट किया था, जहां से उसे कार्डियक अरेस्ट आया और मौत हो गई। पिता राहुल जैन ने बताया कि दो दिन से वह अस्वस्थ था। उसका शरीर तप रहा था, लेकिन जब थर्मामीटर से देखा तो बुखार नहीं था। इस पर इंदौर के ही डॉक्टरों को बताया तो उन्होंने देखा और इलाज किया। फिर वह ठीक हो गया, लेकिन कुछ कमजोरी थी। इसके बाद परिवार में एक कार्यक्रम होने के कारण सभी दिल्ली गए थे।
दिल्ली में तबीयत बिगड़ने पर आईसीयू में कराया एडमिट
दिल्ली में विहान को कमजोरी आने लगी। इस पर उसे वहीं एक डॉक्टर को बताया तो उन्होंने हॉस्पिटल ले जाने की सलाह दी। फिर उसे हॉस्पिटल ले गए तो उसे वहां आईसीयू में एडमिट किया, जहां शनिवार को उसकी कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई।
परिवार को दिल्ली के डॉक्टरों ने बताया कि उसकी ब्लड की जांचें की गई थी, जिसमें मायोकार्डाइटिस नामक वायरस है, उसकी तकलीफ थी जो सीधे हार्ट पर असर करती है। इससे उसकी मौत हुई है। परिवार का कहना है कि डॉक्टरों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की।
किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है
डॉक्टरों के मुताबिक मायोकार्डाइटिस हार्ट अटैक नहीं है। यह इनफ्लेमेशन ऑफ मायोकार्डियम है। यह किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है। सामान्य बुखार में भी कई बार वायरस हार्ट पर अटैक कर देता है। इससे हार्ट की पंपिंग कमजोर हो जाती है और हार्ट फेल हो जाता है। यह वायरल इंफेक्शन होता है, लेकिन यह रिवर्सेबल भी हो जाता है। जब बीमारी एक्यूट फेज निकल जाता है तो मरीज में सुधार आ जाता है। मायोकार्डाइटिस हार्ट अटैक से अलग होती है। यह हार्ट की मसल्स को प्रभाव करती है। जब भी वायरल बुखार के बाद सांस तेज फूलने लगे तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। सामान्य रूप से बुखार में कभी सांस नहीं फूलती लेकिन सांस लेने में तकलीफ होने लगे तो एक्सपर्ट डॉक्टर को दिखाना चाहिए।