MP चुनाव में बंपर वोटिंग, EVM में कैद प्रत्याशियों का भाग्य, बुधनी-छिंदवाड़ा ही नहीं, इन सीटों पर भी दांव पर दिग्गजों की प्रतिष्ठा

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Vikram Jain
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MP चुनाव में बंपर वोटिंग, EVM में कैद प्रत्याशियों का भाग्य, बुधनी-छिंदवाड़ा ही नहीं, इन सीटों पर भी दांव पर दिग्गजों की प्रतिष्ठा

BHOPAL. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सभी 230 सीटों पर मतदान हो चुका है। वोटर्स ने अपनी सरकार चुन ली है। इसके साथ ही 2 हजार 533 प्रत्याशियों का भाग्य EVM में कैद हो गया है। इसका परिणाम 3 दिसंबर को आएगा। शनिवार को मतदान के ताजा आंकड़े आ चुके हैं। इस 230 विधानसभा क्षेत्रों में 77.15 प्रतिशत मतदान हुआ है। जबकि 2018 में 75.63 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं के बीच कड़ा मुकाबला है। कुछ सीटों पर बसपा, सपा और निर्दलीय भी टक्कर दे रहा हैं। इससे पहले शिवराज सिंह, कमलनाथ समेत अन्य दिग्गज नेताओं की हॉट सीट को लेकर चर्चा तेज है।

बुधनी विधानसभा सीट: प्रदेश की हॉट सीट बुधनी में शिवराज सिंह चौहान के सामने कांग्रेस के विक्रम मस्ताल हैं। यहां से समाजवादी पार्टी स्वामी वैराग्य नंदगिरी महाराज उर्फ मिर्ची बाबा को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर सबकी नजर है। बुधनी में इस बार 84.86 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई है, जबकि 2018 में 83.04 प्रतिशत मतदान हुआ था। पिछली बार की तुलना में यहां ज्यादा मतदान हुआ है। बढ़े हुए मतदान से बुधनी में बीजेपी की राह आसान लग रही है।

छिंदवाड़ा विधानसभा सीट: पूर्व सीएम कमलनाथ की छिंदवाड़ा सीट भी बेहद खास है। बीजेपी ने यहां कमलनाथ को टक्कर देने के लिए विवेक बंटी साहू को प्रत्याशी बनाया है। कमलनाथ के गढ़ को जीतने के लिए बीजेपी ने पूरी ताकत लगाई है। छिंदवाड़ा विधानसभा सीट पर इस बार 81.77 प्रतिशत वोटिंग हुई है। हुआ है, जबकि पिछली बार 79.61 प्रतिशत मतदान हुआ था। कमलनाथ कह चुके हैं कि वोट प्रतिशत बढ़ने का कोई आशय निकालना निरर्थक बात है। विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा की राह यहां आसान नहीं है।

दिमनी विधानसभा सीट : मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होने से मुकाबला रोचक हो गया है। दिमनी से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के सामने कांग्रेस से रविंद्र तोमर और बीएसपी से बलवीर दंडोतिया मैदान में हैं। दिमनी में वोट प्रतिशत में कमी देखी गई है। यहां इस बार 69.79 प्रतिशत मतदान हुआ है, जबकि पिछली बार यहां पर 70.14 प्रतिशत मतदान हुआ था। ऐसे में बीजेपी को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

दतिया विधानसभा सीट: दतिया से गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने राजेंद्र भारती को टिकट दिया है। इस बार दतिया में बंपर वोटिंग हुई है। यहां वोटिंग 79.04 प्रतिशत दर्ज की गई है। पिछली बार यहां पर 76.77 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस चुनाव में नरोत्तम मिश्रा पिछले चुनाव ढाई हजार वोटों से जीते थे। यहां पर कड़ी टक्कर बताई जा रही है।

इंदौर-1 विधानसभा सीट: हॉट सीट इंदौर 1 से कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला को टक्कर देने के लिए बीजेपी ने अपने दिग्गज नेता और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को मैदान में उतारा है। इंदौर 1 सीट पर पिछली बार की तुलना में 4 प्रतिशत ज्यादा वोटिंग हुई है। इस बार यहां पर 72.28 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है, जबकि पिछले चुनाव में 68.62 प्रतिशत वोटिंग हुई है। बढ़े हुए वोट प्रतिशत से बीजेपी और कांग्रेस फायदा होने की बात कह रही है।

नरसिंहपुर विधानसभा सीट: नरसिंहपुर में फिर जीत दर्ज करने के लिए बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल को प्रत्याशी बनाया है। प्रह्लाद पटेल के भाई जालम सिंह ने यहां से पिछले चुनाव में जीत दर्ज की थी। यहां पर 83.11 प्रतिशत वोटिंग हुई है। जबकि पिछली बार 80.36 प्रतिशत मतदान हुआ था। बढ़े हुए मतदान से बीजेपी के लिए ज्यादा मुश्किलें नजर नहीं आ रही हैं।

निवास विधानसभा सीट: बीजेपी ने कई बड़ी सीटों की तरह निवास सीट से केंद्रीय मंत्री को मैदान में उतारा हैं। बीजेपी ने निवास सीट पर केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को प्रत्याशी बनाया है। सांसद फग्गन सिंह को टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने चैन सिंह वरकड़े मैदान में उतारा है। निवास विधानसभा क्षेत्र में इस चुनाव में मतदान प्रतिशत में बढ़त देखने को मिली है। यहां इस बार 82.04 प्रतिशत मतदान हुआ है, जबकि पिछली बार यहां पर 78.72 प्रतिशत मतदान हुआ था।

जबलपुर पश्चिम सीट: जबलपुर पश्चिम सीट पर वोटिंग प्रतिशत बढ़ा है। यहां पर पिछली पांच प्रतिशत से ज्यादा हुआ है। इस बार 71.66 प्रतिशत हुआ है। पिछली बार यहां 65.71 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस सीट पर बीजेपी ने सांसद राकेश सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने पूर्व मंत्री तरुण भनोत प्रत्याशी हैं। दोनों के बीच कड़ा मुकाबला है।

सतना विधानसभा सीट: बीजेपी ने इस विधानसभा चुनाव में कई सांसदों को उतारा हैं। बीजेपी ने सतना सीट से सांसद गणेश सिंह को प्रत्याशी बनाया है। गणेश सिंह को टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने सिद्धार्थ कुशवाह को मैदान में उतारा है। यहां मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है। वहीं बीएसपी ने बीजेपी से बागी रत्नाकर चतुर्वेदी को केंडिडेट बनाया है। सतना में इस बार दो प्रतिशत मतदान बढ़ा है। इस बार यहां 71.92 प्रतिशत मतदान हुआ है। जबकि पिछली बार 69.34 प्रतिशत वोटिंग हुई थी।

सीधी विधानसभा सीट: बीजेपी ने सीधी सीट से भी सांसद रीति पाठक पर भरोसा जताया हैं। बीजेपी ने विधायक केदारनाथ शुक्ला का टिकट काटकर सांसद रीति पाठक को प्रत्याशी बनाया है। टिकट नहीं मिलने से नाराज केदारनाथ शुक्ला निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। यहां ज्ञान प्रताप सिंह चौहान कांग्रेस से प्रत्याशी है। यहां पर मुकाबला रोचक हो गया है। इस बार यहां पर 69.57 प्रतिशत मतदान हुआ है, पिछली बार 67.81 प्रतिशत वोटिंग हुई थी।

गाडरवाड़ा विधानसभा सीट : बीजेपी ने कई बड़ी सीटों की तरह नरसिंहपुर जिले की गाडरवाड़ा सीट से भी सांसद को प्रत्याशी बनाया है। बीजेपी ने इस सीट से सांसद राव उदय प्रताप सिंह को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने सुनीता पटेल को मैदान में उतारा है। इस सीट पर 83.30 प्रतिशत मतदान हुआ है, जबकि 2018 के चुनाव में 82.31 प्रतिशत मतदान हुआ था।

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